IND vs SA: भारतीय क्रिकेट टीम एक बार फिर साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज़ जीतने में नाकाम रही है. आखिरी और निर्णायक टेस्ट मैच में साउथ अफ्रीका ने भारत को 7 विकेटों से हराया. जिसके चलते अफ्रीका ने ये फ्रीडम सीरीज़ भी 2-1 से अपने नाम कर ली. इस श्रृंखला में भारत को साउथ अफ्रीका के तेज़ गेंदबाज़ों ने खासा परेशान किया है. साउथ अफ्रीका के तेज़ गेंदबाज़ों के सामने भारतीय बल्लेबाज़ थोड़े फींके पड़ते दिखाई दिए. ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के बॉलिंग यूनिट में अगर किसी ने सबसे ज़्यादा प्रभावित किया है तो वह है मास्को जेंसन (Marco Yansen).
मास्को जेंसन बने भारतीय फैंस के लिए "विलेन"
21 वर्षीय तेज़ युवा गेंदबाज़ मास्को जेंसन ने इस श्रृंखला में खेले गए 3 टेस्ट मैचों में कुल 19 विकेट चटकाए हैं. जिसके चलते उन्होंने अपनी टीम की जीत में एक बहुत ही अहम भूमिका निभाई है. इन्होनें इस पूरी श्रृंखला में अपनी तेज़ रफ़्तार वाली गेंदों से भारतीय बल्लेबाज़ों को काफी दिक्कतों में डाला है. आपको बता दें कि सेंचुरियन टेस्ट (Centurion Test) में यानसन ने अफ्रीका के लिए पहला मैच (Debut) खेला था और अपने पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में उन्होंने केवल एक ही विकेट लिया था.
लेकिन दूसरी पारी में जेंसन ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबको काफी प्रभावित किया, उन्होंने केवल 55 रन देकर दूसरी पारी में 4 विकेट हासिल किए. इससे मास्को जेंसन की असली क्षमता का अंदाज़ा सबको हो गया.
जोहान्सबर्ग और केपटाउन में चला जेंसन का जादू
मार्को यानसन ने जोहान्सबर्ग (Johannesburg) में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में तो मानो कहर ही ढा दिया. जेंसन ने पहली इनिंग में चार जबकि दूसरी इनिंग में तीन विकेट लेकर अपनी किफायती गेंदबाज़ी से सबका दिल जीत लिया. जिसके चलते दक्षिण अफ्रीका दूसरे टेस्ट मैच में दोनों पारियों में भारत को कम रनों पर ऑलआउट करने में कामियाब रही.
इसके बाद केपटाउन (Capetown) में खेले गए टेस्ट मैच में जेंसन का प्रदर्शन कुछ इसी प्रकार रहा. जेंसन ने केपटाउन में गेंदबाज़ी करते हुए पहली पारी में 55 रन देकर 3 विकेट हासिल किए जबकि दूसरी पारी में 36 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए. जिसके चलते साउथ अफ्रीका केपटाउन में भारत के खिलाफ बड़ी जीत दर्ज करने में कामियाब रही. मार्को जेंसन ने श्रृंखला के आखिरी दोनों मैचों में 7-7 विकेट चटकाकर पूरे विश्व में अपना नाम कर दिया.
इसी के साथ सीरीज़ में जेंसन का गेंदबाज़ी करते हुए औसत और स्ट्राइक रेट भी काफी कमाल का रहा. उन्होंने भारत के खिलाफ 16.47 की औसत और 32.6 के स्ट्राइक रेट काफी घातक गेंदबाज़ी की है. उन्होंने श्रृंखला में सही समय पर विकेट चटकाकर अपनी टीम को खेल में आगे किया है.