6,6,6,6,6,6,6..... अभिषेक शर्मा की टीम के जबड़े से हार्दिक पांड्या ने छिना मैच, महज इतनी गेंदों पर 77 रन ठोक पलटी बाजी

Published - 02 Dec 2025, 04:56 PM | Updated - 02 Dec 2025, 04:57 PM

Hardik Pandya

सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2025-26 के हैदराबाद राउंड में वह नज़ारा देखने को मिला, जिसका इंतज़ार भारतीय क्रिकेट फैंस पिछले दो महीनों से कर रहे थे। बाएं क्वाड्रिसेप की चोट से उभरे हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने जैसे ही मैदान पर कदम रखा, पूरे राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में ऊर्जा की लहर दौड़ गई।

पंजाब ने अभिषेक शर्मा की कप्तानी में 222 रन का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा कर दिया था, लेकिन हार्दिक (Hardik Pandya) ने अपने दमदार प्रदर्शन से मैच का रुख इस तरह पलटा कि विपक्षी टीम देखते ही रह गई।

गेंदबाजी में महंगे साबित होने के बाद जब वे बल्ले के साथ उतरे, तो वही पुरानी विस्फोटकता और मैच फिनिश करने की क्षमता एक बार फिर दिख गई।

हार्दिक ने गेंदबाजी में झेली मुश्किलें, पंजाब ने बनाया विशाल स्कोर

एशिया कप 2025 फाइनल के बाद यह हार्दिक (Hardik Pandya) का पहला कॉम्पिटिटिव मैच था। लंबे समय बाद गेंदबाजी करते हुए रिद्म पकड़ने में उन्हें दिक्कत हुई। उन्होंने चार ओवर में 52 रन दिए, हालांकि अनमोलप्रीत सिंह का विकेट जरूर हासिल किया।

पंजाब की ओर से कप्तान अभिषेक शर्मा ने शुरू से ही आक्रामक रूख अपनाया और तेज अर्धशतक जमाया। उनकी पारी के सहारे पंजाब 20 ओवर में 8 विकेट पर 222 रन तक पहुंच गया। बड़ौदा के लिए यह लक्ष्य बेहद चुनौतीपूर्ण था और मैच यहीं से पंजाब के पक्ष में जाता हुआ दिख रहा था।

चेज में उतरे Hardik Pandya का दिखा क्लास और संयम

जब 223 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए बड़ौदा मुश्किल में थी, तभी नंबर चार पर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) बल्लेबाजी करने उतरे। ओपनरों विष्णु सोलंकी और शाश्वत रावत ने तेज शुरुआत देकर प्लेटफॉर्म तो दिया था, लेकिन बड़े लक्ष्य के दबाव में एक स्थिर और मैच-विनिंग पारी की जरूरत थी।

हार्दिक (Hardik Pandya) ने शुरुआत में संयम दिखाया, विकेट के अनुकूल खुद को ढाला और धीरे-धीरे अपने शॉट्स का दायरा बढ़ाना शुरू किया। हर गेंद को समझकर खेलने की उनकी क्षमता ने बड़ौदा की उम्मीदें जगा दी थीं।

तीन गगनचुंबी छक्कों ने बदला मैच का रुख

इन्निंग के मध्य चरण तक हार्दिक (Hardik Pandya) पूरी तरह सेट हो चुके थे और पंजाब के गेंदबाजों पर आक्रमण करने का सही समय चुन रहे थे। इसके बाद आया वो पल जिसने पूरे मैच की कहानी पलट दी।

बाएं हाथ के पेसर अश्विनी कुमार और गुरनूर बरार की गेंदों पर हार्दिक ने लगातार तीन छक्के जड़ दिए। ये छक्के सिर्फ रन नहीं थे, बल्कि पंजाब के आत्मविश्वास पर गहरा आघात थे।

स्टेडियम में मौजूद दर्शक खड़े होकर जश्न मना रहे थे। हार्दिक ने जैसे ही अंतिम ओवरों में अपनी रफ्तार बढ़ाई, मुकाबला पंजाब के हाथों से फिसलता चला गया।

77 रन की तूफानी पारी ने दिलाई बड़ौदा को शानदार जीत

हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने 42 गेंदों पर 77 रन की नाबाद पारी खेलते हुए बड़ौदा को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उसका सबसे बड़ा चेज़ दिलाया। इससे पहले टीम का सर्वोच्च चेज़ 222 रन था, जिसे उन्होंने एक रन से पार कर दिया।

उनकी पारी में सात चौके और छह शानदार छक्के शामिल थे। बड़ौदा ने 19.1 ओवर में 224 रन बनाकर आसान दिखने वाली नहीं बल्कि बेहद खास जीत हासिल की।

गेंदबाजी में संघर्ष के बाद ऐसी पारी खेलकर हार्दिक ने दिखा दिया कि वे भारतीय टीम के लिए कितने महत्वपूर्ण हैं। अब उनकी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में वापसी लगभग तय मानी जा रही है, और इस प्रदर्शन ने टीम इंडिया को नई उम्मीद दे दी है।

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यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।

गेंदबाजी महंगी रही, लेकिन उन्होंने 42 गेंदों पर 77* रन बनाकर बड़ौदा को 223 रन का लक्ष्य चेस कराते हुए मैच जिता दिया।

हाँ, उनके प्रदर्शन और फिटनेस को देखते हुए दक्षिण अफ्रीका T20 सीरीज में उनकी वापसी लगभग तय मानी जा रही है।