ऐसी हो सकती है 5 साल बाद भारतीय टेस्ट टीम की प्लेइंग इलेवन, देखिए कौन-कौन हो सकता है शामिल
Published - 10 Feb 2021, 07:00 PM

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मौजूदा टीम इंडिया में एक से बढ़कर एक दिग्गज खिलाड़ी मौजूद हैं। टेस्ट टीम की बात करें, तो विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे बल्लेबाजी को मजबूती देते हैं। तो दूसरी तरफ जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, रविचंद्रन अश्विन गेंदबाजी का आधार हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आज से पांच साल बाद भारतीय क्रिकेट टीम की प्लेइंग इलेवन कैसी होगी। तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जो पांच साल बाद टेस्ट की प्लेइंग इलेवन में आपको एक साल खेलते दिख सकते हैं।
कुछ इस तरह हो सकती है 5 साल बाद भारत की टेस्ट प्लेइंग इलेवन टीम
1- शुभमन गिल
भारतीय क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल देश के उभरते सितारे हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू सीरीज खेली और यकीनन ड्रीम डेब्यू किया, जहां 259 रन बनाने में कामयाब रहे। गाबा टेस्ट की एतिहासिक जीत में गिल का बड़ा यगदान रहा। इसलिए आज की प्लेइंग इलेवन को देखें या फिर पांच साल बाद की टेस्ट प्लेइंग की कल्पना करें, दोनों में ही ये युवा खिलाड़ी बिल्कुल फिट बैठता है।
2- पृथ्वी शॉ
शुभमन गिल का साथ देने के लिए युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को चुना है। भले ही शॉ, न्यूजीलैंड व ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कुछ खास रन ना बना सके हो, लेकिन वह एक बेहद प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं। जो यकीनन पांच साल बाद की प्लेइंग इलेवन का अभिन्न हिस्सा होंगे। शॉ ने मुंबई के लिए 25 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें 51.43 के औसत से 2263 रन बनाए हैं।
3- मयंक अग्रवाल
मौजूदा वक्त में भारत के परफैक्ट नंबर-3 बल्लेबाज हैं चेतेश्वर पुजारा। वह केवल टेस्ट क्रिकेट ही खेलते हैं, लेकिन अभी उनकी उम्र 33 वर्ष है, तो ऐसे में उनका 5 साल बाद तक इस लंबे फॉर्मेट में बल्लेबाजी करना आसान नहीं होगा। अब यदि आप पांच साल बाद की प्लेइंग इलेवन टीम देखेंगे, तो उसमें मयंक अग्रवाल पूरी तरह से फिट बैठते हैं।
भले ही मयंक के लिए पिछले कुछ मैच अच्छे ना साबित हुए हो और प्लेइंग इलेवन में उनकी जगह ना बन रही हो, लेकिन इस बल्लेबाज के आंकडे़ं बेहद आकर्षक हैं, जिसके चलते उन्हें आने वाले वक्त में यकीनन टेस्ट फॉर्मेट में खेलते देखा जा सकता है।
4- हनुमा विहारी
भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा कप्तान विराट कोहली फिलहाल नंबर-4 पर बल्लेबाजी करते हैं। इस बात में कोई दोराय नहीं है कि कोहली की फिटनेस कमाल की है, मगर वह तीनों ही फॉर्मेट खेलते हैं। ऐसे में उनका लंबे वक्त तक टेस्ट क्रिकेट खेलना मुश्किल है। इसलिए पांच साल बाद नंबर-4 बल्लेबाज के रूप में आप हनुमा विहारी को बल्लेबाजी करते देख सकते हैं। उन्होंने 12 टेस्ट मैचों में 624 रन बनाए हैं।
5- श्रेयस अय्यर
