भारतीय टीम के खिलाड़ियों को कई बार इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया (England-australia) में नस्लीय टिप्पणी समेत कई तरह के बर्तावों को सामना करना पड़ा है, जिससे कतई इनकार नहीं किया जा सकता है. इसी सिलसिले में अब टीम इंडिया के पूर्व विकेटकीपर और बल्लेबाज फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) विदेशी खिलाड़ियों और टीमों पर भड़क गए हैं. उन्होंने अपने तीखे शब्दों का ऐसा बाण छोड़ा है, जो शायद कई अंग्रेजी क्रिकेटरों को पसंद भी ना आए. दरअसल उन्होंने प्रधानमंत्री के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है, जो ऑली रॉबिनसन के सस्पेंड होने के बाद बोरिस जॉनसन (boris johnson) ने दिया था.
ब्रिटिश प्रधानमंत्री और अंग्रेजी खिलाड़ियों के बर्ताव पर जमकर भड़के फारूख
दरअसल इंग्लैंड (England) में एशियाई क्रिकेटरों के साथ अक्सर होने वाली नस्लभेदी बर्ताव के खिलाफ पूर्व क्रिकेटर ने अपनी आवाज उठाई है. उनका ये बयान तब सामने आया है, जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज ऑली रॉबिनसन (Ollie Robinson) को हाल ही में एक पुराने ट्वीट्स के मामले में इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड ने सस्पेंड कर दिया गया है. उन्होंने 18 साल की उम्र में कुछ रेसिस्ट, सेक्सिस्ट ट्वीट किए थे. इस मामले के सामने आने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ईसीबी के इस फैसले को अति करार दिया था.
प्रधानमंत्री के इस बयान के सामने आने के बाद फारुख इंजीनियर ने इसकी कड़ी निंदा की है, और ईसीबी के कदम को सही बताया है. उनका कहना है कि, उसने गलती की थी तो उसे सजा मिलनी चाहिए. हालांकि भारतीय पूर्व क्रिकेटर यहीं चुप नहीं रहे, उन्होंने अंग्रेजी क्रिकेटरों पर कई आरोप भी लगाए हैं. आपको बता दें कि, फारुख इंग्लैंड (England) की काउंटी टीम लंकाशर के लिए 175 मैच खेल चुके हैं.
ज्यॉफ्री बॉयकॉट 'ब्लडी इंडियंस' शब्द का करते थे इस्तेमाल
साल 1968 से लेकर 1976 तक फारुख इंजीनियर (Farokh Engineer) इस लंकाशर टीम का हिस्सा थे. अभी वो लंकाशर के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट हैं. रॉबिनसन का मामला सामने आने के बाद उन्होंने कहा कि, जब वो इंग्लैंड (England) में खेलने आए थे तब उन्हें कई आनाप-शनाप बातों का सामना करना पड़ा था. लेकिन, वो चुप रहने वालों में से नहीं थे. बल्कि ऐसे बर्ताव के खिलाफ वो खुलकर जवाब दिया करते थे. उन्होंने अपने प्रदर्शन से भी लोगों का मुंह बंद किया है. उनका कहना है कि, भारतीय खिलाड़ियो को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में भी नस्लीय टिप्पणियां सुनने को मिलती हैं.
ऑली रॉबिनसन के मामले ने जब तूल पकड़ा तो, भला फारूख इंजीनियर कहां पीछे रहने वालों में से थे. उन्होंने भारतीय क्रिकेटरों के साथ होने वाले बर्ताव पर अंग्रेजी खिलाड़ियों को जमकर लताड़ा. हाल ही में सायरस ब्रोचा के साथ एक पॉडकास्ट में बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि,
"इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर ज्यॉफ्री बॉयकॉट अक्सर ब्लडी इंडियंस शब्द का प्रयोग किया करते थे. बॉयकॉट कमेंट आम बात थी. मैं सिर्फ बॉयकॉट का मामला नहीं बनाना चाहता. बाकी भी ऐसे ही थे फिर भले ही वे कहते नहीं थे. लेकिन सोचते जरूर थे. कुछ ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर भी ऐसे ही थे."
ब्लडी इंडियंस कहने वाले अब हमारे जूते चाटते हैं- फारूख
इतनी ही नहीं फारूख इंजीनियर (Farokh Engineer) तो इस बात पर भी हैरानी जता रहे हैं कि, करोड़ों रुपये के आईपीएल कॉन्ट्रैक्ट्स मिलने के बाद से विदेशी खिलाड़ियों का व्यवहार भारतीयों के प्रति काफी ज्यादा बदला है. यहां तक कि, अब भारतीयों के प्रति उनका दोस्ताना बर्ताव भी बढ़ने लगा है. इस सिलसिले में उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि,
‘कुछ साल पहले तक हम सब उनके लिए ब्लडी इंडियंस हुआ करते थे.अब जब से आईपीएल (IPL) की शुरूआत हुई है वो हमारा तलवा चाटने लगे हैं. मैं हैरान हूं कि, सिर्फ पैसों के लिए वे हमारे बूट चाटने लगे हैं. लेकिन मेरे जैसे लोग उनके असली रंग से वाकिफ हैं. अब अचानक से उन्होंने अपना राग बदल लिया है.’