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Gautam Gambhir: टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेट गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को भारतीय क्रिकेट टीम का नया हेड कोच नियुक्त किया जा सकता है. बीसीसीआई उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपने का पूरा मन बना चुकी है. बस जुलाई में इसका औपचारिक ऐलान होना बाकी है.
गंभीर को राहुल द्रविड़ के बाद नया कोच नियुक्त किया जाचा है तो भारतीय टीम पूरा कल्चर बदल सकता है. क्योंकि, गौतम गंभीर को अनुशासन काफी पसंद है. मनमानी करने वाले और फ्लॉप प्रदर्शन करने वाले प्लेयर्स की टीम से छुट्टी हो सकती है. आइए जानते है गंभीर कोच बनते हैं तो टीम इंडिया में क्या-क्या बदलाव देखने को मिल सकते है?
Gautam Gambhir के राज में बदल जाएगा सिस्टम
- टी20 विश्व कप 2024 के बाद मुख्य हेड कोच राहुल द्रविड़ का कार्यकाल सामाप्त होने जा रहा है.
- जुलाई में टीम इंडिया को नया हेड को मिलने की संभावना है. देशी कोच के रूप में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का नाम रेस में सबसे आगे हैं.
- उनके कोच बनने के बाद टीम इंडिया का सिस्टम पूरी तरह से बदला हुआ दिख सकता है.
- उनके रहते हुए कोई भी खिलाड़ी ईशान किशन और श्रेयस अय्यर की तरह कमर और पीठ दर्द का बहाना बनाकर बाहर नहीं जा सकता है.
- गंभीर मैदान से लेकर मैदान के बाहर तक अनुशासन पसंद करते हैं जो उनकी बात नहीं मानेगा उस उस खिलाड़ी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है.
फ्लॉप प्रदर्शन के चलते नहीं निभाई जाएगी रिश्तेदारी
- गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) का कुछ दिन एक बयान सामने आया था, उन्होंने कहा था कि उन्हें जिम्मेदारी मिलती है. तो वह अपना 100 फीसद देंगे.
- उनकी कोशिश टीम के उत्थान में रहेगी. वह किसी व्यक्तिग प्लेयर नहीं बल्कि टीम का स्तर उठाने के लिए काम करेंगे.
- उनकी इस बात साफ जाहिर होता है कि जैसे राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में विराट और केएल राहुल लंबे समय तक आउट ऑफ फॉर्म रहे.
- उसके बावजूद भी उन्हें टीम में बनाए रखा. खिलाड़ियों को बाहर करने की वजाए रिश्ते निभाए गए.
- लेकिन, गंभीर के आने के बाद इन सब गतिविधियों पर रोक लग सकता है. ये कल्चर काफी खत्म हो सकता है.
युवा खिलाड़ियों को खुलकर मिल सकते हैं मौके
- भारतीय टीम में लंबे समय से तीनों प्रारूपों में सीनियर खिलाड़ियों का राज है. उनकी वजह से युवा प्लेयर्स को मौके नहीं मिल पा रहे हैं.
- जबकि गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) को टीवी शॉ और कॉमेंट्री में युवा खिलाड़ियों को मौका देने की वकालत करते हुए देखा गया है.
- ऐसे में गंभीर अपनी इस बात पर अटल रहते हैं तो वह ऐसे खिलाड़ियों को जरूर चांस देंगे जो टीम इंडिया में खेलना डिचर्व करते हैं.
- गंभीर खुद एक खिलाड़ी रहे हैं. जबकि किसी प्लेयर को हार्ड वर्क करने पर मौका नहीं दिया जाता तो प्लेयर को कितना दुख होता है.
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