ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) लंबे अरसे से अपनी नेशनल टीम का नेतृत्व करने के लिए तरस रहे हैं। वह कंगारू टीम का कप्तान बनने के लिए बेसब्र है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट द्वारा लगाए गए बैन के चलते उनका ये सपना अब कभी भी पूरा नहीं हो सकता है। बॉल टैंपरिंग के विवाद के बाद सीए ने उन पर आजीवन कप्तान बनने पर बैन लगाया हुआ है। जिसके बाद अब वॉर्नर ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर सीए को दो टूक जवाब दिया है।
David Warner ने ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट को दिया दो टूक जवाब
ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर ने बुधवार को अपने आजीवन कैप्टन्सी प्रतिबंध को लेकर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की जमकर आलोचना की। दरअसल, प्रतिबंध के खिलाफ कोड ऑफ कंडक्ट नियमों में फेरबदेल होने के बाद उन्होंने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से बैन हटाने की अपील की थी। लेकिन अब उन्होंने 7 दिसंबर को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अपनी अपील वापिस लेने का ऐलान किया है।
उन्होंने 5 पन्नों को पोस्ट शेयर करते सीए से अपनी नाराजगी जाहिर की और बोर्ड को जमकर सुनाया है। उन्होंने कहा कि उनके लिए पत्नी कैंडिस और तीन बेटियां महत्वपूर्ण हैं। वह अपने परिवार के लिए और मुश्किल स्थिति पैदा नहीं करना चाहते हैं और इसलिए अपनी अपील वापस ले रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी पब्लिक लिंचिंग की जा रही है। वॉर्नर (David Warner) ने पांच पन्नों का पोस्ट शेयर करते हुए लिखा,
“मेरे लिए क्रिकेट से ज्यादा महत्वपूर्ण मेरा परिवार है। पिछले 5 साल में, जब केपटाउन में हुए तीसरे टेस्ट मैच में वह घटना हुई, तब से उन्होंने काफी अपमान और हमले सहे। इस दौरान मुझे मेरी पत्नी कैंडिस और तीनों बेटियों आइवी मे, इंडी रे और इस्ला रोज का पूरा सहयोग मिला। वे मेरी दुनिया हैं। 21 नवंबर 2022 को प्लेयर और प्लेयर सपोर्ट के कोड ऑफ कंडक्ट में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सुधार किया जिससे खिलाड़ी अब अपने ऊपर लगे लंबे वक्त के प्रतिबंध को कम कराने के लिए आवेदन दे सकते हैं।”
David Warner के पोस्ट पर उनकी पत्नी ने किया ऐसा कमेंट
डेविड वॉर्नर (David Warner) के इस पोस्ट पर उनकी पत्नी ने भी रिएक्ट किया है। उन्होंने कमेंट सेक्शन पर दिल बनाकर लिखा है कि फाइमली फर्स्ट। वहीं क्रिकेटर मार्कस स्टॉयनिस ने दिल वाला एमोजी लिखकर अपना रिएक्शन दिया। मौजूदा वनडे और टेस्ट कप्तान पैट कमिंस ने भी वार्नर पर से कप्तानी का प्रतिबंध हटाने की मांग की है।
कंगारू टीम के अन्य खिलाड़ी वॉर्नर को सपोर्ट कर चुके हैं। इसी के साथ बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के इस खिलाड़ी ने अपने पोस्ट में ये भी लिखा है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने मेरी अपील को एक हफ्ते तक उनके पास रखने के बाद मेरी अर्जी को नजरअंदाज करने का फैसला किया है। साथ ही उन्होंने बोर्ड पर आरोप लगाया कि मैनेजमेंट की दिलचस्पी उनकी पब्लिक लिंचिंग में है।