क्रिकेट के मैदान पर आपने कई प्रकार से बल्लेबाजों को आउट होते देखा होगा। लेकिन सोमवार को वेस्टइंडीज-श्रीलंका के बीच खेले जा रहे टेस्ट मैच में Dhananjaya de Silva ने जिस प्रकार अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारते हुए विकेट गंवाया, उसे देखकर आपको भी हंसी आ जाएगी। हुआ यूं कि जब गेंद निकलकर स्टंप की ओर चली कई, तब ना जाने Dhananjaya de Silva को क्या सूझा और उन्होंने गेंद को फिर से खेलने की कोशिश की और हिट विकेट आउट हो गए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
Dhananjaya de Silva ने अपने ही विकेट को उड़ा दिया
Here's the moment Dhananjaya de Silva becomes the second Sri Lankan to hit his own wickets twice in Test cricket. #SLvWI pic.twitter.com/DyGShkaByE
— 🏏FlashScore Cricket Commentators (@FlashCric) November 22, 2021
श्रीलंका क्रिकेट टीम के कप्तान दिमुख करुणारत्ने ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। पहली पारी के 95वें ओवर में शैनन गेब्रियल ने आउटसाइड ऑफ स्टंप पर शॉर्ट गेंद डाली, जिसे Dhananjaya de Silva ने हल्के हाथों से खेला। बल्ले के किनारे पर लगकर गेंद बाउंस हो गई और विकेट की तरफ चली गई।
मगर फिर डी सिल्वा ने पीछे मुड़कर गेंद को विकेट पर लगने से बचाने के लिए बल्ला घुमाया, लेकिन गेंद फिर बल्ले के किनारे पर लगकर उछल गई। एक बार फिर गेंद को विकेट पर लगने से बचाने के लिए उन्होंने दोबारा बल्ला घुमाया, जो लेग स्टम्प पर लगा और गिल्लियां बिखर गई।
इस तरह वह 61 (95) रनों की पारी खेलकर दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से आउट हो गए। Out होने के बाद डी सिल्वा को विश्वास नहीं हुआ कि उनके साथ क्या हुआ। निराश होकर उन्होंने अपना चेहरा बल्ले से ढक लिया। वह खुद से काफी निराश होंगे, क्योंकि वह अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। इसी के साथ डिसिल्वा अपने ही विकेट को हिट करके दूसरी बार आउट होने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं।
श्रीलंका ने पहली पारी में बनाए 386 रन
वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम इस वक्त श्रीलंका दौरे पर है। जहां, पहले टेस्ट मैच में टॉस जीतकर दिमुख करुणारत्ने ने पहले बल्लेबाजी का निर्णय किया। पहले खेलते हुए टीम ने दिमुख करुणारत्ने की 147 रनों की कप्तानी पारी, पुथुम निस्सांका 56 व Dhananjaya de Silva 61 रनों की अहम पारी की बदौलत पहली इनिंग में 386 रन बनाए हैं। बताते चलें, श्रीलंका व वेस्टइंडीज दोनों ही टीमें हाल ही में संपन्न हुए टी20 विश्व कप में टॉप-4 में जगह नहीं बना सकी थी।