6,6,6,6,4,4,4,4.. दो भाई दोनों तबाही! इन 2 भारतीय बल्लेबाजों ने वनडे में कर डाली 416 रन की ऐतिहासिक साझेदारी
अब दो भारतीय बल्लेबाज (india batsmen) ने इसे तोड़ दिया है। इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 416 रनों की साझेदारी की। अब आइए जानते हैं कि यह बल्लेबाज कौन है
Indian Batsmen: वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम है। एमएन सैमुअल्स और क्रिस गेल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ दूसरे विकेट के लिए 372 रनों की साझेदारी की। अभी तक वनडे क्रिकेट में किसी भी बल्लेबाज के बीच इतनी बड़ी साझेदारी नहीं हुई है। यह रिकॉर्ड कैरेबियाई खिलाड़ियों के नाम है। कोई भी इस रिकॉर्ड को नहीं तोड़ पाया है। लेकिन अब दो भारतीय बल्लेबाज ने इसे तोड़ दिया है। इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 416 रनों की साझेदारी की। अब आइए जानते हैं कि यह बल्लेबाज कौन है
दो Indian Batsmen ने पहले विकेट के लिए 416 रनों की साझेदारी की
दरअसल एमएन सैमुअल्स और क्रिस गेल के बीच , यह साझेदारी इंटरनेशनल क्रिकेट में हुई थी। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों (Indian Batsmen) के बीच साझेदारी घरेलू लिस्ट ए टूर्नामेंट विजय हजारे में हुई थी। यह बल्लेबाज कोई और नहीं बल्कि तमिलनाडु के साई सुदर्शन और नारायण जगदीसन हैं, जिन्होंने करीब दो साल पहले विजय हजारे की पारी में अपनी बल्लेबाजी से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया था। इन दोनों ने पहला विकेट लिया और 416 रनों की साझेदारी कर अरुणाचल प्रदेश को विकेट के लिए तरसने पर मजबूर कर दिया।
जगदीसन और साई सुदर्शन ने शानदार पारी खेली
इस दौरान दोनों भारतीय बल्लेबाजों (Indian Batsmen) ने बल्ले से खूब रन बनाए। साई सुदर्शन ने 101 गेंदों पर 154 रन बनाए। उन्होंने अपनी गेंद पर 19 चौके और 2 गगनचुंबी छक्के लगाए। नारायण जगदीसन ने दोहरा शतक लगाया। उन्होंने 196.45 की स्ट्राइक रेट से 141 गेंदों का सामना करते हुए 277 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से चौकों और छक्कों की झड़ी लग गई। जगदीसन ने अपने बल्ले से 25 चौके और 15 गगनचुंबी छक्के लगाए। इन दोनों की बदौलत तमिलनाडु ने 50 ओवर में 506 रन बनाए। जवाब में अरुणाचल प्रदेश की टीम सिर्फ 71 रन ही बना सकी। नतीजन उसे 435 रनों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा।
जगदीसन ने मचाया धमाल
इस पारी(Indian Batsmen) की बदौलत नारायण जगदीशन और साई सुदर्शन ने धमाल मचा दिया। खास तौर पर नारायण जगदीशन ने बल्ले से बेहतरीन खेल दिखाकर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। अरुणाचल प्रदेश की ओर से खेली गई यह पारी उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी मानी जाती है।