भारतीय टीम (India team)और इंग्लैंड (England) के बीच खेले जा रहे लीड्स टेस्ट मैच के दूसरे दिन विरोधी टीम की शुरूआत बेहद शानदार रही. खेल के पहले दिन से ही अंग्रेजी टीम इस मैच में हर सेशन के साथ अपनी पकड़ को और मजबूत कर रही है. दूसरे दिन का खेल भी पूरी तरह से इंग्लैंड के बल्लेबाजों के नाम रहा. दिन खत्म होने तक इंग्लैंड ने 8 विकेट के नुकसान पर 423 रन बना लिए हैं और 345 रन की बढ़त भी हासिल कर ली है.
खेल के दूसरे दिन उतरी टीम इंडिया अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सकी. विकेट की जद्दोजहद में एक बार फिर भारतीय तेज गेंदबाज काफी संघर्ष करते हुए नजर आए. शमी ने भारत को पहला विकेट दिलाया. इसके बाद जडेजा ने हमीद का महत्वपूर्ण विकेट लिया. लेकिन, पूरे दिन गेंदबाजी करने के बाद भी टीम इंडिया अंग्रेजी टीम की पारी को समेट नहीं सकी. इस खास रिपोर्ट में हम उन 3 गलतियों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो भारतीय खिलाड़ियों से मुकाबले के दूसरे दिन हुई.
1. नए बल्लेबाजों पर दबाव ना बना पाना
लीड्स टेस्ट के दूसरे दिन खेलने उतरी इंग्लैंड की टीम आत्मविश्वास से भरी हुई दिखाई दी. पहले विकेट के लिए हमीद और बर्न्स में 135 रन की साझेदारी हुई, जो भारतीय टीम के लिए सबसे बड़ी समस्या बनी. हमीद काफी सालों बाद भारत के खिलाफ ओपनिंग के तौर पर उतरे हैं. इससे पहले शुरूआत के दो मैचों में वो कुछ खास कमाल नहीं कर पाए थे. लेकिन, जब उन्हें ओपनिंग का मौका मिला तो खुद को साबित करते हुए बड़ी मुश्किल से आउट हुए.
भारतीय गेंदबाज नए बल्लेबाजों के आगे भी बेबस नजर आए. पूरे 3 साल बाद टेस्ट मैदान पर वापसी करते हुए डेविड मलान ने 70 रन की शानदार पारी खेली. उन्होंने कप्तान जो रूट के साथ शतकीय पार्टनरशिप करते हुए अपनी टीम के लिए रन भी बटोरे. यहां तक कि, पुछल्ले नए बल्लेबाज क्रेग ओवरटन भी अभी 24 रन बनाकर क्रीज पर टिके हुए हैं. यह भारतीय टीम (India team) के गेंदबाजों की पहली गलती थी कि, वो इंग्लैंड के नए बल्लेबाजों पर भी दबाव नहीं बना सके.
2. जो रूट का कोई तोड़ नहीं
टीम इंडिया के खिलाफ जो रूट (Joe Root) लगातार शतक पर शतक जड़ रहे हैं. एक तरफ जहां उनका ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है, वहीं भारतीय कप्तान का ग्राफ तेजी से गिर रहा है. सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच लीड्स में खेला जा रहा है और रूट ने बैक टू बैक शतकों की हैट्रिक लगा दी है. पहले नॉर्टिंघम में उन्होंने 107 रन की पारी खेली. फिर लॉर्ड्स में नाबाद 180 रन बनाए और फिर लीड्स के मैदान पर 121 रन की पारी खेलते हुए तीन शतक लगाए. जो रूट के टेस्ट करियर का यह 23वां शतक है.
अब तक भारत के खिलाफ वो 8 शतक जड़ चुके हैं. हालांकि जब तक जसप्रीत बुमराह ने उन्हें पवेलियन भेजा, तब तक वो टीम के लिए महत्वपूर्ण साझेदारी के साथ काफी रन भी बटोर चुके थे. 121 रन की पारी में रूट ने 14 चौके जड़े. हैरानी की बात तो यह थी कि, उनके आगे सभी भारतीय तेज गेंदबाज घुटने टेकते हुए दिखाई दिए. अब तक के तीनों मैच में यह समस्या रही है कि, भारतीय टीम (India team) के गेंदबाज उन्हें आउट करने का कोई तोड़ नहीं निकाल सके हैं. जो भारत की सबसे बड़ी समस्या है.
3. प्रभावहीन इंशात शर्मा
दूसरे टेस्ट मैच में अपनी धारदार गेंदबाजी का दमखम दिखाने वाले दिग्गज तेज गेंदबाज इशांत शर्मा का जादू अभी तक लीड्स पर नहीं चल सका है. बाकी गेंदबाजों को सफलता मिल भी चुकी है. लेकिन, अभी तक उन्हें इस मैदान पर एक भी विकेट हासिल नहीं हो सका है. इस पूरे मैच में उन्होंने कुल 22 ओवर किए हैं और सबसे ज्यादा रन भी उन्होंने बाकी गेंदबाजों के मुकाबले दिए हैं.
4.20 की इकोनॉमी रेट से गेंदबाजी करते हुए इशांत शर्मा ने इस मैच में कुल 92 रन लुटाए हैं. दो दिन के खेल में इशांत शर्मा बेहद प्रभावहीन नजर आए हैं, जिसकी उम्मीद फैंस को उनसे बिल्कुल नहीं थी. यदि उन्होंने विकेट झटके होते तो इंग्लैंड इतनी मजबूत स्थिति में नहीं पहुंच पाता. यह भारतीय टीम (India team) की तीसरी बड़ी गलती थी, कि इशांत के खाते में एक भी विकेट नहीं जुड़ सका.