IPL 2023:मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए मुकाबले में गुजरात की ओर से धमाकेदार पारी खेलने वाले अभिनव मनोहर का जीवन संघर्ष से भरा रहा हैं. उन्होंने यहं तक पहुंचने के लिए काफी मेहनत की है. मुंबई के साथ खेले गए मुकाबले में गुजरात ने अभिनव मनोहर की आतिशी पारी की बदौलत मुकाबला जीतने में कामयाब रही. गुजरात टाइटंस ने मुंबई के खिलाफ 208 रन का लक्षय रखा जिसके सामने मुंबई इंडियंस पस्त हो गई और गुजरात ने मुकाबले को 55 रन से अपने नाम किया. इस मैच में अभिवन मनोहर ने शानदार 42 रन की पारी खेली. लेकिन कभी अभिनव मनोहर के पिता उनके सपने को पूरा करने के लिए जूता और चप्पल बेचते थे.
तूफानी पारी के आगे मुंबई ने टेके घुटने
दरअसल मैच में शुभमन गिल अच्छी शरुआत दिला चुके थे और वह 34 गेंद में 56 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे. 12वें ओवर में बल्लेबाज़ी करने उतरे अभिवन मनोहर और डेविड मिलर ने गुजरात की बल्लेबाज़ी का समां बांध दिया और ताबड़तोड़ रन बनाए. अभिवन मनोहर ने 21 गेंद में 22 रन की पारी खेली इस पारी में उन्होंने 3 छक्के और 3 चौके भी जड़े. वहीं डेविड मिलर ने भी 22 गेंद में 46 रन जड़े और बचा हुआ काम राहुल तेवतिया ने कर दिया. उन्होंने 5 गेंद में 3 छक्के जड़े. अभिनव को उनकी पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के खिताब से भी नवाज़ा गया.
2️⃣2️⃣ runs off the 18th over 🔥🔥
— IndianPremierLeague (@IPL) April 25, 2023
Abhinav Manohar departs after a quick-fire 42(21) 💪🏻
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कौन हैं अभिवन मनोहर
अभिवन मनोहर घरेलू क्रिकेट में कर्णाटक की ओर से खेलते हैं. उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में शानदार खेल दिखाया था. उनके लंबे -लंबे हिट के कारण आईपीएल फ्रेंचाइजी उन्हें खरीदने का दावा पेश कर चुके थी. इसलिए अभिवन मनोहर को उनके बेस प्राइस से 13 गुणा ज्यादा पैसे में गुजरात टाइटंस ने अपने नाम कर लिया. साल 2021 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने शानदार खेल दिखाया था उन्होंने चार मैच में 162 रन बनाए थे. गुजरात ने उन्हें 2.6 करोड़ में अपने खेमे में शामिल किया था.
पिता बेचते हैं जूता-चप्पल
अभिवन मनोहर का जीवन संघर्ष भरा रहा है. उनका जीवन आसान नहीं था. साधारण परिवार से आने के बाद भी उन्होंने अपने खेल पर ध्यान लगाया और अपने पिता का नाम रौशन किया. बताते चलें कि उनके पिता की बैंगलौर में जूते चप्पल की दुकान है. उनकी कामयाबी के पीछे उनके पिता ने अपने काम को कभी कमज़ोर नहीं बनने दिया और अपने बेटे का बाखूबी साथ दिया. बचपन से ही अभिवन मनोहर क्रिकेट की दुनिया में नाम कमाना चाहते थें.