शाहिद अफरीदी के ओछे बयान पर अब उन्हीं से भिड़ गया ये पाकिस्तानी खिलाड़ी, धवन का लिया बदला, कही मिर्ची लगने वाली बात

Published - 30 Apr 2025, 08:06 AM

Danish Kaneria ,  Shahid Afridi ,  shikhar dhawan

Shahid Afridi : शिखर धवन और पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। दरअसल अफरीदी ने पहलगाम अंतकवादी हमले में पाकिस्तान के हाथ होने के सबूत मांगे थे। इस दौरान उन्होंने बेवकूफी वाला बयान देते हुए यह भी कहा कि पहलगाम हमला भारतीय सेना की नाकामी की वजह से हुआ था। इस पर धवन ने अफरीदी को आड़े हाथों लिया और खूब खरी-खोटी सुनाई। इस पर पूर्व पाकिस्तानी ऑलराउंडर ने बतमीजी करना शुरू कर दिया। इस पर उनके अपने ही देश के खिलाड़ियों ने उन्हें करारा जवाब दिया। क्या है मामला, आइए आपको बताते हैं...?

Shahid Afridi के देश के खिलाड़ी ने ही उनकी बेइज्जती

दरअसल शाहिद अफरीदी ने भारतीय सेना का मजाक उड़ाते हुए शिखर धवन (Shikhar Dhawan) से चाय पीने को कहा। उन्होंने कहा- 'हार-जीत को भूल जाओ, आओ शिखर चाय पीयों।' भारतीय खिलाड़ियों से पहले अफरीदी को उनके हमवतन दानिश कनेरिया ने उनकी बदतमीजी के लिए निशाने पर लिया। दानिश ने अफरीदी का सरेआम अपमान किया। उन्होंने लिखा- 'यह देखना हास्यास्पद है कि जो व्यक्ति हिंदू के साथ बैठकर खाना नहीं खा सकता, वह अचानक उसे चाय पर आमंत्रित कर रहा है। मुझे नहीं पता था कि अफरीदी चाय परोसना भी जानते हैं और पाखंड भी।'

दानिश कनेरिया ने Shahid Afridi को आड़े हाथों लिया

आपको बता दें कि दानिश कनेरिया (Danish Kaneria) हिंदू पाकिस्तानी क्रिकेटर हैं। वह कई बार पाकिस्तान टीम में उनके धर्म के आधार पर किए गए अत्याचारों के बारे में बोल चुके हैं। हाल के दिनों में उन्होंने आतंकी हमले की खुलकर निंदा की है। इसके अलावा उन्होंने भारतीय मीडिया से शाहिद अफरीदी को बैन करने की भी मांग की है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया है कि आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है। इतना ही नहीं उन्होंने इस पर पाकिस्तान के पीएम शाहबाज शरीफ को भी घेरा है। उन्होंने कहा कि अगर हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ नहीं है तो उसने अब तक इसकी निंदा क्यों नहीं की? साथ ही वह हाई अलर्ट पर क्यों है?

26 से ज्यादा पर्यटकों पर आतंकियों ने किया था हमला

बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में आतंकियों ने पर्यटकों से उनका धर्म पूछकर उन्हें गोली मार दी थी। इस घटना में 26 से ज़्यादा लोगों की जान चली गई थी। हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ़ सख्त कदम उठाए थे। इसके बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। यही वजह है कि शाहिद अफ़रीदी (Shahid Afridi) जैसे लोगों समेत पाकिस्तान के कई बड़े नेता हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता के सबूत मांग रहे हैं। हालांकि, अफ़रीदी अपने देश के उप प्रधानमंत्री के उस बयान को भूल गए, जिसमें उन्होंने पहलगाम के हमलावरों को स्वतंत्रता सेनानी बताया था।

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Nishant Kumar

मैं निशांत कुमार, एक समर्पित क्रिकेट विशेषज्ञ, कंटेंट राइटर और पेशे से पत्रकार हूँ। पत्रकारिता का मे... रीड मोर