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World Cup: विश्व कप के लिए जब भी किसी टीम का चयन होता है तो उन तमाम मजबूत और दावेदार खिलाड़ियों को जगह दी जाती है जिनके बारे में ये अनुमान होता है कि वे टीम को विश्व चैंपियन बनाने में बड़ी भूमिका निभा सकते हैं. भारतीय टीम के साथ इसका ठीक उल्टा है. टीम इंडिया विश्व कप के लिए स्कवॉड का ऐलान करते हुए हर बार एक ऐसे अहम खिलाड़ी को छोड़ देती है जो उस समय का सबसे तगड़ा बल्लेबाज होता है.
टीम इंडिया ने पूर्व में 2 बार ऐसा किया है और उसका परिणाम टीम के हित में नहीं रहा है. टी 20 विश्व कप 2024 में भी अजीत अगरकर वाली चयन समिति ने एक बड़ी गलती की है. उसके परिणाम के लिए हमें थोड़ा इंतजार करना होगा. आईए आपको बताते हैं कि विश्व कप (World Cup) 2023 से लेकर टी 20 विश्व कप 2024 तक कौन सी बड़ी गलती भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं ने की है.
वनडे विश्व कप 2003 (ODI World Cup 2003)
- वनडे विश्व कप 2023 का आयोजन साउथ अफ्रीका में हुआ था. सौरव गांगुली की कप्तानी वाली टीम इंडिया इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँची थी जहां ऑस्ट्रेलिया के हाथों हमें हार का का सामना करना पड़ा था.
- इस विश्व कप में भारतीय टीम ने तब प्रचंड फॉर्म में चल रहे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेहतर रिकॉर्ड रखने वाले वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) को स्कवॉड से बाहर करते हुए दिनेश मोंगिया को चुना था.
- विश्व कप का नतीजा भारत के पक्ष में नहीं रहा था और टीम को फाइनल में शिकस्त झेलनी पड़ी थी. लक्ष्मण अगर टीम में होते और फाइनल खेलते तो परिणाम हमारे पक्ष में हो सकता था.
वनडे विश्व कप 2019 (ODI World Cup 2019)
- अंबाती रायडू (Ambati Rayudu) को भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से खेलने का ज्यादा मौका नहीं मिला लेकिन वे मध्यक्रम के एक धाकड़ और विस्फोटक बल्लेबाज थे इसमें कोई शक नहीं है.
- वनडे विश्व कप 2019 के समय रायडू अच्छी फॉर्म में थे और उन्हें उम्मीद थी कि वे विश्व कप का हिस्सा होंगे. एमएस के प्रसाद वाली चयन समिति ने अंबाती रायडू को हटाकर विजयशंकर को मौका दिया था.
- भारतीय टीम सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से 240 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 18 रन से हारी थी. अगर प्लेइंग XI में रायडू रहे होते तो भारत को ये हार नहीं झेलनी पड़ती.
टी 20 विश्व कप 2024 (T20 World Cup 2024)
- वनडे विश्व कप 2003 और 2019 से अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली मौजूदा चयन समिति ने कुछ नहीं सीखा है.
- पिछले 6 महीने में खुद को एक बेहतरीन फिनिशर के रुप खुद को स्थापित कर चुके और टी 20 फॉर्मेट में 89 की औसत रखने वाले रिंकू सिंह (Rinku Singh) को टी 20 विश्व कप से बाहर रखना इस बात का उदाहरण है.
- अन्यथा अपने आखिरी वनडे में अफगानिस्तान के खिलाफ 24 पर 4 विकेट गंवाकर संघर्ष कर रही टीम इंडिया को 39 गेंद में नाबाद 69 रन की पारी खेल 200 के पार ले जाने वाले रिंकू को बाहर रखने का फैसला कहीं से भी जायज नहीं है.
- रिंकू ने अपने छोटे करियर में लगभग हर मैच में भारत के लिए छोटी लेकिन अहम पारियां खेली हैं. रिंकू को विश्व कप 2024 से बाहर रखने का फैसला टीम इंडिया को भारी पड़ सकता है.
- चयनित टीम में ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं जो निचले क्रम में आकर विस्फोटक पारी खेलते हुए मैच को फिनिश करे.