टी20 वर्ल्ड कप 2021 नजदीक है. लेकिन, उससे पहले भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड उन 17 सदस्य देशों की लिस्ट में शामिल हो चुके हैं जिन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) के इवेंट के आयोजन में हिस्सा लेने में इंट्रेस्ट दिखाया है. हाल ही में क्रिकेट काउंसिल ने 2024 से लेकर 2031 तक के अगले 8 साल के फ्यूचर टूर प्रोग्राम (FTP) का शेड्यूल जारी किया था. इसमें सीमित ओवरों के कुल 8 ग्लोबल इवेंट होने हैं. इसके बारे में खुद क्रिकेट काउंसिल ने इसी सोमवार को अपडेट दी है.
फ्यूचर टूर प्रोग्राम को लेकर ऐसी है ICC की प्लानिंग
हाल ही में आई एक रिपोर्ट की माने तो बीसीसीआई (BCCI) ने बीते महीने 3 ग्लोबल आयोजनों की मेजबानी का दावा पेश करने का निर्णय किया है. इसमें छोटे फॉर्मेट के भी दो वर्ल्ड कप शामिल हैं. हालांकि साल 2024 से आगाज होने वाले अगले चक्र (FTP) के दौरान बीसीसीआई किसी भी मेजबानी शुल्क का भुगतान करने के मूड में नहीं है.
इसके ही भारतीय बोर्ड के लिए भारतीय बोर्ड के लिए एक महत्वपूर्ण विषय कर छूट का भी होगा, जो उसे किसी भी आईसीसी आयोजन की मेजबानी के लिए अपनी सरकार से हासिल करना अहम है. जानकारी के मुताबिक बीसीसीआई ने मेजबानी का ये फैसला शीर्ष समिति की अपनी पिछली बैठक में किया था. इस बारे में ऐसी खबर आई थी कि, बोर्ड ने अगले चक्र के लिए एक चैंपियंस ट्रॉफी, एक टी20 वर्ल्ड कप और वनडे वर्ल्ड कप की मेजबानी को लेकर दावा पेश किया है.
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर होगा अलग निर्णय
दरअसल अगले चक्र से संबंधित टूर्नामेंटों की संख्या में बढ़ोतरी होने के बाद आईसीसी (ICC) ने 2023 के बाद होने वाले पुरुषों की सीमित ओवरों के मुकाबलों के लिए मेजबानों की प्लानिंग में जुट गई है. इसी बीच क्रिकेट काउंसिल ने एक बयान जारी करते हुए जानकारी दी कि, वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच की मेजबानी, आईसीसी महिला और अंडर-19 इवेंट को नए चक्र में एक अलग प्रोसेस के आधार पर निर्धारित किया जाएगा. इसकी शुरूआत इस साल के आखिर में किया जाएगा.
मेजबानी की रेस में नामीबिया और ओमान का भी नाम शामिल
इसके बाद अगले चक्र में पुरुषों की कुल 8 वनडे और टी20 अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट से जुड़ा शेड्यूल है. इसमें 2024 से 2031 तक वनडे वर्ल्ड कप के 2, टी20 वर्ल्ड कप के 4 और आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी (ICC Champions Trophy) के दो आयोजन की प्लानिंग है. सदस्यों को संभावित मेजबानी के तौर पर शुरूआती तकनीकी प्रस्ताव जमा करने के लिए इनवाइट किया गया था.
इसमें शामिल देशों के पास अकेले और संयुक्त मेजबानी का प्रस्ताव पेश करने का ऑप्शन भी था. जिसके लिए ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, इंग्लैंड, भारत, आयरलैंड, मलेशिया, नामीबिया, न्यूजीलैंड, ओमान, पाकिस्तान, स्कॉटलैंड, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, वेस्टइंडीज, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और जिम्बाब्वे ने आईसीसी के सामने शुरूआती प्रसेंटेशन दे दिया है.