हर एक Cricket टीम को चाहिए कि वो बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ ही मैदान पर उतरे। लेकिन हर बार ऐसा नहीं हो पाता। क्योंकि एक टीम के सभी खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करें या फिर सभी बेहतर खिलाड़ी एक ही टीम में शामिल हो जाएं, ऐसा हो जरूरी तो नहीं। कभी-कभी ऐसा भी होता है कि एक खिलाड़ी को जगह ना मिल पाने की वजह से दूसरे देश की तरफ रुख करना पड़ता है।
यही नहीं ऐसा भी देखने ओ मिला है कि एक देश में जन्मे खिलाड़ी अन्य देश में जाकर बस गए और वहीं बेहतर खेल का प्रदर्शन किया। आज चलो ऐसी ही प्लेइंग इलेवन बनाई जाए जो जन्मे तो किसी और देश के लिए, लेकी खेल का जौहर किसी और देश के लिए दिखाया।
यह है अन्य देशों के लिए खेलनी वाली प्लेइंग इलेवन
1. जेसन रॉय (Jason Roy)
इंग्लैंड टीम के सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय ने सीमित ओवरों के क्रिकेट में खुद को भरोसेमंद और जिम्मेदार खिलाड़ी के रूप में साबित किया है। 96 वनडे मैचों में 3598 रन और 45 टी20 मैचों में हजार से ज्यादा रन बना चुके इस खिलाड़ी ने 5 टेस्ट मैच भी खेले हैं। अपने करियर में रॉय ने 8 अंतरराष्ट्रीय झटक भी चुके हैं।
आपको बता दें कि आज भले ही रॉय इंग्लैंड टीम के लिए जलवे दिखा रहे हों। लेकिन, उनका जन्म दक्षिण अफ्रीका के डरबन में हुआ था। जेसन रॉय जब 10 वर्ष के थे तभी पूरा परिवार इंग्लैंड आकर बस गया था। यही से रॉय ने सरे के लिए खेलना शुरू कर दिया।
2. डेवॉन कॉनवे (Devon Conway)
अपने पहले ही टेस्ट मैच में दोहरा शतक जड़ कर प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले न्यूजीलैंड टीम के नए टेस्ट ओपनर डेवॉन कॉनवे का जन्म South Africa के जोहंसबर्ग में हुआ था। उन्हें बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था। लेकिन, अच्छा खेलने के बाद भी उन्हें दक्षिण अफ्रीकी टीम में खेलने का मौका नहीं मिला।
जिसके बाद उन्होंने अफ्रीका छोड़कर न्यूजीलैंड जाकर बस गए। न्यूजीलैंड के लिए Devon Conway ने 3 वनडे और 14 टी20 के बाद टेस्ट में भी एक सलामी बल्लेबाज के रूप में उन्होंने पदार्पण किया। यही नहीं अपने पहले ही मैच में 200 रन बना दिए।
3. मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne)
South Africa के नॉर्थ वेस्ट प्रोविंस में पैदा होने वाले मार्नस लाबुशेन ने 10 साल की उम्र एम ही ऑस्ट्रेलिया आ गये थे। दरअसल उनके परिवार ने अफ्रीका छोड़ दिया था ऐसे में उन्हें भी परिवार के साथ कंगारू देश में आना पड़ा। मार्नस ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 18 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उनके बल्ले से 5 शतक और 10 अर्धशतक निकले हैं। ये सभी शतक विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में ही बने हैं। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज लाबुशेन टेस्ट चैंपियनशिप के सबसे सफल बल्लेबाज हैं।
4. उस्मान ख्वाजा (Usman Khawaja)
ऑस्ट्रेलिया टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा का जन्म पाकिस्तान के इस्लामाबाद में 18 दिसम्बर, 1986 को हुआ था। लेकिन, परिवार को पाकिस्तान कुछ रास नहीं आया और पूरा परिवार ऑस्ट्रेलिया आकर बस गया। उस समय ख्वाजा की उम्र सिर्फ 5 वर्ष ही थी।
ख्वाजा ने 44 टेस्ट में 2887 और 40 वनडे मैचों में 1554 रमन बनाए हैं। यही नहीं उन्होंने 9 टी20 मैचों में 241 रन भी बनाए हैं। आपको बता दें कि उस्मान एक प्रशिक्षित पायलट भी हैं। उन्होंने अपने टेस्ट पदार्पण से पहले ही पायलट का प्रशिक्षण पूरा कर लिया था।
5. ग्लेन फिलिप्स (Glenn Phillips)
South Africa के ईस्ट लंदन में पैदा होने वाले ग्लेन फिलिप्स पांच वर्ष की उम्र में ही न्यूजीलैंड आकर बस गए थे। 24 वर्षीय यह खिलाड़ी 2015 में ही लिस्ट ए में पदार्पण कर चुका था। 2016 में सुपर स्मैश लीग में भी इस खिलाड़ी ने टी20 में डेब्यू कर लिया था। जिसके बाद से इस प्रतिभाशाली क्रिकेटर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। 25 टी20 और एक टेस्ट मैच खेलने वाला यह खिलाड़ी न्यूजीलैंड के लिए विकेटकीपर बल्लेबाज की भूमिका निभा रहा और 20 अंतरराष्ट्रीय शिकार भी कर चुका है।
6. बेन स्टोक्स (Ben Stokes)
इंग्लैंड के बेहतरीन आलराउंडर Cricketers में से एक बेन स्टोक्स ने क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अपने खेल का डंका बजाया है। हाल में खत्म हुए विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में इंग्लैंड के तरफ से दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा छक्के लगाने वाले वो इकलौते खिलाड़ी थे।
