दुनिया की सबसे बड़ी और रोमांचक क्रिकेट लीग आईपीएल (IPL) में खेलने के लिए सभी खिलाड़ी हमेशा तैयार रहते हैं. इस लीग में क्रिकेट खेलने वाले लगभग सभी देशों के खिलाड़ी खेलते हैं. आपको बता दें कि सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं बल्कि क्रिकेट को धर्म की तरह पूजने वाले भारतीय दर्शक भी इस लीग का रोमांच कई गुना बढ़ा देते हैं. जो ना सिर्फ क्रिकेट बल्कि खिलाड़ियों को भी सर आंखों पर रखते हैं. इसी बीच एक सर्वे में पता चला कि 57 फीसद लोगों का कहना है कि आईपीएल को बीच में ही रोक दिया जाए.
समाचार पत्र ने करवाया सर्वे
वर्तमान समय में इंडियन प्रीमियर लीग का चौदहवां संस्करण खेला जा रहा है. जिसमें चेन्नई की टीम पॉइंट टेबल में शीर्ष पर बनी हुई है. इसी बीच पूरे देश में कोरोना की लहर बढ़ती ही जा रही है. कुछ खिलाड़ी इसकी चपेट में भी आ चुके हैं. हालांकि वो इससे उबर भी चुके हैं, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. ऐसे में एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक सर्वे करवाया था. जिसमें उसने पूछा था कि क्या इस कोरोना के बीच आईपीएल (IPL) करवाना चाहिए ?
50 प्रतिशत से ज्यादा का मानना है कि ना हो आईपीएल
समाचार पत्र द्वारा करवाए गए सर्वे में 57 फीसद लोगों का कहना है कि आपदा के इस समय में आईपीएल (IPL) को रोक देना चाहिए. अन्यथा इसके चक्कर में कोरोना वायरस को और फैलने का मौका मिल जाएगा. कोरोना की दूसरी लहर के बीच आईपीएल नहीं होना चाहिए. जबकि 43 फीसद लोगों का कहना है कि आईपीएल जैसे हो रहा है, होने दिया जाए. उसे ना तो स्थगित किया जाए और ना ही किसी प्रकार का बदलाव ही किया जाए.
आर अश्विन सहित पांच खिलाड़ी छोड़ चुके हैं आईपीएल
जहां न्यूजीलैंड के क्रिकेट बोर्ड ने कहा है कि उनके खिलाड़ी आईपीएल (IPL) में खेलेंगे वहीं पांच खिलाड़ी आईपीएल छोड़ कर लौट चुके हैं. राजस्थान रॉयल्स के एंड्रयू टाय और लियाम लिविंगस्टोन, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के एडम जंपा और केन रिचर्डसन के साथ दिल्ली कैपिटल्स के रविचंद्रन अश्विन भी निजी कारणों का हवाला देकर आईपीएल छोड़ चुके हैं. जबकि कोरोना से पूरी तरह से बचने के लिए सभी फ्रेंचाईजियां बायो बबल का सहारा ले रही हैं.