दुनिया की सबसे अमीर फ्रेंचाइजी लीग इंडियन प्रीमियर लीग में दुनियाभर के बड़े-बड़े खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं और इस लीग की खूबसूरती व आकर्षण में चार चांद लगाते हैं। हाल ही में IPL 2021 को कोराना वायरस के चलते बीच में ही स्थगित करना पड़ा। जिसके बाद बीसीसीआई को लेकर पूरे क्रिकेट जगत में काफी चर्चा हो रही थी। मगर अब ब्रैड हॉग ने एक ऐसा ट्वीट किया है, जिसके चलते बीसीसीआई पर सवाल उठने लगे हैं।
ब्रैड हॉग ने किया ट्वीट
Players are still owed 35% of their money earned from ten years ago from the @IPL representing Kochi tuskers. Any chance @BCCI could locate that money?
— Brad Hodge (@bradhodge007) May 24, 2021
क्या आप सोच सकते हैं कि इंडियन प्रीमियर लीग यानि आईपीएल में खिलाड़ी खेलें और उन्हें पैसे ही ना मिलें? सोचने में ये जरुर अजीब लग रहा है, लेकिन पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ने एक ऐसा ट्वीट किया है, जिसके बाद वाकई बीसीसीआई पर सवाल तो खड़े हो रहे हैं। दरअसल, 2011 में कोच्चि टस्कर्स केरला के लिए खेलने वाले ब्रैड हॉग ने ट्वीट के माध्यम से बची हुई सैलरी के बारे में बीसीसीआई से पता लगाने को कहा है। ब्रैड हॉग ने ट्वीट करते हुए लिखा- 'खिलाड़ियों को 10 साल पहले आईपीएल में कोच्चि टस्कर्स का प्रतिनिधित्व करने के लिए अभी तक 35 प्रतिशत राशि नहीं मिली है। क्या बीसीसीआई किसी भी तरह उस राशि का पता लगा सकता है?’
खिलाड़ियों के पैसे खा गई फ्रेंचाइजी?
दुनिया की सबसे अमीर फ्रेंचाइजी लीग आईपीएल में खिलाड़ियों पर करोड़ों की बालियां लगती हैं। इस लीग की शुरुआत 2008 में 8 टीमों के साथ हुई थी। मगर साल 2011 में बीसीसीआई ने आइपीएल को 8 से बढ़ाकर 10 टीमों का टूर्नामेंट कर दिया था। इसमें कोच्चि टस्कर्स और पुणे वॉरियर को शामिल किया गया था। मगर टीम का बैंक गारंटी की राशि का भुगतान नहीं कर पाई, तो बीसीसीआई ने कोच्चि टस्कर्स का कॉन्ट्रैक्ट एक साल में ही खत्म कर दिया था।
बताया गया था कि टीम में हुए विवाद की वजह से बोर्ड को पैसे नहीं मिले और उसका कॉन्ट्रैक्ट खत्म कर दिया गया। जिसके चलते सिर्फ ब्रैड हॉग नहीं बल्कि ऐसे कई खिलाड़ी रहे, जिन्हें उनकी पूरी सैलरी नहीं मिल सकी। बता दें, हॉग को फ्रेंचाइजी ने आईपीएल 2010 की नीलामी में 425 यूएस डॉलर में खरीदकर टीम में शामिल किया था। उन्होंने 14 मैच खेलते हुए कोच्चि के लिए हॉग ने कुल 285 रन बनाए जिसमें उनका औसत 35.63 का रहा था।