बेन के नाम 13 अंतरराष्ट्रीय शतक भी दर्ज हैं। टेस्ट मैचों में उनके बल्ले से दोहरा शतक भी निकल चुका है। आपको बता दें कि स्टोक्स का जन्म 4 जून 1991 को न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में हुआ था। लेकिन, जब वो 12 साल के थे तभी परिवार सहित इंग्लैंड आकर बस गए। उनके पिता न्यूजीलैंड के लिए रग्बी खिलाड़ी रह चुके हैं।
7. मोइसेस हेनरिक्स (Moises Henriques)
1 फरवरी, 1987 को पुर्तगाल में जन्मे मोइसेस हेनरिक्स पहले पुर्तगाली व्यक्ति हैं, जो ऑस्ट्रेलिया के लिए Cricket के खेल का प्रदर्शन करते हैं। हेनरिक्स के पिता पुर्तगाल के प्रशिक्षित फुटबॉलर रह चुके हैं। लेकिन, उनका पूरा परिवार निजी कारणों की वजह से ऑस्ट्रेलिया आकर बस गए। उस समय उनकी उम्र सिर्फ एक वर्ष ही थी।
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के लिए आलराउंडर प्रदर्शन करने वाले हेनरिक्स ने 4 टेस्ट मैचों में 164 बनाने के साथ ही 2 विकेट, 13 वनडे मैचों में 105 रन के साथ विकेट और 14 टी20 मैचों में 220 रन बनाने के साथ ही 7 विकेट भी हासिल किए हैं। हेनरिक्स न्यू साउथ वेल्स के कप्तान भी रह चुके हैं और डिप्रेशन की वजह से उन्होंने कप्तानी छोड़ दी थी।
8. इमाद वसीम (Imad Wasim)
2015 में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले पाकिस्तान के हरफनमौला खिलाड़ी इमाद वसीम ने अभी तक 55 वनडे और 49 टी20 मैच खेले हैं। जिनमें उनके नाम क्रमशः 986 व 44 विकेट तथा 302 रन व 47 विकेट दर्ज हैं। यह खिलाड़ी बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने के साथ ही बाएं हाथ से ही स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं।
आपको बता दें कि यह प्रतिभाशाली खिलाड़ी भले ही पाकिस्तान के लिए खेलता है, लेकिन इनकी पैदाइश 18 दिसम्बर 1988 को वेल्स के स्वानसी में हुई थी। उनके पिता यूके में इंजीनियर के तौर पर काम करते थे। जब वो भाहूत छोटे थे तभी पूरा परिवार पाकिस्तान आकर बस गया। इमाद ने मेडिकल की पढ़ाई भी की है, लेकिन पाकिस्तान की अंडर-19 के लिए खेलने के लिए इसको छोड़ दिया था।
9. ईश सोढ़ी (Ish Sodhi)
न्यूजीलैंड की टीम का यह प्रतिभाशाली गेंदबाज बहुत ही कम समय में अपना जलवा बिखेरने में सफल हो गया है। ईश सोढ़ी ने कीवी टीम के लिए 2013 में अंतरराष्ट्रीय प्रदार्पण किया था। अपनी स्पिन गेंदबाजी के दम पर सोढ़ी ने 17 टेस्ट में 41, 33 वनडे में 43 और 57 टी20 मैचों में 73 विकेट अपने नाम किए हैं। वो भी बेहतरीन इकॉनमी के साथ उन्होंने यह कारनामा किया है।
ईश भले ही आज न्यूजीलैंड की टीम के लिए अपनी गेंदबाजी से विकेट झटक रहे हों, लेकिन आपको बता दें कि इस Cricketter का जन्म स्पिन का गढ़ भारतीय जमीन पर हुआ है। 31 अक्टूबर 1992 को ईश का जन्म लुधियाना में हुआ था। लेकिन, जब वो सिर्फ चार साल के थे तभी परिवार न्यूजीलैंड के साउथ ऑकलैंड में बस गया था।
10. जोफ्रा आर्चर (Jofra Archer)
वर्तमान में सबसे तेज और घातक गेंदबाजों में गिने जाने वाले इंग्लैंड के जोफ्रा आर्चर का कोई सानी नहीं है। क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अपनी गेंद से कहर ढाने वाले जोफ्रा ने टेस्ट में 42, वनडे में 30 और टी20 में अभी तक 14 विकेट अपने नाम किए हैं। अभी उन्हें बहुत ही लंबा सफर तय करना बचा हुआ है।
इंग्लैंड के लिए अपनी गेंदबाजी का जलवा बिखेरने वाले आर्चर का जन्म 1 अप्रैल, 1995 को बारबडोस में हुआ था। उन्हें ब्रिटिश सिटीजनशिप अपने पिता की वजह से मिला था। मजेदार बात यह है कि आर्चर ने वेस्टइंडीज की अंडर-19 टीम के लिए 2014 में 3 बार खेला है। तत्पश्चात 2015 में वो इंग्लैंड चले आए और यही से अपना क्रिकेट करियर शुरू किया।
11. नील वैगनर (Neil Wagner)
2009 में न्यूजीलैंड के इमर्जिंग प्लेयर्स की टीम का हिस्सा रहे नील वैगनर का जन्म South Africa के प्रीटिरिआ में हुआ था। इसी शहर की घरेलू टीम से उन्होंने क्रिकेट खेलने की शुरुआत की। 2005-06 में नार्दर्न्स के लिए प्रथम श्रेणी मैचों में पदार्पण किया।
यही नहीं दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए दो टेस्ट मैचों में हिस्सा रहे नील 12वें खिलाड़ी ही बने रह गए, जिसके बाद इस बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने न्यूजीलैंड की ओर रुख कर लिया। 2012 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैचों में पदार्पण किया और कुल 51 टेस्ट मैचों में 219 विकेट हासिल कर चुके हैं।