Team India: भारतीय क्रिकेट टीम में हम अक्सर कुछ ऐसे खिलाड़ियों को देखते हैं जिनका प्रदर्शन काफी साधारण होता है बावजूद इसके वे टीम में अपनी जगह बनाए रहते हैं. कुछ खिलाड़ियों को खेलने का मौका भी नहीं मिलता फिर भी वे टीम में बने रहते हैं. मौजूदा टीम में दो ऐसे खिलाड़ी हैं जिनमें एक प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा तो दूसरा सिर्फ कुर्सी पर बैठने के लिए टीम है. मतलब, उस पर टीम इंडिया का भरोसा नहीं है. आईए जानते हैं उन दोनों खिलाड़ियों के बारे में...
जयदेव उनादकट
जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) एक ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अंतराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 2010 में की थी लेकिन वे टीम इंडिया (Team India) में अपनी जगह नहीं बना सके और लंबे समय के लिए बाहर रहे. 2022 में टेस्ट फॉर्मेट में उनकी 12 साल बाद वापसी हुई और बांग्लादेश के खिलाफ उन्हें एक मैच खेलने का मौका मिला लेकिन उसके बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी और विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दौरान वे टीम इंडिया के साथ तो रहे लेकिन प्लेइंग XI में जगह नहीं मिली. अगर इन्हें प्लेइंग XI में जगह नहीं देनी तो फिर टीम में शामिल करने का क्या फायदा है. बता दें कि उनादकट ने टीम इंडिया की तरफ से 2 टेस्ट, 7 वनडे और 10 टी 20 मैच खेले हैं.
के एस भरत
खराब प्रदर्शन के बावजूद लगातार 5 टेस्ट खेल चुके के एस भरत (Srikar Bharat) वेस्टइंडीज दौरे की तैयारी भी कर रहे हैं. पता नहीं इस खिलाड़ी में ऐसा क्या है कि लगातार फ्लॉप होने के बाद भी उन्हें टीम इंडिया (Team India) में लगातार मौके दिए जा रहे हैं. जबकि संजू सैमसन सहित कई अच्छे विकेटकीपर बल्लेबाज भारत के पास मौजूद हैं. बता दें कि के एस भरत ने अबतक 5 टेस्ट खेले हैं जिसकी 8 पारियों में वे सिर्फ 129 रन बना सके हैं.
जय शाह के पंसदीदा
निराशाजनक प्रदर्शन के बाद के एस भरत को मिलते मौके और बिना खेले भारत और विदेशी दौरों पर घूमते जयदेव उनादकट को देख कर तो ऐसा लगता है कि उनपर बीसीसीआई के सचिव जय शाह की असीम कृपा है. उन्हीं की वजह से इन दोनों खिलाड़ियों को लगातार मौके मिल रहे हैं.
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