IND vs SL: टीम इंडिया (Team India) लगातार बढ़िया प्रदर्शन कर रही है. बैक-टू-बैक सीरीज जीत रही है, जो वर्ल्ड कप के हिसाब से अच्छा संकेत हैं. क्योकि टी 20 वर्ल्ड कप की तैयारी के भारत के पास 8 महीने बचे हैं. साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप (ICC T20 World Cup) के लिहाज से हर टी20 सीरीज फिलहाल टीम के लिए काफी अहमियत रखती है. बीसीसीआई तैयारियों को लेकर कोई कमी नहीं छोड़ना चाहती.
इसी तरह लगातार भारतीय टीम टी 20 सीरीज खेल रही है. भारत-वेस्टइंडीज के बाद श्रीलंका को हराया दिया हैं. माना जा रहा था कि रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम बिखर जाएगी. पर ऐसा हुआ नहीं सभी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन दिखा रहे हैं. आज हम आपको इस आर्टिकल में टीम इंडिया की उन समस्याओं के बारे में बताएंगे, जो श्रीलंका सीरीज में सुलझती हुई दिख रही हैं.
1. मिडिल ऑर्डर की समस्या
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की कप्तानी में टीम इंडिया का बेहतरीन प्रदर्शन जारी है. भारतीय टीम ने श्रीलंका को 3-0 से एकतरफा मात दी. रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया ने पहले न्यूजीलैंड फिर वेस्टइंडीज और उसके बाद श्रीलंका को धूल चटाई. रोहित की कप्तानी में भारतीय टीम की एक और बड़ी समस्या का हल मिल गया है. दरअसल, भारत के पास हमेशा से ही एक अच्छे मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज की कमी थी, जोकि श्रीलंका सीरीज के बाद खत्म हो गई है.
श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने विराट कोहली के नंबर 3 पर खेलकर भारतीय टीम की आधी टेंशन पर पूर्ण विराम लगा दिया है. इस बल्लेबाज ने पूरी सीरीज में रन बना कर काफी प्रभावित किया. उन्होंने तीन मुकाबले में रिकॉर्ड 204 रन ठोक दिए. वहीं दीपक हुड्डा भी मिडिल आर्डर में बल्लेबाजी के लिए अच्छा विकल्प हो सकते हैं. क्योंकि इस खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी में नंबर तीन पर काफी रन बनाए हैं.
2. फिनिशर की समस्या
वेंकटेश अय्यर (venkatesh iyer) टीम के लिए एक नई खोज बनकर उभरे हैं. महेंद्र सिंह धोनी और युवराज सिंह जैसे फिनिशर्स के जाने के बाद हम कह सकते हैं कि भारतीय टीम को एक नया विकल्प मिल गया है. किसी भी टीम में फिनिशर खिलाड़ी का एक अपना अलग ही रोल होता है. क्योंकि जब टीम मजधार में फंस जाती है.
टीम की नईया को पार लगाने में फिनिशर खिलाड़ी की जिम्मेदारी बढ़ जाती है. भारतीय टीम में जिस तरह से जब तक सारी टी20 सीरीज खेली हैं. चाहें वेस्टइंडीज के खिलाफ हो या फिर श्रीलंका के खिलाफ. दोनों ही टीमों के साथ हुए मैचों में भारत को कई मैच विनर खिलाड़ी मिले हैं.
वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैच की टी20 सीरीज में वेंकटेश अय्यर और सूर्यकुमार यादव ने जिस कातिलाना अंदाज देखने को मिला. इन दोनों खिलाड़ियों ने तोबड़तोड़ बल्लेबाजी की. जिन्हें भविष्य में टीम मैच फिनिशर के रूप में इस्तेमाल कर सकती है. वेंकटेश अय्यर और सूर्यकुमार यादव लंबे छ्क्कें लगाते हुए देखा गया था. वहीं ऑलराउंडर के रूप में रवींद्र जडेजा ने शानदार वापसी की है. श्रीलंका के खिलाफ जडेजा ने बल्ले और बॉल के शानदार कमबैक किया. भारतीय टीम इनकी इस स्किल का फायदा आने वाले टी-20 विश्वकप में उठा सकती हैं.
3. टीम ने बेंच स्ट्रेंथ की मजबूत
भारतीय टीम के आईसीसी टी20 रैंकिंग में नंबर-एक बनने की वजह इस टीम की मजबूत बेंच स्ट्रेंथ है. टीम ने हाल ही में वेस्टइंडीज को तीन मुकाबलों की टी20 आई सीरीज में 3-0 से पराजित कर आईसीसी टी20 रैंकिंग में नंबर एक स्थान हासिल किया. वहीं श्रीलंका को भी टी20 आई सीरीज में 3-0 सफाया कर दिया. ये कारनामा भारत ने जब किया है. जब कई बड़े खिलाड़ी टीम के साथ नहीं उन्हें धरेलू सीरीज में आराम दिया गया हैं और युवा खिलाड़ियों को उनकी जगह मौका मिला.
जिसमें विराट कोहली और ऋषभ पंत को आराम दिया था. वहीं जसप्रीत बुमराह भी टीम में शामिल को भी शामिल नहीं किया गया. श्रीलंका के खिलाफ आखिरी मैच में आवेश खान को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया. जिसमें वो पूरी तरह खरे उतरे और पहले ही मैच में 4 ऑवरों में एक मैडल और 23 रन देकर 2 विकेट हासिल किये. वहीं लंबे समय से बाहर चल रहें कुलदीप चहल को भी चांस दिया. विश्व कप में कुलदीप चहल की फिरकी का जादू देखने को मिल सकता हैं.