क्रिकेट एक ऐसा जगत है, जहां पर कई बार खिलाड़ी कुछ ऐसा कर जाते हैं, जो हमेशा के लिए इतिहास में दर्ज हो जाता है. खेल के दौरान कई बार आपने कुछ भारतीय टीम (India Team) के खिलाड़ियों के साथ ही विदेशी प्लेयर्स को भी भावुक होते हुए भी देखा होगा, निजी जिंदगी के गमों को भुलाकर जब कुछ खिलाड़ी मैदान पर खेलने के लिए उतरते हैं, और अच्छा प्रदर्शन कर जाते हैं, तो उस पारी को लेकर काफी इमोशनल हो जाते हैं.
आज की इस रिपोर्ट में हम बात करेंगे भारतीय टीम के उन 3 खिलाड़ियों की, जिन्होंने गमों को पीछे छोड़ जब मैदान पर, तो बल्ले और गेंद से शानदार कारनामा किया, जिसे फैंस भी नहीं भुला पाए, और अपने इन्हीं शानदार प्रदर्शन को इन तीनों खिलाड़ियों ने अपने दिवंगत पिता को समर्पित किया. जानते हैं इन तीनों खिलाड़ियों के बारे में...
क्रुणाल पांड्या
इस लिस्ट में पहला नाम ऑलराउंडर खिलाड़ी क्रुणाल पांड्या (Krunal Pandya) का आता है, जिन्हें हाल ही में बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए 18 सदस्यीय टीम में चुना है. पहले मुकाबले में उन्हें कप्तान ने डेब्यू करने का भी मौका दिया, और अपने डेब्यू मैच में ही क्रुणाल ने बल्ले का ऐसा दमखम दिखाया, कि हर किसी का दिल उनकी बेहतरीन पारी ने जीत लिया.
केएल राहुल के साथ मिलकर भारतीय टीम (India Team) के खिलाड़ी क्रुणाल पांड्या ने मैच फिनिश करते हुए नाबाद 58 रन की पारी खेली, जो उनके डेब्यू मुकाबले का सबसे बेहतरीन और यादगार पल था. लेकिन अपनी इस पारी को लेकर क्रुणाल काफी ज्यादा इमोशनल हो गए थे, और उन्होंने इस पारी को अपने दिवंगत पिता के नाम समर्पित किया था.
मैच खत्म होने के बाद क्रुणाल भाई हार्दिक के गले लगकर फूट-फूट कर रोते हुए भी देखे गए थे. जिसका एक वीडिया भी सोशल मीडिया पर साझा किया गया था. भाई की पारी को देख हार्दिक भी काफी इमोशनल हो गए थे, और अपने आंखों के आंसुओं बहन से रोक नहीं पाए थे. इसी साल 16 जनवरी को हार्दिक-क्रुणाल के पिता ने दिल का दौरा पड़ने के चलते दुनिया को अलविदा कह दिया था.
मोहम्मद सिराज
इस लिस्ट में दूसरा नाम मोहम्मद सिराज (mohammed siraj ) का है, जिन्होंने बीते साल ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 26 दिसंबर से खेले गए मेलबर्न के दूसरे टेस्ट मैच में डेब्यू किया था. विदेशी धरती पर कंगारूओं के खिलाफ खेलते हुए सिराज ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए देश और विदेशी दिग्गजों का भी दिल जीत लिया था.
हालांकि आईपीएल खेलने के बाद सिराज सीधा ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर पहुंचे थे, इसी बीच 20 नवंबर को ये खबर आई थी कि, लंबी बीमारी के बाद उनके पिता का निधन हो गया है. लेकिन पिता की अंतिम विदाई के दौरान भी सिराज वहां मौजूद नहीं थे. लेकिन डेब्यू के बाद ही उन्होंने दूसरे मैच 5 विकेट चटकाए थे, और अपने इस शानदार प्रदर्शन को उन्होंने अपने दिवंगत पिता के नाम समर्पित किया था.
हालांकि डेब्यू के बाद सिराज को काफी ज्यादा इमोशनल होते हुए भी देखा गया था. हालांकि उनके शानदार प्रदर्शन से उनकी फैमिली भी काफी खुश थी, और उनके भाई ने कहा था कि, उनके पिता यही चाहते थे कि मोहम्मद सिराज भारतीय टीम (India Team) के लिए टेस्ट मैच खेले, और उनका सपना सिराज ने पूरा कर दिया है.
सचिन तेंदुलकर
इस लिस्ट में तीसरा और आखिरी नाम भारतीय टीम (India Team) के पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (sachin tendulkar father) का आता है, जो 100 शतक बनाकर एक ऐसा इतिहास रच चुके हैं, जिसे तोड़ पाना दुनिया के किसी भी खिलाड़ी के लिए इतना आसान नहीं है. 1999 की बात है, जब आईसीसी विश्व कप के दौरान ही 19 मई को सचिन के पिता रमेश तेंदुलकर ने दुनिया को अलविदा कह दिया था.
इस खबर के बाद सचिन भारत वापस और पिता का अंतिम संस्कार किया था. लेकिन इस दौरान उनकी गैरमौजूदगी में टीम को लगातार 2 शिकस्त मिल चुकी थी. पिता के मौत के गम में भारत में 4 दिन बिताने के बाद वो सीधा इंग्लैंड पहुंचे. इस दौरान केन्या के खिलाफ सचिन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के लिए उतरे.
सचिन ने केन्या के खिलाफ ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 101 गेंदो पर 16 छक्कों और 3 चौकों की मदद से नाबाद 140 रन ठोक डाले. इस बेहतरीन पारी को उन्होंने अपने स्वर्गीय पिता रमेश तेंदुलकर को समर्पित करते हुए अपना दुख जाहिर किया. उन्होंने अपनी आत्मकथा में भी बताया था, उनके पिता चाहते थे कि मैं इंग्लैंड वापस लौट आउं.