ध्रुव जुरेल का टेस्ट में जलवा बन रहा है हार्दिक पंड्या के जिगरी के लिए मुसीबत, सिर्फ IPL खेलने में निकल जाएगी जिंदगी
Published - 01 Jun 2025, 09:14 PM | Updated - 01 Jun 2025, 09:40 PM

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Dhruv Jurel: भारतीय क्रिकेट में युवा प्रतिभाओं की भरमार है। पिछले कुछ समय में कई उभरते सितारों ने असीमित ओवर के क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा। इन्हीं में से एक हैं 24 वर्षीय विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल (Dhruv Jurel) । इंग्लैंड लायन्स के खिलाफ जारी अनौपचारिक टेस्ट मैच में विस्फोटक बल्लेबाजी कर वह खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। वहीं, अब उनकी वजह से हार्दिक पंड्या के जिगरी दोस्त की जगह खतरे में पड़ गई है।
Dhruv Jurel ने लगाई इंग्लिश गेंदबाजों की क्लास

अगले महीने से से भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाली पांच टेस्ट मैच की सीरीज का आगाज होने जा रहा है। 20 जून को लीड्स के हेडिंग्ले क्रिकेट ग्राउंड में दोनों टीमों का पहले मुकाबले के लिए आमना-सामना होगा। लेकिन इस सीरीज से पूर्व भारत ए टीम और इंग्लैंड लायन्स दो अनौपचारिक टेस्ट मैच खेलने वाली है।
30 मई से कैन्टरबरी में में दोनों टीमों की पहले मैच में भिड़ंत जारी है, जिसमें भारतीय खिलाड़ियों ने बल्ले से धमाकेदार प्रदर्शन कर इंग्लिश गेंदबाजों पर जमकर कहर बरपाया। इस बीच ध्रुव जुरेल विपक्षी टीम के लिए काल साबित हुए।
शतक से चूके Dhruv Jurel
ध्रुव जुरेल ने इंग्लिश गेंदबाजों की कुटाई कर तूफ़ानी तूफ़ानी पारी खेली। हालांकि, इस दौरान वह कुछ रनों से अपना शतक पूरा करने से चूक गए। उनके बल्ले से 120 गेंदों में 92 रन निकले। अजित सिंह डेल ने उन्हें बेन मैकिनी के हाथों कैच आउट करवाया। लेकिन उनकी इस अर्धशतकीय पारी से सब काफ़ी प्रभावित हुए।
उनके इस प्रदर्शन ने हार्दिक पंड्या के जिगरी ईशान किशन के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय चयनकर्ता टेस्ट टीम में ध्रुव जुरेल को अहमियत दे सकते हैं, जिसके चलते ईशान किशन को टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है।
टेस्ट में शानदार है Dhruv Jurel का प्रदर्शन
ध्रुव जुरेल ने पिछले साल भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया था, जिसके बाद उन्हें 4 मुक़ाबले खेलने का मौक़ा मिला। इस दौरान उन्होंने अपने जबरदस्त प्रदर्शन से अंतरराष्ट्रीय में अपनी छाप छोड़ी। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफ़ी में भी वह कमाल का प्रदर्शन करते हुए नज़र आए। इस फॉर्मेट में पदार्पण के बाद से उन्होंने जिस तरह का संयम, क्लास और जिम्मेदारी दिखाई है, उससे उनके लिए टीम में जगह बनाना आसान हो गया है।
वहीं, दूसरी ओर ईशान किशन टेस्ट क्रिकेट में अब तक कुछ खास नहीं कर पाए हैं। दो मैच की तीन पारियों में वह महज 78 रन ही बना सके हैं। जबकि ध्रुव जुरेल के नाम छह पारियों में 40.40 की औसत के साथ 202 रन दर्ज हैं। इसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 90 रन रहा। ऐसी परफ़ोर्मेंस से उन्होंने साबित कर दिया है कि वह लंबे समय तक टेस्ट टीम का हिस्सा बने रहने की काबिलियत रखते हैं।