सीएसके के 3 ऐसे खिलाड़ी जो नहीं थे भारतीय टीम में खेलने के हकदार, लेकिन फिर भी धोनी ने दिलाई जगह

Published - 14 Jan 2021, 11:35 AM

खिलाड़ी

इंडियन प्रीमियर लीग की दूसरी सबसे सफल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने शुरुआत से ही टीम की कमान संभाली हुई है और वह अभी भी चेन्नई के कप्तान हैं। जिस वक्त धोनी चेन्नई के कप्तान बने, तब वह भारतीय टीम की कप्तानी भी कर रहे थे।

धोनी ने 2007 से 2014 तक टेस्ट व 2007 से 2017 तक सीमित ओवर क्रिकेट में टीम इंडिया की कप्तानी की। ऐसा माना जाता है कि टीम में हमेशा कप्तान अपने पसंदीदा खिलाड़ियों को पहले मौका देता है। ऐसा ही महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भी देखा गया।

क्या आप जानते हैं कि चेन्नई सुपर किंग्स के कुछ ऐसे खिलाड़ी भी थे, जिनमें काबिलियत उतनी नहीं थी लेकिन फिर भी कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें टीम इंडिया में शामिल किया। तो आइए इस आर्टिकल में आपको उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं जिन्हें धोनी के पसंदीदा होने के चलते मिला टीम इंडिया में खेलने का मौका।

CSK के 3 खिलाड़ी जो नहीं थे भारतीय टीम में खेलने के हकदार, फिर भी धोनी ने दिलाया मौका

1- मनप्रीत गोनी

तेज गेंदबाज मनप्रीत गोनी को आईपीएल 2008 में चेन्नई सुपर किंग्स ने खरीदकर टीम में शामिल किया था। 3 साल तक ये खिलाड़ी चेन्नई के लिए खेलता रहा। 2008 में धोनी की कप्तानी में एशिया कप में गोनी को भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला।

वैसे तो गोनी ने आईपीएल 2008 में अच्छा प्रदर्शन किया था, मगर ऐसा माना जाता है कि उस वक्त गोनी को टीम इंडिया में महेंद्र सिंह धोनी के कहने पर चुना गया था।

गोनी ज्यादा वक्त तक भारतीय टीम का हिस्सा नहीं रह सके और सिर्फ 2 ही मैच भारत के लिए खेल सके। इस दौरान उन्होंने 38.0 के औसत से 2 विकेट हासिल किए। इसके बाद जो एक बार गोनी को टीम से ड्रॉप किया गया, उसके बाद उन्हें दोबारा खेलने का मौका दिया।

2- सुदीप त्यागी

उत्तर प्रदेश के तेज गेंदबाज सुदीप त्यागी भी उन खिलाड़ियों की लिस्ट में शुमार हैं जिन्हें धोनी के कहने पर भारतीय टीम में खेलने का मौका मिला। दरअसल, सुदीप को 2009 में चेन्नई सुपर किंग्स में शामिल किया, वह चार साल तक चेन्नई का हिस्सा रहे।

वाकई हैरानी की बात है कि 2009 में ही त्यागी को चेन्नई की टीम में शामिल किया गया, उसी साल दिसंबर में त्यागी को श्रीलंका के खिलाफ खेले गए सीमित ओवर क्रिकेट में खेलने सका मौका भी मिला।

हालांकि सुदीप भारत के लिए सिर्फ 4 एकदिवसीय व एक टी20आई मैच खेल सके। जिसमें उन्होंने वनडे में तो 3 विकेट लिए, लेकिन टी20आई में वह एक भी विकेट लेने में कामयाब नहीं रहे। जिसके चलते उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया और दोबारा वह मौका हासिल नहीं कर सके।

3- पवन नेगी

आईपीएल 2014 में चेन्नई सुपर किंग्स ने ऑलराउंडर खिलाड़ी पवन नेगी को खरीदकर टीम में शामिल किया। इसके बाद ही 2016 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में नेगी को टीम इंडिया में डेब्यू करने का मौका मिला था।

नेगी ने यूएई के खिलाफ टी20 विश्व कप में खेलने का मौका मिला था। मगर वह उस मैच में 16 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किया था। जिसके बाद वह टीम से ड्रॉप हो गए और दोबारा उन्हें कभी भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला।

जबकि नेगी अभी भी आईपीएल में अच्छा खेल दिखाते हैं और साथ ही दिल्ली की टीम के लिए भी अच्छी गेंदबाजी करते नजर आते हैं। मगर वह सिर्फ एक मैच में ही भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया।