Harbhajan Singh: न्यूजीलैंड के खिलाफ वाइटवॉश का सामना करने के बाद टीम इंडिया के प्रदर्शन पर सवाल उठ रहे हैं। क्रिकेट प्रशंसकों से लेकर पूर्व क्रिकेटरों तक, हर कोई कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा के फैसलों पर लगातार सवाल उठा रहे हैं। अब इस लिस्ट में टर्बनेटर हरभजन सिंह का नाम भी जुड़ गया है। इसके साथ ही उन्होंने इस हार के असली दोषी का भी नाम बताया है। आइए आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कहा
Harbhajan Singh ने दिखाया गुस्सा
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया को मुंबई में न्यूजीलैंड के खिलाफ 25 रनों से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ ही भारतीय क्रिकेट के इतिहास में यह पहला मौका है, जब टीम इंडिया ने घरेलू मैदान पर तीन या उससे ज्यादा मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया है। भारत की हार के बाद पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह(Harbhajan Singh)गुस्से में दिखे। इस बार उन्होंने पिच पर सवाल उठाए हैं।
हमारी अपनी टर्निंग पिचें भारतीय टीम के लिए दुश्मन बन रही हैं - भज्जी
भारत की हार के बाद हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने लिखा हमारी अपनी टर्निंग पिचें भारतीय टीम के लिए दुश्मन बन रही हैं। पूरी सीरीज में शानदार प्रदर्शन करने और हमें हराने के लिए न्यूजीलैंड की टीम को बधाई। मैं कई सालों से कह रहा हूं कि टीम इंडिया को अच्छी पिचों पर खेलने की जरूरत है। क्योंकि ये टर्निंग पिचें हर बल्लेबाज के लिए चुनौतीपूर्ण लगती हैं।
"पिचें स्पिन के लिए बहुत अनुकूल थीं" - हरभजन सिंह
एएनआई से बात करते हुए हरभजन सिंह (Harbhajan Singh)ने कहा - परिस्थितियां स्पिन के लिए बहुत अनुकूल थीं। जो गड्ढा दूसरों के लिए खोदा गया, वह खुद उसी गड्ढे में गिर गए। यह सिर्फ आज नहीं हो रहा है, आज से सालों पहले भी ऐसा होता रहा है। क्रिकेट लगातार ऐसी पिचों पर खेला जाता है जहां मैच साढ़े तीन दिन में खत्म हो जाते हैं। कुछ पिचें ऐसी भी हैं जहां मैच दो दिन में ही खत्म हो जाते हैं। इससे पता चलता है कि ये पिचें टेस्ट क्रिकेट के लिए उपयुक्त नहीं हैं और टेस्ट क्रिकेट की भावना को नहीं दर्शाती हैं।
रोहित और गंभीर ने की थी ये मांग
दरअसल ऐसी खबरें थीं कि सीरीज के पहले दो मैच हारने के बाद रोहित शर्मा और गौतम गंभीर ने तीसरे और अंतिम टेस्ट में स्पिन ट्रैक की मांग की थी। पहले दिन पिच पर ज्यादा टर्न नहीं था, लेकिन दूसरे और तीसरे दिन गेंद इस तरह से घूमी कि भारत अपने ही जाल में फंस गया, जिसके चलते मुंबई टेस्ट में टीम इंडिया के लिए 147 रनों का लक्ष्य काफी बड़ा हो गया।
भारत की इस हार के साथ ही कप्तान रोहित शर्मा के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। टेस्ट कप्तानी संभालने के कुछ समय बाद ही वे घरेलू मैदान पर सबसे ज्यादा टेस्ट मैच हारने वाले दूसरे भारतीय कप्तान बन गए। उन्होंने इस लिस्ट में कपिल देव और मोहम्मद अजहरुद्दीन जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया है।