Sanju Samson: संजू सैमसन (Sanju Samson) ने बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे टी20 में शतक जड़ा। टी20 अंतर्राष्ट्रीय में सबसे तेज शतक जड़ने वाले वह दूसरे भारतीय बने। उन्होंने अपना शतक 40 गेंदों में पूरा किया। उनकी इस पारी की बदौलत ही भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ रिकॉर्ड 297 रनों की लक्ष्य रखा।
संजू के लिए ये पारी इसलिए भी जरूरी थी क्योंकि वह इससे पहले वो खराब फॉर्म से गुजर रहे थे और उनके सेलेक्शन पर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे थे। इस शतक से उन्होंने आलोचकों को करारा जवाब तो दिया लेकिन उनके लिए टीम में जगह पक्की करना अभी भी आसान नहीं रहने वाला। क्या है इसके पीछे वजह आइये एक नजर डालते हैं इन 3 कारणों पर....
ओपनिंग स्लॉट को लेकर बड़ी समस्या
टीम इंडिया (Team India) के पास इस समय विकल्पों की कोई कमी नहीं है। संजू को बांग्लादेश के खिलाफ टी20 में इसलिए बतौर सलामी बल्लेबाज उतारा गया क्योंकि शुभमन गिल (Shubhman Gill) को न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज से पहले आराम दिया गया था। दूसरी तरफ यशस्वी जाययवाल (Yashasvi Jiaswal) भी रेस्ट पर थे। इन दोनों की टी20 क्रिकेट में वापसी के बाद संजू सैमसन (Sanju Samson) को बाहर बैठना पड़ सकता है।
Rishabh Pant और Ishan Kishan से होगी प्रतिस्पर्धा
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी हो चुकी है। टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2024) में वह भारतीय टीम का हिस्सा था। उन्हें विश्व कप में तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका भी दिया गया। पंत इस समय तीनों ही फॉर्मेट में टीम इंडिया के प्रमुख विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। भले ही उनकी वापसी के बाद बल्लेबाजी क्रम में थोड़ा बदलाव किया जाए।
लेकिन टीम मैनेजमेंट उन्हें टीम से शायद से बाहर का रास्ता दिखाए। उनके अलावा ईशान किशन (Ishan Kishan) भी टी20 और वनडे में अपनी वापसी की दावेदारी ठोक चुके हैं। वह इस समय फॉर्म में हैं। खुद को साबित करने के लिए मिले मौकों को भुनाने में वह संजू सैमसन (Sanju Samson) से आगे भी हैं। ऐसे में संजू सैसमन के लिए टीम में टिके रहना आसान नहीं है।
फॉर्म को बरकरार नहीं रख पाते Sanju Samson
संजू सैमसन (Sanju Samson) को लेकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे बड़ी चीज उनकी निरंतरता में कमी होना है। वह बड़ी पारी खेलने के बाद अचानक ही शांत हो जाते हैं। टी20 क्रिकेट में ऐसा बहुत बार देखा गया है। चयनकर्ताओं को भी संजू की ये कमजोरी अच्छे से पता है। ऐसे में अगर उन्हें मौका मिलता है और उनकी ये कमजोरी संजू का साथ नहीं छोड़ती है तो एख बार फिर टीम से बाहर होने की तलवार उन पर लटक सकती है।