भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार गेंदबाज मोहम्मद शमी वेस्टइंडीज दौरे पर गेंदबाजी करने में व्यस्थ थे. तो वहीं दूसरी तरफ भारत में तेज गेंदबाज के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी हो चुका है. मोहम्मद शमी पर उनकी पत्नी हसीन जहां द्वारा घरेलू हिंसा की याचिका को लेकर ये अरेस्ट वारंट जारी हुआ है. इसके बाद हसीन जहां ने मीडिया से बात करते हुए बताया दिया एक बड़ा बयान.
मोहम्मद शमी को लेकर हसीन जहाँ का बड़ा बयान
शमी के खिलाफ सोमवार को अलीगढ़ कोर्ट की तरफ से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है जिसके बाद से हसीन जहाँ का आत्मविश्वास बढ़ा है, अब तो उन्होंने आश्रम और राम रहीम को भी इस केस में घसीट लिया है.
मोहम्मद शमी की पत्नी हसीन जहां ने मंगलवार को शमी को लेकर कहा कि अगर आसाराम और राम रहीम कानून से नहीं बच सके तो शमी कौन होते हैं? भले ही वो खुद को बहुत बड़ा खिलाड़ी समझता हो.
एनडीटीवी से बात करते हुए हसीन जहाँ ने कहा कि,
“अगर आसाराम बापू और राम रहीम कानून से बचने में नाकाम रहे, तो उनके सामने कौन शमी है? शमी को बीसीसीआई का समर्थन और कुछ बड़े क्रिकेटरों का समर्थन मिल रहा है. अन्यथा, अब तक वह अपनी गलतियों को मान चुका होता, लेकिन यह लंबे समय तक नहीं चलेगा."
सभी आरोपों को कर रही हैं साबित
हसीन जहां ने आगे भारतीय क्रिकेट स्टार के खिलाफ केस लड़ने के लिए आने वाली समस्याओं पर खुल कर बात की. उन्होंने कहा कि उनकी वित्तीय स्थिति अच्छी नहीं है, जिसके कारण उनको समर्थन नहीं मिल रहा है, जिसने उनको निराश किया है. लेकिन अब जब अदालत ने अपना नवीनतम फैसला सुनाया है, तो जहान को अपने पक्ष में फैसला मिलने की उम्मीद है.
“मैं डेढ़ साल से लड़ रही हूं. मैं आशाहीन हो रही हूं. मैं आर्थिक रूप से मजबूत नहीं थी और ना ही मुझे किसी का समर्थन था. मैं हर जगह दलील दे रही थी लेकिन मैं आशा की किरण खोजने में असफल रही और हार मान रही थी.”
हसीन जहाँ ने आगे कहा कि,
“ये एक ऐसा मामला था जिसको दबाया जा रहा था, लेकिन अल्लाह को धन्यवाद, सच्चाई हमेशा जीतती है. मैंने शमी पर लगाए गए सभी आरोप सही साबित किए हैं. न्याय प्रक्रिया सभी के लिए समान होती है. मैं वास्तव में खुश और आभारू हूं. मुझे न्याय दो और मेरी पीड़ा समझो.”