Gautam Gambhir: बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के चौथे मुकाबले में टीम इंडिया को खराब बल्लेबाजी के चलते हार मिली. इसी के साथ मेजबान टीम ने 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है. इस सीरीज का आखिरी मुकाबला सिडनी में 3 जनवरी से शुरु हो रहा है. लेकिन, उससे पहले भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने सनसनीखेज खुलासा किया. उन्होंने टेस्ट के धुरंधर को की वापसी को लेकर चुप्पी तोड़ी है. आइए इस रिपोर्ट में जानते हैं कि उन्होंने BGT में पुजारा की वापसी को लेकर क्या कुछ कहा ?
Gautam Gambhir ने चेतेश्वर पुजारा की वापसी पर तोड़ी चुप्पी
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के हेड कोच इस समय दबाब महसूस कर रहे होंगे. क्योंकि, उनके कार्यकाल में भारत को 24 सालों के बाद न्यूजीलैंड के सामने क्लीन स्विप का सामना करना पड़ा. वहीं अब BGT में भारत की बल्लेबाजी बुरी तरह कंगारू गेंदबाजों के सामने एक्पोज हो चुकी है. टीम इंडिया के बल्लेबाज एक दिन भी पिच पर नहीं टिक पा रही है.
खराब बल्लेबाजों के सात साथ गंभीर के ऊपर भी तलवार लटकी हुई है. वहीं गौतम ने टेस्ट की रीढ माने जाने वाले चेतेश्वर पुजारा की वापसी को लेकर खुलासा किया. एक्सप्रैस स्पोर्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि गंभीर ने पुजारा को टीम में शामिल करने की मांग की थी कि उन्हें BGT के लिए स्क्वाड में शामिल किया जाए. लेकिन, उन्हें सिलेक्ट नहीं किया गया. जिसकी वह से पुजारा स्टार स्पोर्ट्स पर कॉमेंट्री करते देखा जा रहा है.
Gautam Gambhir wanted Cheteshwar Pujara for the BGT, but selectors turned it down. (Express Sports). pic.twitter.com/oAMdkDsJ8N
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) January 1, 2025
क्या बीसीसीआ ने गंभीर की बातों को किया नजरअंदाज ?
गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर काफी उठा पटक देखने को मिल ररी है. उनका यह बयान काफी कुछ बंया करता है. जब कोच ने अनुभवी बल्लेबाज पुजारा को टीम में शामिल करने की अर्जी लगाई थी तो क्या ऐसे में बीसीसीआई ने उनकी बातों को पानी नहीं दिया. ऐसे तमाम सवाल है तो इस समय क्रिकेट प्रेमियों के मन में चल रहे हैं.
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया में इस सीरीज में जैसे ट्रॉप ऑर्डर ने निराश किया है. ऐसे में चेतेश्वर पुजार जैसे बल्लेबाजों की जरूरत होती है तो अधिक गेंद खेलकर गेंद को पुराना करे ताकि आने वाले बल्लेबाज आसानी से रन बना सके, मगर, इस बार तो पूरी टीम ही नई बॉल के साथ निपटती हुई नजर आए. बता दे कि पुजारे ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर 11 मैचों में 47.28 की औसत से 993 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने 2657 गेंदों का सामना किया इसलिए उन्हें टेस्ट के महान बल्लेबाजों की श्रेणी में गुना जाता है.