भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज दीपक चाहर (Deepak Chahar) अक्सर अपनी गेंदबाजी को लेकर चर्चाओं में बने रहते हैं. लेकिन, श्रीलंका के खिलाफ दूसरे मैच में खेलने उतरे इस खिलाड़ी को अपने साथी क्रिकेटरों की वजह से सिर्फ निराशा का ही सामना करना पड़ा. आईपीएल में वो अपनी धारदार गेंदबाजी के लिए ही जाने जाते हैं. जिसका दमखम आज के मुकाबले की शुरूआत में भी उन्होंने दिखाया था. लेकिन, भुवनेश्वर कुमार और मनीष पांडे की वजह से उन्हें वो सफलता नहीं मिल पाई.
तेज गेंदबाजी को अपने साथी खिलाड़ियों से मिली निराशा
विरोधी टीम पर अक्सर दबाव बनाने वाले इस तेज गेंदबाज को आईपीएल में सीएसके के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए देखा गया है. हालांकि श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में उनका जलवा फीका रहा. इस नाकामी की वजह वो खुद नहीं बल्कि उनके अपने ही साथी खिलाड़ी रहे. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे ODI मैच में वो अपने पहले ही ओवर में दो बड़ी कामयाबी हासिल कर सकते थे. लेकिन, खराब फील्डिंग के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका.
दीपक चाहर (Deepak Chahar) की गेंद पर पहले मनीष पांडे (Manish Pandey) ने कैच छोड़कर निराश किया. इसके बाद भुवनेश्वर कुमार (Bhuvneshwar Kumar) ने भी वही नजारा दोहराया. पहले ही ओवर में वो मिनोद भानुका का विकेट लेने से चूक गए. इस ओवर की आखिरी गेंद पर बाएं हाथ के बल्लेबाज मिनोद भानुका को अपनी स्विंग गेंदों से उन्होंने परेशान किया. इसके बाद गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए दूसरी स्लिप पर गई. लेकिन वहां खड़े मनीष पांडे ने कैच छोड़ दिया.
मनीष पांडे के बाद भुवी से भी हुई वही गलती
गेंद मनीष पांडे के दांई ओर आई थी और उन्होंने महज एक हाथ से गेंद को लपकने का प्रयास किया. जिसके कारण वो इस कोशिश में नाकाम साबित हुए. पांडे का नाम दुनिया के बेहतरीन फील्डरों की लिस्ट में आता है. ऐसे में उनसे ऐसी गलती करने की उम्मीद दर्शकों और फैंस ने बिल्कुल नहीं की थी. इसके बाद दीपक चाहर (Deepak Chahar) ने अपने दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर भी विकेट लेने का पूरा रास्ता बना दिया था. लेकिन, वो ऐसा करने से फिर चूक गए.
दरअसल उन्होंने दूसरे ओवर में अविष्या फर्नांडो के पैरों पर गेंद फेंकी जिसे उन्होंने फ्लिक किया. गेंद स्क्वायर लेग पर खड़े भुवनेश्वर कुमार की ओर गई. इस कैच को लपकने के लिए उन्होंने हाथ तो बढ़ाया. लेकिन, वो ऐसा कर नहीं सके. भुवनेश्वर बाउंड्री लाइन से काफी आगे खड़े थे और गेंद उनके ऊपर से ही निकल गई. उस दौरान यदि वो बाउंड्री पर खड़े होते तो गेंद को आसानी से लपक सकते थे.
दो कैच फील्डरों के गंवाने के बाद दीपर चाहर (Deepak Chahar) को काफी निराश हुई. इस के बाद स्पेल में उन्होंने 3 ओवर में 25 रन दे डाले. यदि भुवी और मनीष कैच ले लेती तो उनके आंकड़े इतने खराब नहीं होते.