भारतीय टीम मौजूदा समय में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेल रही है. जहाँ पर 2 मैचों के बाद सीरीज बराबरी पर है. बाकि के बचे हुए 2 मैच अब अहमदाबाद में खेले जाने हैं. जहाँ पर सीरीज कौन सी टीम जीतेगी इसका फैसला होता हुआ नजर आएगा.
टेस्ट सीरीज के बाद भारतीय टीम को टी20 सीरीज भी खेलनी है. जिसके लिए अब भारतीय टीम के चयनकर्तायों ने टीम की घोषणा कर दी है. जिसमें कुछ फैसले ऐसे भी हैं. जो सभी के समझ से परे हैं. जिसके कारण ही इस लेख में हम आपको उन फैसलों के बारें में बताएँगे.
1. मोहम्मद शमी और रविन्द्र जडेजा के फिटनेस को लेकर सवाल
ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी रविन्द्र जडेजा और तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी चोटिल हो गये थे. उसके बाद सभी ये उम्मीद कर रहे थे की वो इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के लिए फिट हो जायेंगे. हालाँकि ऐसा नहीं हो सका और ये दोनों खिलाड़ी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से बाहर हैं.
उम्मीद जताई जा रही थी की शमी और रविन्द्र जडेजा टी20 सीरीज के लिए फिट होंगे. लेकिन इस टीम में उनका चयन नहीं हुआ है. उसके बाद भी अभी तक बीसीसीआई और भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्तायों ने ये नहीं बताया की वो कब तक फिट होकर टीम से जुड़ सकते हैं. इस कारण ये फैसला समझ के बाहर ही नजर आता है.
2. हार्दिक पंड्या का विकल्प तैयार नहीं
पिछले कुछ समय को देखें तो एक बड़ा सवाल जो नजर आता है वो है हार्दिक पंड्या का विकल्प कौन? हार्दिक के फिटनेस को लेकर कई सवाल नजर आते हैं. हाल में ही उन्होंने ऑस्ट्रेलिया दौरे से ही टीम में वापसी भी की. हालाँकि वहां पर वो गेंदबाजी करते हुए नहीं नजर आयें.
ऐसे में यदि विश्व कप के पहले वो दोबारा चोटिल होते हैं तो फिर उनकी जगह टीम में कौन तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर लेगा. इस सवाल के बावजूद इंग्लैंड के खिलाफ चुनी गयी टीम में चयनकर्तायों ने कोई अन्य तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर नहीं रखा. जो समझ से परे ही नजर आता है.
3. तीन विकेटकीपर को टीम में जगह
इंग्लैंड के खिलाफ टी20 सीरीज के लिए चुनी गयी टीम को देखें तो उसमें 3 विकेटकीपर बल्लेबाज नजर आते हैं. जिसमें केएल राहुल, ईशान किशन और ऋषभ पंत का नाम नजर आता है. हालाँकि ऋषभ पंत को अभी पहली पसंद के तौर पर देखा जा रहा है.
इससे पहले लगातार केएल राहुल को विकेटकीपर के तौर पर मौका दिया जा रहा था. लेकिन अचानक उन्हें इस पद से हटा दिया गया. वहीँ ईशान किशन को भी प्लेइंग इलेवन में मौका मिलना बहुत ही मुश्किल नजर आ रहा है. इसी वजह से ये फैसला समझ के परे नजर आता है.