Gautam Gambhir : गौतम गंभीर अपने सख्त फैसलों के लिए जाने जाते हैं। टीम इंडिया का कोच बनने के बाद भी उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए जो काफी सख्त थे। उनके सख्त फैसले लेने का उदाहरण हार्दिक पांड्या की जगह सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाकर देखा जा सकता है।
अब गंभीर ऐसा एक और फैसला टेस्ट क्रिकेट में ले सकते हैं, जिसके मुताबिक कुल पांच उम्रदराज खिलाड़ियों को टीम इंडिया में मौका नहीं मिलेगा। ये वो खिलाड़ी हैं, जिन्हें बीसीसीआई के चयनकर्ताओं ने पहले ही बाहर कर दिया है और गंभीर के कोचिंग कार्यकाल में उनकी वापसी मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है। आइए जानते हैं कौन हैं ये पांच खिलाड़ी
Gautam Gambhir इन 5 खिलाड़ियों को नहीं देंगे मौका
उमेश यादव
टीम इंडिया के सीनियर गेंदबाज उमेश यादव ने लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट में अपनी सेवाएं दी हैं। लेकिन पिछले एक साल से वह टीम इंडिया से बाहर हैं। WTC फाइनल के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। फिलहाल उनकी वापसी की कोई उम्मीद नहीं है। क्योंकि कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) इस समय नए युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जता रहे हैं. इनमें आकाशदीप, हर्षित राणा का नाम शामिल है। अगर उमेश के टेस्ट करियर की बात करें तो उमेश यादव ने भारत के लिए 57 टेस्ट मैच खेले हैं और करीब 30 की औसत से 170 विकेट लिए हैं।
चेतेश्वर पुजारा
36 वर्षीय चेतेश्वर पुजारा ने टीम इंडिया के लिए लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेला। राहुल द्रविड के रिटायरमेंट के बाद उन्होंने टीम इंडिया में दीवार की तरह बल्लेबाजी की। लेकिन अब उन्हें टीम इंडिया से बाहर कर दिया गया है। WTC फाइनल के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। उनकी वापसी भी लगभग नामुमकिन है।
क्योंकि कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने पुजारा की बैटिंग नंबर पर शुभमन गिल को खिलाया, जिनका प्रदर्शन अच्छा देखने को मिला है। ऐसे में पुजारा की वापसी मुश्किल है। पुजारा ने भारत के लिए 103 टेस्ट मैचों में 7,195 रन बनाए हैं। इनमें 19 शतक और 35 अर्धशतक शामिल हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 206 रन है।
अजिंक्य रहाणे
चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे भारत के सबसे मजबूत डीएफसी बल्लेबाज के लिए जाने जाते हैं। अजिंक्य रहाणे ने भारत के लिए बेहतरीन कप्तानी भी दिखाई है। लेकिन उन्हें भी भारतीय चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज किया है। उन्होंने आखिरी बार पिछले साल अगस्त में वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत के लिए मैच खेला था।
उसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। अब उनके वापसी कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के कार्यकाल में मुश्किल है। क्योंकि गंभीर ने रहाणे की जगह टीम इंडिया में कई खिलाड़ियों को तैयार किया है, जो काफी अच्छा है। इनमें सरफराज खान का नाम सबसे ऊपर है। अजिंक्य रहाणे ने भारत के लिए 85 टेस्ट मैच खेले हैं। इन मैचों में उन्होंने 5077 रन बनाए हैं। उनका औसत 38.46 और स्ट्राइक रेट 49.5 रहा है।
मयंक अग्रवाल
मयंक अग्रवाल ने भी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में शानदार योगदान दिया है। उन्होंने भारत के लिए दो बार दोहरा शतक लगाया है। लेकिन अब चयनकर्ताओं ने उन्हें पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है। गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) के कार्यकाल में उन्हें मौका मिलने की संभावना कम ही है, क्योंकि गंभीर ने कई ऐसे युवा होनहार खिलाड़ियों को भारतीय टीम में शामिल किया है, जिसके कारण मयंक की वापसी मुश्किल है। इनमें शुभगिल, यशस्वी जायसवाल जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी शामिल हैं। मयंक अग्रवाल ने अब तक भारतीय टीम के लिए 21 टेस्ट मैच खेले हैं। इन मैचों में उन्होंने 1488 रन बनाए हैं।
हनुमा विहारी
हनुमा विहारी ने विराट कोहली की कप्तानी में कई बार भारत के लिए अच्छा प्रदर्शन किया। वह गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी योगदान देने में माहिर थे। लेकिन वह लंबे समय से टीम इंडिया से गायब हैं। इसका कारण यह है कि भारत के पास निचले क्रम में वाशिंगटन सुंदर जैसा युवा खिलाड़ी है। ऐसे में गौतम गंभीर (Gautam Gambhir)के कार्यकाल में उनकी वापसी भी मुश्किल है। हनुमा विहारी ने अब तक भारतीय टीम के लिए 16 टेस्ट मैच खेले हैं। इन मैचों में उन्होंने 33.56 की औसत से 839 रन बनाए हैं। टेस्ट क्रिकेट में उनके नाम एक शतक और पांच अर्धशतक हैं।
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