भारत को मिला शोएब अख्तर जैसा खूंखार तेज गेंदबाज, फाइटर जेट से प्यार, रॉकेट की तरह फेंकता है घातक गेंद
Published - 18 Oct 2025, 09:32 AM | Updated - 18 Oct 2025, 09:34 AM

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कभी पाकिस्तान के शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने अपनी रफ्तार से दुनिया भर के बल्लेबाजों के दिलों में खौफ पैदा कर दिया था। आज वही खौफ भारतीय टीम में एक नए स्पीड स्टार के रूप में देखने को मिल रहा है । यह युवा तेज गेंदबाज न सिर्फ अपनी घातक रफ्तार से बल्लेबाजों को डराता है, बल्कि उसका जुनून और जज़्बा भी उसे खास बनाता है।
इस गेंदबाज़ की गेंदें रॉकेट की तरह निकलती हैं, और उनका फाइटर जेट्स के प्रति प्यार उनकी स्पीड का असली राज़ है। अब भारत के पास वह गेंदबाज है जो शोएब अख्तर के रिकॉर्ड को तोड़ने की क्षमता रखता है। आइये जानते हैं कौन वो गेंदबाज़ ?
IPL में मचाया तूफान रॉकेट जैसी रफ्तार से गेंदबाजी
यह भारतीय तेज़ गेंदबाज़ कोई और नहीं बल्कि मयंक यादव हैं। जिन्होंने पहली बार सबका ध्यान अपनी ओर IPL 2024 में खींचा। लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) की ओर से खेलते हुए उन्होंने रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) के खिलाफ 156.7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी। यह स्पीड देखकर सभी हैरान रह गए थे , क्योंकि यह आईपीएल इतिहास की सबसे तेज गेंदों में से एक थी।
मयंक यादव की घातक गति और सटीक लाइन-लेंथ ने उन्हें रातों रात स्टार बना दिया। उनकी तेज गेंदों ने कई दिग्गज बल्लेबाजों को परेशान किया। IPL 2024 में उन्होंने सिर्फ 4 मैचों में 7 विकेट झटके और अपनी टीम को कई अहम मौकों पर बढ़त दिलाई। उनकी गेंदों की तेजी और मूवमेंट ने उन्हें “रॉकेट बॉलर” का खिताब दिला दिया।
Shoaib Akhtar का रिकॉर्ड तोड़ने की क्षमता
साल 2003 वर्ल्ड कप में शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने इंग्लैंड के खिलाफ 161.3 किमी प्रति घंटे की गेंद फेंकी थी , जो आज तक क्रिकेट इतिहास की सबसे तेज गेंद मानी जाती है। दो दशक से ज़्यादा गुजरने के बाद भी कोई गेंदबाज इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है। लेकिन क्रिकेट विशेषज्ञ मानते हैं कि मयंक यादव में यह क्षमता है कि वह इस ऐतिहासिक रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं।
मयंक यादव की गेंदबाजी तकनीक बेहद आधुनिक है। उनका रन-अप फाइटर जेट के टेकऑफ़ जैसा होता है। हल्का झुकाव, शरीर का परफेक्ट बैलेंस और गेंद छोड़ने का सटीक टाइमिंग। उनके हाथ से निकलती गेंदें हवा को चीरती हुई रॉकेट जैसी गति से बल्लेबाज तक पहुंचती हैं।
यदि वह अपनी फिटनेस और ताकत पर लगातार काम करते रहें, तो भविष्य में वह शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) के 161.3 किमी प्रति घंटे के रिकॉर्ड को पार करने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन सकते हैं।
संघर्षों से निकला भारतीय क्रिकेट का नया सितारा
दिल्ली में जन्मे मयंक यादव का संबंध बिहार के सुपौल जिले के रतहो गांव से है। उनके पिता प्रभु यादव एक सायरन बनाने वाली कंपनी में काम करते थे। लेकिन कोविड-19 महामारी के दौरान बिजनेस बंद हो गया। मुश्किल समय में उन्होंने अपने परिवार के लिए चाय और अंडे बेचकर गुज़ारा किया।
मयंक ने इन हालातों में भी हार नहीं मानी। उन्होंने अपने सपनों को जिंदा रखा और क्रिकेट में खुद को साबित करने के लिए जमकर मेहनत की। IPL 2023 में लखनऊ सुपर जायंट्स ने उन्हें 20 लाख रुपये के बेस प्राइस पर खरीदा। हालांकि, चोट की वजह से वे IPL 2023 में नहीं खेल पाए।
लेकिन IPL 2024 में उनकी वापसी धमाकेदार रही। उन्होंने तेज़ रफ्तार से सभी को चौंका दिया। इसी प्रदर्शन के चलते LSG ने उन्हें IPL 2025 के मेगा ऑक्शन में 11 करोड़ रुपये में रिटेन किया था।
आईपीएल और इंटरनेशनल क्रिकेट में मयंक यादव का प्रदर्शन
मयंक यादव ने भारत के लिए अपना डेब्यू 6 अक्टूबर 2024 को टी 20 में बांग्लादेश के खिलाफ किया था , उन्होंने अब तक 3 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 20.75 की औसत से 4 विकेट लिए हैं। उनकी तेज रफ्तार और कंट्रोल ने उन्हें भारतीय टीम का भरोसेमंद स्पीडस्टर बना दिया है। लेकिन लगातार लग रही चोट के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया।
आईपीएल में उन्होंने 2024 में लखनऊ सुपर जायंट्स से डेब्यू किया था और अब तक 6 मैचों में 9 विकेट झटके हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/14 रहा, जबकि 156.7 किमी/घंटा की गेंद ने उन्हें लीग का सबसे तेज गेंदबाज बना दिया।
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