भारतीय टीम के लिए बांग्लादेश (IND vs BAN) के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज बिल्कुल भी आसान नहीं होने वाली है। एकदिवसीय सीरीज में मेजबान टीम ने मैन इन ब्लू को बहुत ही बुरी तरह शिकस्त दी है।
निचली रैंकिंग वाली टीम के हाथों वनडे सीरीज में धूल चाटने के बाद टीम इंडिया (IND vs BAN) को खूब सारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद अब टीम की निगाहें आगमी टेस्ट सीरीज पर गढ़ी हुई होगी। लेकिन मेहमान टीम (IND vs BAN) के लिए ये टेस्ट सीरीज भी लगभग नामुमकिन ही नजर आ रहा है।
आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको ऐसे ही तीन कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं जो इस बात कि गवाही दे रहे हैं कि भारत (IND vs BAN) टेस्ट सीरीज से भी हाथ धो बैठेगा। तो चलिए एक नजर डालते हैं उन कारणों पर.....
IND vs BAN: इन 3 कारणों से भारतीय टीम हार सकती है टेस्ट सीरीज
कप्तान के पास नहीं है अनुभव
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मुकाबले के दौरान टीम इंडिया के नियमित कप्तान रोहित शर्मा के अंगूठे में चोट लग गई थी, जिसके चलते उन्हें तीसरा वनडे मैच छोड़कर मुंबई वापिस जाना पड़ा। चोट की वजह से उनका टेस्ट सीरीज खेल पाना बिल्कुल ही नामुमकिन नहीं आ रहा है, क्योंकि उनके हाथों पर टांके लगाए हुए है। वहीं उनकी गैरमौजूदगी में टीम की कमान केएल राहुल के हाथों में होगी।
राहुल का सीरीज में कप्तान बनना ही टीम की हार का बड़ा कारण साबित हो सकता है। दरअसल, राहुल को टीम इंडिया की कप्तानी का अभी इतना अनुभव नहीं है। उन्होंने भले ही आईपीएल में कप्तानी की है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बतौर कप्तान वह फ्लॉप ही नजर आए। साथ ही उनका टेस्ट मैच में कैप्टन्सी का अनुभव कुछ खास नहीं रहा।
उन्होंने इस साल जनवरी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच में टीम इंडिया की अगुवाई की थी। पर वह अफ्रीका की जमीन पर टीम को जीत दिलाने में बुरी तरह असफल हुए। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम को सात विकेट से कड़ी शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
टेस्ट के अलावा केएल ने टी20 और वनडे क्रिकेट में भी भारत की अगुवाई की है। उन्हें ज़िम्बाब्वे और साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में टीम इंडिया का कप्तान बनाया गया था। उनकी कप्तानी में अफ्रीकी टीम ने तीन वनडे मैच में भारत को शिकस्त दी, जबकि ज़िम्बाब्वे के खिलाफ केएल ने तीन मैच में भारत को जीत दिलाई।
तेज गेंदबाजों की खल सकती है कमी
दूसरा कारण जिसके चलते भारतीय टीम बांग्लादेश के हाथों टेस्ट सीरीज में हार का सामना कर सकती है, वो है टीम के तेज गेंदबाज। दरअसल, भारतीय खेमे में अनुभवी तेज गेंदबाजों की कमी है। टीम के पास पेसर के रूप में शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक और जयदेव उनादकट उपलब्ध होंगे।
इनमें से सिर्फ शमी के पास ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गेंदबाजी करने का अच्छा अनुभव है। उनके अलावा किसी भी तेज गेंदबाजों के पास अनुभव नहीं है। इस सीरीज के जरिए उमरान अपना टेस्ट डेब्यू कर रहे होंगे। वहीं 12 साल के बाद जयदेव को टेस्ट टीम इंडिया में जगह मिल सकी है।
हालांकि शार्दुल आठ टेस्ट मैच खेल चुके हैं लेकिन उनकी गेंदबाजी में अभी तक वो धार नहीं आ पाई है, जो एक गेंदबाज की गेंदबाजी में टेस्ट मैच के लिए होनी चाहिए। ऐसे में टीम इंडिया को टेस्ट सीरीज में अपने पेसर्स की कमी खलने वाली है और ये टीम की हार का कारण भी हो सकता है।
टॉप-ऑर्डर हो सकता है टीम की कमजोरी साबित
बांग्लादेश के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में टीम इंडिया का टॉप-ऑर्डर धूल में मिलता हुआ नजर आया था। टीम के शुरुआती गेंदबाज कुछ भी कमाल नहीं कर पा रहे थे, जबकि उस समय टीम के पास शिखर धवन, रोहित शर्मा जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का विकल्प मौजूद था।
लेकिन टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया का टॉप ऑर्डर अनुभवी खिलाड़ियों से हिन होगा। टीम में हालांकि विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा होंगे, लेकिन इनके अलावा किसी अन्य बल्लेबाज के पास शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी का अनुभव नहीं है। दूसरी अब तक यह भी तय नहीं हो सका है कि रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में ओपनिंग कौन करेगा।
सलामी बल्लेबाज के तौर पर टीम में रजत पाटीदार और राहुल त्रिपाठी को शामिल किया गया है। मगर अभी ये बल्लेबाज अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के पहले पड़ाव तक भी नहीं पहुंच सके हैं। इन्होंने किसी भी विदेशी टीम के साथ प्रतिद्वंद्व नहीं किया है। ऐसे में खराब टॉप ऑर्डर के साथ टीम इंडिया का जीत पाना मुश्किल नजर आ रहा है।