भारत-इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम (India team) की चौथे दिन की शुरूआत बेहद खराब रही. जिसकी उम्मीद फैंस को बिल्कुल नहीं थी. इस मैच के तीसरे दिन चेतेश्वर पुजारा और रोहित शर्मा ने टीम इंडिया की मैच में वापसी कराते हुए भारत के लिए रन भी बटोरे थे. इसके बाद विराट कोहली के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभालते हुए पुजारा ने मैच को चौथे दिन तक पहुंचा दिया था. तीसरे दिन 2 विकेट के नुकसान पर टीम इंडिया ने 215 रन बना लिए थे.
पुजारा का विकेट टीम इंडिया के लिए साबित हुआ टर्निंग प्वाइंट
खेल के चौथे दिन भारत के पास पूरे 8 विकेट बचे हुए थे. इसके बाद भी टीम इंडिया इस मुकाबले को बचा नहीं सकी. चेतेश्वर पुजारा 91 रन बनाकर गलत जगह अपना विकेट दे बैठे, जो भारत के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ. इसके बाद भारतीय टीम (India team) की बल्लेबाजी कड़ी यहीं से कमजोर हो गई. विराट कोहली भी अर्धशतकीय (55) पारी खेलकर रॉबिन्सन को अपना विकेट दे बैठे.
ताश के पत्तों की तरह ढह गई टीम इंडिया
कप्तान के आउट होने के बाद क्रीज पर अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत का विकेट बचा हुआ था. जहां से ये दोनों मैच में भारत की पारी को आगे ले जा सकते थे. लेकिन, ऐसा हो नहीं सका और रहाणे (10 रन बनाकर) एंडरसन की गेंद पर जोस बटलर को कैच दे बैठे और यहां से भारतीय टीम (India team) का मैच में वापसी का सपना टूट गया. इसके बाद पंत भी 1 रन बनाकर आउट हो गए. पूरी टीम ताश के पत्ते की तरह ढह गई.
ओली रॉबिनसन ने लिए 5 विकेट
हेडिंग्ले मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के गेंदबाजों ने नई गेंद का जबरदस्त फायदा उठाया. खासकर ओली रॉबिन्सन ने, उन्होंने भारतीय टीम के दिग्गजों को अपनी गेंद पर विकेट देने के लिए पूरी तरह से मजबूर कर दिया. इस मुकाबले की दूसरी पारी में उन्होंने कुल 5 विकेट हॉल लिए. जिसमें रोहित शर्मा, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, ऋषभ पंत और ईशांत शर्मा जैसे दिग्गज खिलाड़ियों का नाम शामिल है.
रहाणे जैसे दिग्गजों का फेल होना टीम पर पड़ा भारी
इस मुकाबले की दूसी पारी में भारतीय टीम (India team) महज 278 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. तो वहीं मेजबान टीम इस मैच को पारी और 76 रन से जीतने में कामयाब रही. 5 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में दोनों टीमों ने 1-1 की बराबरी कर ली है. लेकिन, बात करें टीम इंडिया की तो आज का खेल बेहद निराशाजनक रहा है. फिर से मिडिल ऑर्डर में रहाणे जैसे खिलाड़ियों का बल्ला ना चलने का नतीजा टीम को हार के रूप में भुगतना पड़ा है.