CSK vs KKR: चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल 2022 की शुरुआत मन मुताबिक नहीं रही। शनिवार को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के बीच मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में आईपीएल के 15वें सीजन का पहला मुकाबला खेला गया। पहली बार फ्रैंचाइजी की कप्तानी करने उतरे रवींद्र जडेजा को कोलकाता के खिलाफ पहले मैच में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इस मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने चेन्नई सुपर किंग्स को 6 विकेट से मात दी है।
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) बनाम कोलकाता नाइट राइडर्स इस मुकाबले से पहले टॉस का सिक्का कोलकाता के कप्तान श्रेयस अय्यर के पक्ष में गिरा था। उन्होंने पहले चेन्नई को बल्लेबाजी का आमंत्रण दिया था। लेकिन चेन्नई टीम इस कसौटी पर खरी नहीं उतर पाई। पूर्व कप्तान एमएस धोनी (50*) के अलावा टीम का कोई भी बल्लेबाज लंबे समय के लिए क्रीज पर नहीं टिक सका। इसके फलस्वरूप टीम अपने निर्धारित 20 ओवर में सिर्फ 131 रन ही बना पाई। जिसे कोलकाता के बल्लेबाजों ने 6 विकेट रहते ही हासिल कर लिया।
1. पावरप्ले में फ्लॉप हुई CSK की सलामी जोड़ी
कॉलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पहले मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के सलामी बल्लेबाज बिल्कुल बेरंग नजर आए। चेन्नई की ओर से पारी की शुरुआत करने पिछले सीजन सबसे ज्यादा रन बनाने वाले ऋतुराज गायकवाड और न्यूज़ीलैंड के आक्रमक बल्लेबाज डेवोन कॉनवे उतरे थे। ये पहला मौका था जब इन खिलाड़ियों को एक साथ ओपनिंग करते हुए देखा गया।
अपने पहले ही मैच में ये चेन्नई की ये ओपनिंग जोड़ी बेहद साधारण नजर आई। ऋतुराज गायकवाड पारी की तीसरी गेंद पर ही बिना खाता खोले आउट हो गए थे। इसके बाद रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे डेवोन कॉनवे भी 8 गेंदों में सिर्फ 3 रन बना कर उमेश यादव का शिकार हो गए। इसके बाद चेन्नई की बल्लेबाजी बैक फुट पर आ गई और 6 ओवर के पावर प्ले में सिर्फ 36 रन बने।
2. रवींद्र जडेजा की धीमी बल्लेबाजी
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की हार के विलेन खुद टीम के कप्तान रवींद्र जडेजा भी है। क्योंकि उन्होंने इस मैच में 100 से भी कम स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की, जो उनकी टीम को भारी पड़ा है। जडेजा ने कोलकाता के खिलाफ 28 गेंदों का सामना करते हुए सिर्फ 26 रन बनाए जिसमें महज एक चौका शामिल था। रवींद्र जडेजा इस मैच में शिवम दुबे और महेंद्र सिंह धोनी से ऊपर बल्लेबाजी करने आए थे।
CSK की पारी के 8वें ओवर के भीतर ही जडेजा बल्लेबाजी करने मैदान में उतर चुके थे। लिहाजा उनके पास पिच पर अपनी आंखे जमाने का पर्याप्त समय था। अपनी पारी की शुरुआत में जडेजा ने संभलकर बल्लेबाजी करते हुए टीम को संभालने की कोशिश की और अपनी विकेट नहीं गंवाई। लेकिन अंत के ओवर में जडेजा हार्ड हिटिंग करने में नाकाम हो रहे थे। जडेजा की धीमी बल्लेबाजी की वजह से टीम के स्कोर में 15 से 20 रन की कमी रह गई थी।
3. CSK को खली दीपक चाहर की कमी
चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के खाते में इस मैच को बचाने के लिए सिर्फ 132 रनों का लक्ष्य था। ऐसे में जरूरी था कि शुरुआती ओवर में गेंदबाज विकेट निकालने के साथ विरोधी टीम के बल्लेबाजी क्रम पर दबाव बनाए।
लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि CSK के लिए ये काम दीपक चाहर बखूबी किया करते हैं, लेकिन चोटिल होने के चलते उन्हें ये मैच मिस करना पड़ा। उनकी गैर मौजूदगी में कोलकाता ने चेन्नई के खिलाफ पहले विकेट के लिए 43 रनों की साझेदारी कर ली थी। जिसके कारण उन्होंने मैच में अपना दबदबा कायम कर लिया।
इसके अलावा सभी गेंदबाज अपने-अपने कोटे के ओवर में किफायती गेंदबाजी करने के साथ ही विकेट भी निकालने की भी जरूरत थी। कप्तान रवींद्र जडेजा ने अपने अलावा इस मैच में 5 गेंदबाजों का इस्तेमाल किया था। लेकिन अनुभवी ड्वेन ब्रावो के अलावा कोई भी गेंदबाज विकेट लेने में सक्षम नहीं हुआ। ब्रावो ने अपने कोटे के 4 ओवर में 20 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा CSK के सभी गेंदबाज बेसर नजर आए।