भारतीय टीम और इंग्लैंड (India Team vs England) के बीच खेले जा रहे चौथे टेस्ट मैच में मेजबान कप्तान जो रूट (Joe Root) ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया था. उनके इस निर्णय को अंग्रेजी गेंदबाजों ने सही भी साबित किया और महज दूसरे सेशन में टीम इंडिया को 191 रन पर ऑलआउट भी कर दिया. इस मुकाबले में रोहित शर्मा और केएल राहुल ने कुछ बड़े शॉट के साथ अच्छी शुरूआत की थी. लेकिन, 28 रन पर भारत ने 2 अहम विकेट सलामी बल्लेबाज के तौर पर गंवा दिए थे.
चेतेश्वर पुजारा भी खाता खोलकर एंडरसन की गेंद पर सीधे पवेलियन लौट गए. इसके बाद कप्तान विराट कोहली और शार्दुल ने भले ही अर्धशतकीय पारी खेली. लेकिन, इनके अलावा कोई बल्लेबाज ओवल के मैदान पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सका. इस खास रिपोर्ट में हम उन 3 गलतियों के बारे में जिक्र करने जा रहे हैं, जो टीम इंडिया से मैच के पहले दिन हुई....
1. शीर्षक्रम का फेल होना
ओवल के मैदान पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड कुछ खास अच्छा नहीं रहा है. लेकिन, सलामी बल्लेबाजों ने जिस तरह से शुरूआत की थी, उससे लोगों को खासा उम्मीदें थीं. लेकिन, पहला घंटा बल्लेबाजी टीम पर पूरी तरह से भारी रहा. रोहित शर्मा (Rohit sharma) महज 11 (27) रन बनाकर क्रिस वोक्स की गेंद पर जॉनी बेयरस्टो को अपना विकेट दे बैठे. चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर केएल राहुल सेट होने के प्रयास में ओली रोबिन्सन की गेंद पर 17 (44) LBW हो गए.
भारत के ये दो महत्वपूर्ण विकेट टीम के लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुए. रोहित शर्मा और केेएल (KL Rahul) का इस तरह फेल होना टीम इंडिया पर भारी पड़ा और टीम की नींव हिल गई. ना भारत को एक बेहतरीन शुरूआत मिली और ना ना ही एक बड़ा स्कोर. यह कहना गलत नहीं होगा कि, भारतीय टीम (India Team) की सबसे बड़ी और पहली गलती शीर्षक्रम का फेल होना था, जो टीम इंडिया को एक अच्छे स्कोर की तरफ ले जा सकते थे.
2. रहाणे और पंत का फेल होना
सलामी बल्लेबाजों का विकेट गिरने के बाद मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज भी स्थिति को नहीं संभाल सके. चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya rahane) एक फिर बल्ले से फ्लॉप दिखे. लीड्स टेस्ट की दूसरी पारी में 91 रन बनाने वाले पुजारा का बल्ला ओवल में चला ही नहीं और वो जल्द ही अपना विकेट दे बैठे. हालांकि लोगों ने ऐसे कयास लगाए थे कि, पुजारा फॉर्म में वापसी करने के बाद एक बड़ी पारी जरूर खेलेंगे. लेकिन, सभी की उम्मीदों को झुठलाते हुए वो अपनी फॉर्म को ओवल में बरकरार नहीं रख सके. जेम्स एंडरसन की गेंद पर महज 4 (31) रन बनाकर पुजारा पवेलियन लौट गए.
अजिंक्य रहाणे की जगह कोहली ने पहले रवींद्र जडेजा को उतारा. लेकिन, उनका ये हुकुम इक्का काम नहीं आया और महज 10 रन बनाकर लंच के बाद जडेजा भी पवेलियन की तरफ लौट गए. इसके बाद रहाणे बल्लेबाजी के लिए उतरे. लेकिन, इस मुकाबले की पहली पारी में फिर से उनका बल्ला शांत रहा. इस पूरी टेस्ट सीरीज में रहाणे रन के लिए तरसते रहे हैं और ऐसा ही हाल उनका ओवल में देखने को मिला. 14 (47) रन बनाकर ओवर्टन की गेंद पर मोईन को कैच थमा बैठे. यह भारतीय टीम (India Team) की दूसरी सबसे बड़ी गलती थी.
3. विराट का बड़ी पारी ना खेलना
टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) उस वक्त मैदान पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे जब भारत 28 रन पर 2 विकेट गंवा चुका था. इस हालात में एक बार फिर से फैंस ने कोहली पर यकीन जताया, जिस पर वो हद तक खरे भी उतरे. उन्होंने मुश्किल परिस्थिति से टीम को थोड़ा बाहर निकाला और बल्लेबाजों को राहत महसूस दिलाई. लीड्स में अपनी अर्धशतकीय पारी की फॉर्म में कप्तान दिखाई दिए. उन्होंने अपनी फॉर्म को बरकरार रखते हुए ओवल के मैदान पर फिर से बेहतरीन अर्धशतक लगाया.
इसके बाद भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को उम्मीद थी कि, विराट एक बड़ी पारी के साथ टीम में अहम भूमिका भी निभाएंगे. लेकिन, उनकी इस बेहतरीन लय को ऑली रोबिन्सन ने बिगाड़ दिया. 50 (96) रन बनाकर खेल रहे कप्तान रॉबिन्सन की गेंद पर विकेटकीपर जॉनी बेयरस्टो को कैच दे बैठे और एक बड़ी पारी से चूक गए. जिसकी वजह से भारत इंग्लैंड के सामने सिर्फ 191/10 स्कोर खड़ा कर सकी. यह भारतीय टीम (India Team) की तीसरी और आखिरी बड़ी गलती थी.