IPL 2021 को अप्रैल में भारत में आयोजित किया गया था। लेकिन बायो बबल में कोरोनावायरस के मामलों के बढ़ने से मामलों के चलते टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया गया। इसके बाद से ही बीसीसीआई टूर्नामेंट को पूरा करने के लिए विंडो और वेन्यू की तलाश में जुटी हुई है। अब इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि IPL 2021 के बचे हुए 31 मैच UAE में खेले जाएंगे। लेकिन अब विदेशी खिलाड़ियों के टूर्नामेंट में शामिल होने पर सवाल खड़े हुए हैं, वहीं खबर आ रही है कि यदि खिलाड़ियों ने आगे टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं लिया, तो उनकी सैलरी में कटौती होगी।
विदेशी खिलाड़ियों के खेलने पर संदेह
कोरोना वायरस के चलते स्थगित हुए IPL 2021 के आगे के मैचों को यूएई में आयोजित किया जाने वाला है। वैसे तो अभी बीसीसीआई ने तारीखों का ऐलान नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि इवेंट सितंबर-अक्टूबर में खेला जाएगा और इसकी शुरुआत 19-20 सितंबर से हो सकती है।
मगर उस दौरान कई देशों के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम में व्यस्त होंगे। ऐसे में उनका IPL के लिए यूएई में आना मुश्किल लग रहा है। इस बीच इंग्लैंड व न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने पहले ही अपने खिलाड़ियों को यूएई भेजने से मना कर दिया है। वहीं पैट कमिंस भी वापस IPL के लिए नहीं आना चाहते हैं। वेस्टइंडीज के खिलाड़ी भी उस दौरान कैरेबियन प्रीमियर लीग के चलते अनुपलब्ध रह सकते हैं।
कटेगी खिलाड़ियों की सैलरी
IPL 2021 में अब यदि विदेशी खिलाड़ी नहीं आते हैं, तो क्या खिलाड़ियों को उनकी पूरी सैलरी दी जाएगी? ये सवाल इस वक्त काफी फैंस के जहन में आ रहा होगा। मगर अब बीसीसीसआई के एक अधिकारी ने इनसाइड स्पोर्ट्स से ये कहा है कि यदि खिलाड़ी आगे के बचे हुए मैच खेलने यूएई नहीं आते हैं, तो उनकी सैलरी काटी जाएगी। दरअसल, भारत में टूर्नामेंट के 29 मैच खेले गए थे और अब यूएई में बचे हुए 31 मैच खेले जाएंगे। इनसाइड स्पोर्ट ने बीसीसीआई अधिकारी के हवाले से बताया,
“अगर वे (विदेशी खिलाड़ी) आईपीएल के लिए यूएई नहीं आते हैं, तो फ्रेंचाइजियों को अधिकार होगा कि उनकी सैलरी काट सकेंगी और उनको सिर्फ ‘प्रो-राटा’ (मैचों के अनुपात में) आधार पर भुगतान कर सकेंगी।”
बोर्ड को भी होगा नुकसान
IPL में हिस्सा लेने वाले विदेशी खिलाड़ियों की सैलरी का एक हिस्सा उनके राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड को भी मिलता है। तो अब जबकि खिलाड़ी आईपीएल में हिस्सा लेने यूएई नहीं जाएंगे, तो जाहिर तौर पर उन्हें लगभग आधी सैलरी ही मिलेगी। ऐसे में बोर्ड को भी कम राशि मिलेगी, यानि सीधे तौर पर बोर्ड को भी बड़ा नुकसान होने वाला है। हालांकि बीसीसीआई क्रिकेट बोर्डों से बात कर रही है कि वह अपने खिलाड़ियों को IPL में हिस्सा लेने के लिए भेज दें।