IPL 2022: आईपीएल के 15वें से सीजन से पहले बीसीसीआई को आईपीएल मीडिया अधिकार तय करने थे. जिसे लेकर पिछले कुछ दिनों से स्थिति साफ नहीं हो पा रही है. जिसके बाद ये मामला बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंचा. वहां बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बीपी कोलाबावाला ने एक मध्यस्थ सुनने के बाद एक मीडिया रिपोर्ट को खारिज कर दिया. वहीं इस मुद्दे पर BCCI की ओर से 17 मार्च को अपना पक्ष रखा गया था.
आईपीएल मीडिया अधिकार पर BCCI ने दी सफाई
बाम्बे हाईकोर्ट ने आईपीएल 2022 मीडिया राइट्स में बीसीसीआई के खिलाफ फैसला सुनाया है. बीसीसीआई ने 17 मार्च को कहा कि वे प्रक्रिया संबंधी मुद्दों के कारण मामूली देरी को ध्यान में रखते हुए बहुत जल्द आईपीएल मीडिया अधिकार जारी करेंगे. क्रिकबज की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि उन्होंने उन रिपोर्ट्स का खंडन कर दिया है, जिसमें ये कहा गया है कि मेजबान प्रसारक, स्टार के दबाव के कारण देरी हुई.
हाई कोर्ट ने कहा कि स्टार को राइट्स तुरंत जारी किए जाने से कोई दिक्कत नहीं है. वहीं बॉम्बे हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बीपी कोलाबावाला ने एक मध्यस्थ को सुनने के बाद रिपोर्ट को खारिज कर दिया है, जिसने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा वर्ल्ड स्पोर्ट ग्रुप (इंडिया) प्राइवेट को मीडिया अधिकारों को रद्द कर दिया था.
IPL 2022: बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस ने कही ये बात
बीसीसीआई ने पहले कहा था कि वे राजस्व बढ़ाने के लिए आईपीएल प्रसारण अधिकारों को विभिन्न चैनलों में बांटना चाहते हैं. उन्होंने आगे कहा कि दो नई टीमों के जुड़ने से उन्हें प्रसारण के विभिन्न माध्यमों से अधिक राजस्व जुटाने में मदद मिलेगी. पिछले चक्र का मूल्य INR 16,347 करोड़ का अनुमान लगाया गया था, लेकिन दो नई टीमों के जुड़ने और IPL के विस्तार के साथ, BCCI को उम्मीद है कि यह इस बार INR 20,000 करोड़ से अधिक हो जाएगा.
आईपीएल मीडिया अधिकारों के संबंध में बीसीसीआई के खिलाफ अपना फैसला देने से पहले जस्टिस बीपी कोलाबावाला ने कहा,
'Covid -19 महामारी की तीसरी लहर और काम की अन्य अनिवार्यताओं के कारण, निर्णय लेने में देरी हुई.'