R Ashwin : टीम इंडिया इन दिनों बदलाव के दौर से गुज़र रही है, जिसमें अबतक देखा गया है कि बीसीसीआई सिलेक्शन कमिटी ज्यादातर युवा खिलाड़ियों को टीम में मौका दे रही है. टीम इंडिया के स्टार फिरकी गेंदबाज़ आर अश्विन भी लगभग 12 सालों से टीम के लिए अहम भूमिका निभा रहे हैं. हालांकि वे अब अपनी बढ़ती उम्र को देखते हुए टीम इंडिया से दूरी बना सकते हैं. उनकी जगह पर एक मुंबई का फिरकी गेंदबाज़ भारतीय टीम में जगह बना सकता है. इस गेंदबाज़ ने अभी हाल ही में 7 विकेट अपने नाम किया है.
R Ashwin की हो सकती है छुट्टी
आर अश्विन (R Ashwin) लगातार भारतीय टेस्ट टीम का हिस्सा होते हैं. उन्हें हाल ही में साउथ अफ्रीका दौरे पर खेली गई 2 मैच की टेस्ट सीरीज़ के लिए मौका दिया गया था, जहां पर उन्हे पहले मैच में अंतिम एकादश में जगह मिली, जबकि दूसरे मैच में उन्हें प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया. बढ़ती उम्र भी अश्विन के लिए परेशानी का सबब बन सकती है और वे साल 2024 में ही संन्यास का ऐलान कर सकते हैं. हालांकि अब उनकी जगह पर चीफ सिलेक्टर अजीत अगरकर को एक शानदार विकल्प मिल चुका है. इस गेंदबाज़ ने विदर्भ के खिलाफ अपना जलवा बिखेरा और विरोधी टीम को चारो खाने चित कर दिया है.
इस गेंदबाज़ ने झटके 7 विकेट
देश में इन दिनों घरेलू टूर्नामेंट का आयोजन ज़ोरों शोरों के साथ किया जा रहा है, जिसमें अंडर 23 कोल सीके नायडु टूर्नामेंट में मुंबई और विदर्भ की टीम आमने सामने हैं. इस मैच में मुंबई की ओर से गेंदबाज़ी करते हुए हिमांशु सिंह ने 7 विकेट अपने नाम कर लिया और विदर्भ की टीम के बल्लेबोज़ों के घुटने टेकवा दिए. अपनी गेंदबाज़ी के दौरान उन्होंने 29 ओवर के स्पेल में 2.97 की इकोनॉमी रेट के साथ 86 रन खर्च किए. उनके शानदार प्रदर्शन से प्रभावित होकर अजीत अगरकर उन्हें मौका दे सकते हैं.
कुछ ऐसा रहा है मैच का हाल
इस मैच में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए विदर्भ ने पहली पारी में 254 रन बनाए थे, जिसके जवाब में मुंबई खबर लिखे जाने तक 7 विकेट खोकर 365 रन बना चुकी है. मुंबई के पास इस वक्त 111 रनों की बढ़त है. मुकाबले में वापसी करने के लिए विदर्भ को दूसरी पारी में उतकृष्ट प्रदर्शन करना होगा.
यह भी पढ़ें: 1983 से लेकर 2013 तक…टीम इंडिया के लिए लकी साबित हुए विदेशी कोच, 5 बार ICC की ट्रॉफी पर भारत ने जमाया कब्ज़ा
यह भी पढ़ें; 45 साल की उम्र में इस दिग्गज खिलाड़ी ने किया संन्यास का ऐलान, जीती है विश्वकप की ट्रॉफी