क्रिकेट जगत को एक के बाद एक कई बड़े झटके लग रहे हैं. पिछले कुछ महीनों के से बुरी खबरें जगत का पीछा छोड़ने का ही नाम नहीं ले रही हैं. कोरोना महामारी के बीच अब तक कई खिलाड़ियों ने अपने करीबियों को खोया है. तो वहीं कई पूर्व खिलाड़ियों के तौर पर भी खेल जगत को खासा नुकसान उठाना पड़ा है. इसी बीच क्रिकेट बोर्ड को रबि बनर्जी (Rabi Banerjee) के तौर पर बड़ा झटका लगा है.
क्रिकेट जगत के लिए एक और बड़ा झटका
दरअसल भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा रहे एक और क्रिकेटर ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया है. बंगाल क्रिकेट से जुड़े 72 साल के पूर्व क्रिकेट रबि बनर्जी (Rabi Banerjee) काफी वक्त से एक लंबी बीमारी का सामना कर रहे थे. हाल ही में उनके कोरोना की चपेट में आने की खबर सामने आई थी. लेकिन, इलाज के बाद उन्होंने इस संक्रमण को मात दे दिया था. लेकिन दिल की बीमारी क्रिकेटर पर हावी हो गई.
बताया जा रहा है कि, इलाज के दौरान उनका निधन हो गया. इससे जुड़ी जानकारी खुद बंगाल क्रिकेट संघ ने बुद्धवार, 9 जून को देते हुए क्रिकेटर के प्रति शोक जताया है. बंगाल के लिए साल 1970 के दशक में रणजी का हिस्सा रहे बनर्जी बीते कुछ समय से अस्पताल में ही एडमिट थे. यहां पर उनका डायलिसिस चल रहा था. कोरोना को मात देने के बाद उन्हें दोबारा से हॉस्पिटल में एडमिट करवाना पड़ा था. लेकिन जिंदगी की जंग बीते बुद्धवार को वो हार गए.
बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन ने दी निधन की जानकारी
इस बारे में जानकारी देते हुए बंगाल क्रिकेट संघ ने बीते बुद्धवार को एक फेसबुक पोस्ट के जरिए अपना बयान जारी करते हुए पूर्व क्रिकेटर बनर्जी के निधन के बारे में जानकारी दी. CAB ने अपने बयान में कहा कि, “बनर्जी हाल ही में कोरोना से उबर गए थे लेकिन दिल की बीमारी के कारण उन्हें फिर अस्पताल में एडमिट कराया गया था. उनका नियमित डायलिसिस भी होता था. लेकिन, आज तड़के कोलकाता में उनका निधन हो गया.’’
सीएबी अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने रबि बनर्जी (Rabi Banerjee) के निधन पर दुख जताते हुए परिवार को संघ की तरफ से शोक संदेश भेजा. इसके बाद उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से बेलियाघाट में उनके पैतृक घर पहुंचाया गया. जहां से पर उनका अंतिम संस्कार किया गया.
ऐसा रहा क्रिकेटर करियर
बात करें रबि बनर्जी (Rabi Banerjee) के क्रिकेट करियर की तो उन्होंने 1969-70 से 1974-75 के बीच बंगाल के लिये 10 प्रथम श्रेणी मैच खेले थे. इन 10 मैचों में खेलते हुए उन्होंने 113 रन बनाए थे और 11 विकेट ही अपने नाम कर सके थे. बतौर ऑलराउंडर वो कुछ खास वो खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे. यही वो कारण था कि, उनका करियर ज्यादा लंबा क्रिकेट में नहीं चल पाया था.