भारतीय क्रिकेट टीम के लिए फिलहाल सबसे बड़ी चुनौती टीम के स्पिन गेंदबाजों को लेकर सामने आ रही है। भारतीय टीम के स्टार स्पिन गेंदबाज युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी कभी विश्व के किसी भी टीम के सामने शानदार प्रदर्शन का नजारा पेश करते नजर आते थे। लेकिन अब ऐसी नौबत आ गई है कि दोनों ही खिलाड़ी जब भी टीम इंडिया के लिए मैदान पर उतरते हैं उनसे खराब प्रदर्शन देखने को मिलता है।
दोनों खिलाड़ियों के मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए लगता है कि इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन के पीछे धोनी का शानदार पथ प्रदर्शन भी शामिल था। इसी क्रम में हम बात करेंगे की धोनी के उपस्थति में चहल-कुलदीप का प्रदर्शन कैसा रहा था, वहीं धोनी के जाने के बाद इन दोनों स्पिन गेंदबाजों का प्रदर्शन कैसा रहा था।
धोनी के उपस्थति में और धोने के बाद कैसा रहा कुल्चा का प्रदर्शन
धोनी के रहते हुए कुलदीप-चहल की गेंदबाजी
अगर दोनों के प्रदर्शन पर नजर डाले तो कुलदीप-चहल का प्रदर्शन धोनी के टीम में रहने तक ही बेहतर था। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो धोनी का प्रभाव इन खिलाड़ियों पर काफी अधिक है। धोनी के साथ कुलदीप ने 47 और चहल ने 46 मैच खेले, इस दौरान कुलदीप ने कुल 91 विकेट झटके जबकि चहल को भी 81 विकेट मिले।
कुलदीप यादव और चहल जब धोनी के उपस्थति में खेलते थे तो धोनी विकेट के पीछे से टीम के खिलाड़ियों को काफी मदद मिलती थी। लेकिन धोनी के जाने के बाद अब भारतीय स्पिन गेंदबाजों के लिए यह मदद खत्म हो गई।