Venkatesh Iyer-IPL

कोलकाता नाइट राइडर्स और दिल्ली कैपिटल्स (KKR vs DC) के बीच खेला गया दूसरा क्वालीफायर मुकाबला बेहद रोमांचक रहा. वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) की बेहतरीन पारी केकेआर के जीत की सबसे बड़ी वजह रही. टॉस जीतकर केकेआर के कप्तान इयोन मोर्गन ने पहले गेंदबाजी का फैसला करते हुए ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को बल्लेबाजी का न्योता दिया था. परिणामस्वरूप पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की टीम काफी संघर्ष करते हुए दिखाई दी. 5 विकेट के नुकसान पर दिल्ली ने महज 136 रन का लक्ष्य खड़ा किया था. जिसका पीछा करने उतरी केकेआर ने इस मैच को 3 विकेट से अपने नाम करते हुए सीधा फाइनल में जगह बना ली है. जो 15 अक्टूबर को चेन्नई के साथ खेलने उतरेगी.

आखिरी ओवर में त्रिपाठी के बल्ले से निकले छक्के ने दिलाई केकेआर को फाइनल की टिकट

Venkatesh Iyer

टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए केकेआर ने दिल्ली कैपिटल्स पर शुरू से लेकर अंत तक दबाव बनाए रखा. एक भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका और पूरे मैच में दिल्ली की ओर से सिर्फ 10 बड़े शॉट लगे. शारजाह की पिच पर दिल्ली का लक खराब साबित हुआ और टीम का सफर इस टूर्नामेंट में आज खत्म हो गया है. 136 रन के मिले लक्ष्य का पीछा करने उतरी केकेआर को वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) और शुभमन गिल ने अच्छी शुरूआत दिलाई थी. अय्यर ने दिल्ली के खिलाफ 44 गेंद में 55 रन की अहम पारी खेली थी.

कुल मिलाकर यह कह सकते हैं कि आज का मुकाबला वाकई बेहद कमाल का था. क्योंकि यह मैच अंत के ओवर में किसी भी तरह पलड़ा झुका सकता था. आखिरी ओवरों में दिल्ली की टीम वापसी करने में कामयाब रही. लेकिन, राहुल त्रिपाठी के 19वें ओवर की पांचवीं गेंद पर लगाए गए छक्के ने केकेआर को लंबे समय बाद फाइनल की टिकट दिला दी. शुरुआत में केकेआर के दोनों ओपनरों ने 96 रन की साझेदारी की लेकिन 130 रन पहुंचते-पहुंचते उन्होंने सात विकेट खो दिए थे. साल 2012 के बाद केकेआर के सामने सीएसके होगी.

मैन ऑफ द मैच का सम्मान मिलने के बाद बल्लेबाज ने कही बड़ी बात

KKR vs DC: मैन ऑफ द मैच वेंकटेश अय्यर ने कहा मुश्ताक अली ट्रॉफी और IPL में नहीं है कोई अंतर

इस मैच में जीत मिलने और मैन ऑफ द मैच के खिताब से नवाजे जाने के बाद केकेआर के सलामी बल्लेबाज वेंकटेश अय्यर (Venkatesh Iyer) ने पोस्ट मैच प्रजेंटेशन में बात करते हुए कहा कि,

“मैं वही कर रहा था जो मुझे बोला गया था. अच्छा लगा हम यह मैच जीत पाए. मैं खुश हूं कि जैसा टीम प्रबंधन ने कहा मैं उस तरह की बल्लेबाजी कर पाया सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और इस टूर्नामेंट में कोई अंतर नहीं था. मैं बस खराब गेंदों को बाउंड्री पार पहुंचाना चाहता था. मैं चाहता था कि अगर मैं लंबा खेलूं तो बहुत गेंद नहीं खेलूं.

जहां तक शुभमन की बात है तो वह बहुत अच्छा प्लेयर है. उसके साथ खेलकर दबाव कम होता है. हम फाइनल में हैं लेकिन, मैं अपने परिवार नहीं बल्कि फाइनल की ओर देख रहा हूं. क्योंकि अब बस एक मैच और है.”