भारतीय क्रिकेट टीम के उप कप्तान अजिंक्य रहाणे भी उन खिलाड़ियों में से हैं, जो पांच साल बाद टीम इंडिया का हिस्सा शायद ही हो। इसलिए आप पांच साल बाद नंबर-5 पर श्रेयस अय्यर को बल्लेबाजी करते देख सकते हैं। भले ही अभी अय्यर को टेस्ट में डेब्यू करने का मौका नहीं मिला है, लेकिन सीमित ओवर क्रिकेट के नियमित सदस्य बन चुके अय्यर के फर्स्ट क्लास आंकड़ें अच्छे हैं और उन्हें कभी भी टेस्ट डेब्यू का मौका मिल सकता है। क्योंकि लंबे वक्त से क्रिकेट के गलियारों में इसपर चर्चा हो रही है।
6- ऋषभ पंत
युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया में ऐतिहासिक प्रदर्शन करने के बाद मानो अब टेस्ट टीम में अपनी जगह बिल्कुल पक्की कर ली है। पंत एक युवा प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, जो यकीनन भविष्य में पांच साल बाद भी आपको भारत की टेस्ट टीम में विकेटकीपिंग दस्तानों के साथ विकेट के पीछे नजर आने वाले हैं।
7- वॉशिंगटन सुंदर
भारतीय क्रिकेट टीम के ऑफ स्पिन युवा गेंदबाज वॉशिंगटन सुंदर उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से हैं, जो मौजूदा वक्त में भी भारत की टेस्ट टीम का हिस्सा हैं और पांच साल बाद भी वह टीम में मौजूद रहने वाले हैं। दरअसल, सुंदर न केवल एक बेहतरीन ऑफ स्पिनर हैं, बल्कि उनकी बल्लेबाजी क्षमता कमाल की है और टेस्ट में टीम की बल्लेबाजी में जितनी गहराई हो, जीतने की उम्मीद उतनी अधिक होती है।
8- कुलदीप यादव
भारत के चाइनामैन स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव को लंबे वक्त से बेंच पर बैठाए रखा है। जबकि उन्होंने खेले गए 6 मैचों में 24 विकेट चटकाए हैं। बाएं हाथ के इस स्पिनर को आप पांच साल बाद भी टीम की प्लेइंग इलेवन में देखेंगे। कप्तान विराट कोहली ने खुद भी इस बात को स्वीकार किया है कि कुलदीप की गेंदबाजी अब पहले से भी ज्यादा अच्छी हो गई है। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा की यदि उन्हें मौके मिलते हैं और वह उन्हें भुनाने में कामयाब होते हैं, तो यकीनन वह पांच साल बाद की टेस्ट टीम में आपको नजर आ सकते हैं।
9- मोहम्मद सिराज
भारतीय क्रिकेट टीम के युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ड्रीम डेब्यू किया और 13 सबसे अधिक विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज रहे। हालांकि इस वक्त टीम में जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा जैसे अनुभवी गेंदबाज हैं जिसके चलते सिराज को बेंच पर बैठना पड़ रहा है, लेकिन आज से पांच साल बाद की टीम में यकीनन वह तेज गेंदबाजी इकाई का अहम हिस्सा होंगे।
10- टी नटराजन
अपनी सटीक यॉर्कर गेंदों के लिए चर्चा में आए टी नटराजन के लिए 2020-21 का ऑस्ट्रेलिया दौरा बेहद यादगार रहा। तेज गेंदबाज ने तीनों फॉर्मेट में डेब्यू करते हुए इतिहास रच दिया। नटराजन एक बेहद प्रतिभाशाली तेज गेंदबाज हैं, जिनका आने वाले पांच साल बाद की टीम में होना लाजमी है। नटराजन ने गाबा टेस्ट मैच में डेब्यू किया था और 3 विकेट चटकाए थे।
11- नवदीप सैनी
पांच साल बाद टेस्ट टीम में भारत की तेज गेंदबाजी इकाई का अहम हिस्सा होंगे नवदीप सैनी। जी हां, सैनी ने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया और वह 2 मैच की प्लेइंग इलेवन के सदस्य रहे। हालांकि नवदीप पूरा मैच नहीं सके, क्योंकि चोट के चलते वह बाहर हो गए। लेकिन इस दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के 4 विकेट अपने खाते में दर्ज किए।