लीड्स के मैदान पर भारत (India) और इंग्लैंड (England) के बीच खेले जा रहे सीरीज के तीसरे मैच में भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी और इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन के बाद पहली पारी में सिर्फ 78 रन पर ही सिमट गई। इस पारी जेम्स एंडरसन और क्रेग ओवर्टन ने 3-3 तथा ओली रोबिनसन व सैम करन ने 2-2 विकेट लेने भारत की कमर ही तोड़ दी। सच तो यह है कि इस मैच में ना तो भारतीय बल्लेबाजी में ही धार दिखी और ना ही गेंदबाज ही कोई कमाल कर सके।
लॉर्ड्स का प्रदर्शन भूल गए Indian खिलाड़ी
तीसरे टेस्ट मैच में विराट कोहली ने तो बड़ा स्कोर बनाने के इरादे से ही पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया था। लेकिन, उनके बल्लेबाजों से ज्यादा तो इंग्लैंड के गेंदबाजों ने पिच का ज्यादा फायदा उठाया। उन्होंने एक भी ओवर में किसी भी बल्लेबाज को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। इस बात का पता इससे ही चलता है कि टीम का सर्वोच्च स्कोर सिर्फ 19 रन रहा, जो रोहित शर्मा के बल्ले से निकला।
इसके बाद India के सिर्फ 78 रन का पीछा करने उतरे इंग्लैंड के खिलाफ यह बिलकुल भी नहीं लगा कि यह वाही तेज गेंदबाज हैं, जिन्होंने लॉर्ड्स में इंग्लिश बल्लेबाजों को नाकों चने चबवा दिया था। मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा, एक भी तेज गेंदबाज में वो धार दिखाई नहीं दी, जैसा उन्होंने पिछले मैच में प्रदर्शन किया था। रविन्द्र जडेजा की स्पिन गेंदबाजी का हाल तो सभी को पहले से ही पता है।
इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने लगाया अर्धशतक
India के पहली पारी में बनाए गए 78 रन के बार इंग्लैंड की टीम ने भारतीय गेंदबाजी की बखिया उधेड़ते हुए पहले दिन के अंत तक 120 रन बना लिए हैं। सिर्फ इतना ही नहीं दोनों ही इंग्लिश सलामी बल्लेबाजों रॉरी बर्न्स (52) और हसीब हमीद (60) ने बहुत ही आसानी से अर्धशतक लगा दिए।
भारतीय खिलाड़ियों को अगर मैच में बने रहना है तो इंग्लिश टीम के शीर्ष और मध्यक्रम को बहुत सस्ते में ही पवेलियन की राह दिखानी होगी। साथ ही दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजों को लॉर्ड्स वाले प्रदर्शन को याद करते हुए बड़ा स्कोर बनाना होग। जिससे वो सीरीज में जीत दर्ज कर सकें।