क्रिकेट की दुनिया अपने-आप में काफी चमक धमक भरी है, क्रिकेट खेलने वाला खालड़ी अगर अपने करियर में सफल रहता है तो वो खूब नाम कमाता है, और क्रिकेट छोड़ने के बाद भी वो दूसरे प्रोफेशन में अपनी धाक जमाता है। आपने बहुत सारे क्रिकेटरों को सोशल मीडिया और विज्ञापनों में अपनी एक्टिंग के जौहर दिखाते हुए देखा होगा।
भारत में बहुत सारे क्रिकेटर ऐसे भी है जिन्होंने क्रिकेट में सफल नहीं होने के बाद एक्टिंग जगत में कदम रखा और अपना जलवा दिखाने में कामयाब भी रहे। आज हम आपको पांच ऐसे क्रिकेटरों के बारें में बाताएंगे जो मल्टीप्लेक्स की सिल्वर स्क्रीन के बड़े पर्दे पर अपने जौहर से सबका दिल जीतने में कामयाब रहे हैं।
1 #संदीप पाटिल
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर संदीप पाटिल क्रिकेट जगत में एक आक्रामक बल्लेबाज के तौर पर जाने जाते थे, लेकिन उनकी एक खासियत यह रही है कि उन्होंने जिस भी काम में अपना हाथ आजमाया वो सफल ही रहे। संदीप एक बेहतरीन पिंच हिटर, मीडियम पेसर और शानदार फील्डर होने के अलावा, एक पॉप सिंगर होने के साथ वे फिल्मों में एक्टिंग भी कर चुके हैं।
साल 1983 में भारत की वर्ल्ड जीत में अपनी बादशाहत बनाने के बाद संदीप पाटिल ने फिल्मी दुनिया में हाथ आजमाया। संदीप को फिल्मकार विजय सिंह ने अपनी फिल्म “कभी अजनबी थे” में लीड रोल निभाने के लिए चुना था। जिसमें संदीप के साथ पूनम ढिल्लो और देबश्री रॉय को उनके अपोजिट फीमेल लीड रोल के लिए चुना गया था। जबकि उनके साथी क्रिकेटर सैयद किरमानी को मुख्य विलेन का किरदार निभाने के लिए चुना गया था।
1985 में यह फिल्म बनकर रिलीज़ हुई और अच्छी ओपनिंग मिली मगर दमदार स्टोरी न होने की वजह से फिल्म बाद में फ्लॉप हो गई। इसी के साथ संदीप का बॉलीवुड में करियर बनाने का सपना चकना चूर हो गया।
2 #अजय जडेजा
टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर और स्टाइलिश बल्लेबाजों में शुमार अजय जडेजा ने अपने करियर में कई यादगार पारिया खेली और साल 1992 से 2000 तक टीम इंडिया की जर्सी पहन कर मैदान पर जलवा बखेरा। लेकिन जब अजय जडेजा ने क्रिकेट से अलबिदा किया तो मल्टीप्लेक्स की सिल्वर स्क्रीन के बड़े पर्दे से फिल्मों में हाथ आजमाया।
अजय जडेजा ने सुशांत सिंह राजपूत, राजकुमार राव और अमित स्टारर फिल्म 'काय पो छे' में कैमियो रोल निभाया था। इसके अलावा उन्होंने 'पल-पल दिल के पास' और खेल फिल्म का भी हिस्सा रहे हैं।
3 #विनोद कांबली
एक जमाने में टीम इंडिया के हीरो रहे विनोद कांबली ने सचिन तेंदुलकर के साथ क्रिकेट करियर में शुरु की शुरुआत की थी। कांबली का जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। उन्होंने क्रिकेट के साथ फिल्मों, टीवी और कमेंट्री में भी हाथ आजमाया लेकिन कही भी उन्हें ज्यादा सफलता नहीं मिली। वे पहले ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिनके नाम पर सबसे तेज 1000 रन बनाने का ऐसा रिकॉर्ड है जो कोई नहीं तोड़ पाया है।
इसी तरह विनोद कांबली का फिल्मी करियर भी रहा है, उन्होंने अनर्थ फिल्म से एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इसके बाद 'पल पल दिल के पास' और कन्नड़ फिल्म बेट्टानगारे में नजर आए हैं।
4 #सलिल अंकोला
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज सलिल अंकोला ने अपना क्रिकेट डेब्यू मैच साल 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था। हालांकि यह उनका पहला और आखिरी टेस्ट मैच भी थी। इसमें उन्होंने दो विकेट अपने नाम किए थे। जिसके बाद सलिल ने क्रिकेट छोड़ फिल्मी दुनिया का रुख किया और फिल्मों और टीवी सीरियल में काम करने लगे।
सलिल अंकोला ने संजय दत्त स्टारर फिल्म ‘कुरुक्षेत्र’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी। इस अलावा उन्होंने ‘पिता’ और ‘चुरा लिया है तुमने’ में भी काम किया। सलिल अंकोला फिल्मों के बाद टीवी शो में भी नजर आए।
5 #एस श्रीसंत
केरल एक्सप्रेस के नाम से मशहूर भारतीय तेज गेंदबाद एस. श्रीसंत साल 2007 में टी20 वर्ल्ड कप और 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे है। लेकिन साल 2013 में बीसीसीआई द्वारा तथाकथित आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में उनपर आजीवन बैन लगा दिया गया था, जिसे हाल में ही हटाया गया है।
बैन के दौरान उन्होंने एक्टिंग और राजनीति दोनों में हाथ आजमाया था। पिछले विधानसभा चुनाव में वह तिरुवनंतपुरम के केंद्रीय निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार थे लेकिन वह कांग्रेस के उम्मीदवार वी एस शिवकुमार से हार गए थे। श्रीसंत ने बॉलिवुड की फिल्म ‘अक्सर’ से बड़े पर्दे पर हाथ आजमाया. उसके बाद उन्होंने 2 और फ़िल्में भी की है.