संघर्षों से जूझते हुए टी नटराजन ने टीम इंडिया में बनाई अपनी जगह, जानें कैसे पूरा हुआ क्रिकेट का सपना
Published - 13 Mar 2024, 06:54 AM

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साल 2020 का अंत होने में बस कुछ ही घंटों का वक्त बाकी है, इसके बाद नए साल की शुरूआत हो जाएगी. जिसका इंतजार हर शख्स बेसब्री से कर रहा है. ये एक ऐसा साल रहा है, जिसे शायद ही कोई भुला पाए. कोरोना से गुजरा ये पूरा साल हर शख्स के लिए किसी काले समय की तरह था. जिसके अंत होने की खुशी हर शख्स के चेहरे पर देखी जा सकती है. कुछ लोगों के लिए जहां ये साल एक बुरे दौर की तरह गुजरा, तो वहीं कुछ लोगों को नई खुशियां दे गया. इसमें क्रिकेट जगत से बेहतरीन खिलाड़ी टी नटराजन का भी नाम शामिल है.
टी नटराजन का जीवन
टी नटराजन इस समय उन खिलाड़ियों की लिस्ट में गिने जा रहे हैं, जिनकी किस्मत का दरवाजा ऐसा खुला है, कि वो अब तक दो फॉर्मेट में टीम इंडिया की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू कर चुके हैं. आज इस रिपोर्ट के जरिए हम टी नटराजन के क्रिकेट करियर और उनके संघर्षों के बारे में बताएंगे. जिससे गुजर कर आज वो इस मुकाम पर पहुंचे हैं.
क्रिकेट से पहले टेनिस प्लेयर थे टी नटराजन
27 मई साल 1991 में टी नटराजन तमिलनाडु के एक चिन्नपमपत्ती गांव में जन्मे थे. टी नटराजन का पालन-पोषण एक मिडिल क्लास फैमिली में हुआ. टी नटराजन की जिंदगी संघर्षों से भरी रही. क्रिकेट खेलने से पहले टी नटराजन एक टेनिस प्लेयर थे. लेकिन इस खेल के जरिए उन्हें कोई पहचान मिली थी. इसी बीच उनके जीवन में कोच ए. जयप्रकाश नाम के महान शख्स की एंट्री हुई.
टी नटराजन की फैमिली
टी नटराजन के पिता एक कपड़े की मिल में कार्यरत थे. जबकि उनकी मां सड़कों पर फूड स्टॉल लगाने का काम करती थीं. टी नटराजन कुल 5 भाई बहन हैं, जिनमें उनकी 3 बहनें और 2 भाई हैं. 29 साल के टी-नटराजन शादीशुदा है. आईपीएल के दौरान उनकी पत्नी ने अपने पहले बच्चे को जन्म दिया था. जिसे अभी तक टी नटराजन देख भी नहीं पाए हैं.
संघर्षों का सामना करते हुए क्रिकेट जगत में छाए टी नटराजन
खेल के दौरान टी नटराजन को कई तरीके के संघर्षों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने अपने सपने को साकार करने के लिए हर दिक्कत का सामना किया. टी नटराजन के खेल की कला को उनके गुरू जयप्रकाश ने पहचाना, और उन्हें क्रिकेट के बारे में प्रशिक्षण देना शुरू किया. टी नटराजन को जयप्रकाश ने खेल से जुड़ी हर बारीकी पर ध्यान देना सिखाया.
यहां तक कि उनकी किट का भी इंतजाम गुरू जयप्रकाश, ने ही किया था. टी नटराजन को सबसे पहले चेन्नई में खेलने के लिए कोच ए. जयप्रकाश ने ही भेजा था. साल 2011 की बात है जब पहली बार टी नटराजन ने तमिनाडु की तरफ से बेंगलुरु के खिलाफ अपना पहला घरेलू मैच खेला था.
जोली रोवर्स एकेडमी में मिला प्रशिक्षण
इस प्रदर्शन के बाद साल 2012 में “जोली रोवर्स” क्रिकेट एकेडमी के प्रशिक्षक का ध्यान टी नटराजन पर गया. उसी दौरान उन्होंने टी नटराजन को अपने एकेडमी में खेलने का ऑफर दिया. जाहिर सी बात थी कि इस ऑफर को किसी भी तरीके से टी नटराजन अपने हाथ से जाने नहीं देना चाहते थे और उन्होंने तुरंत एकेडमी में ट्रेनिंग लेने के लिए हामी भर दी.
आईपीएल में मिला पहला ब्रेक
डोमेस्टिक टूर्नामेंट में जिस तरीके से टी नटराजन ने प्रदर्शन किया, उसके आधार पर पहली बार साल 2017 में उन्हेंन आईपीएल की फ्रेंचाईजी किंग्स इलेवन पंजाब ने पहला ब्रेक दिया. इस दौरान टी नटराजन को पंजाब ने 3 करोड़ की बोली में खरीदा था. इसके बाद साल 2018 में रिलिजिंग के बाद उन्हें सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने 40 लाख रुपए में खरीदा था. साल 2020 के आईपीएल में टी नटराजन ने जमकर सुर्खियां बटोरी.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टी नटराजन ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया पहला डेब्यू
आईपीएल 2020 के खत्म होते ही टी नटराजन टीम इंडिया के साथ ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिए रवाना हो गए थे. उन्हें वनडे और टी-20 फॉर्मेट में नेट गेंदबाज के तौर पर शामिल किया गया था. 2 वनडे मैच में फ्लॉप होने के बाद तीसरे वनडे में टी नटराजन को अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय वनडे डेब्यू करने का मौका मिला इस दौरान उन्होंने ऐसा तहलका मचाया कि, टीम इंडिया ने उन्हें टी-20 मैच में भी उतार दिया.
टी नटराजन ने टी-20 में भी अपनी यॉर्कर गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को जमकर परेशान किया. उनके इसी प्रदर्शन को देखते हुए टीम इंडिया ने उन्हें टेस्ट मैच के लिए भी रोक रखा है. टी नटराजन अपनी परफॉर्मेंस को लेकर चारो तरफ छाए हुए हैं, और सिडनी टेस्ट मैच में उनके डेब्यू को लेकर अटकलें जारी हैं.
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