ICC: वनडे क्रिकेट की जब शुरुआत हुई थी तो इसे 60 ओवर का खेला जाता था. शुरुआती कुछ विश्व कप (1975, 1979, 1983) 60 ओवर के फॉर्मेट में खेले गए थे लेकिन 1987 विश्व कप में आईसीसी (ICC) ने वनडे क्रिकेट को ज्यादा रोमांचक बनाने की वजह से इसे 50 ओवर का कर दिया. अब टी 20 और टी 10 के दौर में 50 ओवर का वनडे मैच भी लंबा लगने लगा है और दुनियाभर के क्रिकेट विशेषज्ञ और पूर्व खिलाड़ी इस फॉर्मेट में ओवर की संख्या घटाने की मांग कर रहे हैं. इसी विषय पर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान का भी बड़ा बयान सामने आया है.
ICC वनडे क्रिकेट में करें बदलाव
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान आरोन फिंच (Aaron Finch) ने वनडे क्रिकेट पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि 50 ओवर का वनडे मैच काफी लंबा और बोरिंग होता है. ICC को 50 ओवर की जगह अब एक पारी को 40 ओवर का कर देना चाहिए. इससे वनडे क्रिकेट का रोमांच बरकरार रहेगा और इसका भविष्य भी सुरक्षित रहेगा.
क्यों हो रही बदलाव की मांग?
टी 20 क्रिकेट के उदय के बाद टेस्ट फॉर्मेट और वनडे क्रिकेट पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं. अंतराष्ट्रीय स्तर पर टी 20 मैच पर्याप्त संख्या में तो खेले जा ही रहे हैं. दुनियाभर में टी 20 लीग खेली जा रही है जिसमें खिलाड़ी व्यस्त रहते हैं. खिलाड़ी पैसे की वजह से अपने देश की तरफ से वनडे और टेस्ट खेलने की जगह टी 20 और लीग क्रिकेट खेलने को ज्यादा तरजीह दे रहे हैं. ऐसे में टेस्ट क्रिकेट और वनडे को टी 20 की लोकप्रियता से बचाने और रोचक बनाने के लिए इसमें बदलाव की मांग लंबे समय चल रही है जिस पर ICC निकट भविष्य में कोई न कोई फैसला ले सकती है.
फॉर्मेट के समर्थन में भी दिग्गज
एक तरफ से आरोन फिंच जैसे खिलाड़ी वनडे क्रिकेट को 40 ओवर का करने और टेस्ट को 4 दिन का करने की सुझाव दे रहे हैं. वहीं कुछ दिग्गजों का मानना है कि ICC को टी 20 क्रिकेट के दबाव में नहीं आना चाहिए और वनडे के साथ ही टेस्ट फॉर्मेट में किसी भी तरह का बदलाव नहीं करना चाहिए. इन दिग्गजों का मानना है कि टेस्ट और वनडे ही असली क्रिकेट है. इनमें बदलाव से क्रिकेट को नुकसान हो सकता है.
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