Gautam Gambhir: आमूमन कोई भी टीम उन खिलाड़ियों को मौका देती है, जो शानदार फॉर्म में होते हैं। लेकिन हाल ही में BCCI ने BGT यानी बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारत की टीम की घोषणा की। इसमें उन्होंने एक बेहतरीन खिलाड़ी को मौका नहीं दिया। यहां यह समझ से परे है कि कोच गौतम गंभीर ने उस खिलाड़ी को नजरअंदाज क्यों किया। क्योंकि वह शानदार फॉर्म में है। बैट, बॉल और फील्ड तीनों ही डिपार्टमेंट बेहतरीन हैं। लेकिन फिर भी उसे नजरअंदाज कर दिया गया। अब यह खिलाड़ी कौन है?
Gautam Gambhir ने जबरदस्त फॉर्म में चल रहे खिलाड़ी को नहीं दिया मौका
आपको बता दें कि बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने जिस खिलाड़ी को नजरअंदाज किया है। वह कोई और नहीं बल्कि अक्षर पटेल हैं। मालूम हो कि अक्षर एक बेहतरीन स्पिन खिलाड़ी हैं। उन्होंने कई बार खुद को साबित भी किया है। उन्होंने कई बार ऐसे समय में बल्लेबाजी और गेंदबाजी में योगदान दिया है, जब भारत को इसकी बहुत जरूरत थी। लेकिन इसके बावजूद उन्हें बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम की टीम में नहीं चुना गया है। उनकी जगह वाशिंगटन सुंदर को मौका मिला है।
अक्षर पटेल को किया गया नजरअंदाज
अक्षर पटेल भारत के उन बदकिस्मत खिलाड़ियों में से एक हैं, जो प्रतिभा के धनी हैं। लेकिन इसके बावजूद उन्हें बेंच पर बैठने का मौका मिलता है। मालूम हो कि टेस्ट क्रिकेट में रवींद्र जडेजा को अक्षर पटेल पर तरजीह मिलती है। इसका उदाहरण न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से लगाया जा सकता है।
लेकिन पटेल बेंच पर बैठने वाले खिलाड़ी नहीं बल्कि प्लेइंग 11 में जगह पाने वाले खिलाड़ी हैं। क्योंकि उन्होंने कई बार सिग्नलमैन के तौर पर काम करते हुए टीम इंडिया के लिए शानदार बल्लेबाजी की है। ऐसे में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में भारत को एक क्लच खिलाड़ी की जरूरत है। लेकिन गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने उन्हें मौका नहीं दिया।
अक्षर ने ऐसा किया प्रदर्शन
अगर टीम इंडिया के लिए अक्षर पटेल के अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शन की बात करें तो 30 वर्षीय खिलाड़ी ने भारत के लिए 14 टेस्ट मैच खेले हैं। 14 टेस्ट मैचों की 22 पारियों में उन्होंने चार अर्धशतकों के साथ 646 रन बनाए हैं। गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 55 विकेट लिए हैं।