केविन पीटरसन

भारत-इंग्लैंड के बीच चल रही 4 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच में मिली हार के बाद केविन पीटरसन ने विराट कोहली को लेकर बड़ा बयान दिया है. दरअसल उनकी मेजबानी में लगातार भारतीय टीम यह चौथा मुकाबला हारी है. ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया पहला मुकाबला हार गई थी. इसके बाद कप्तान निजी कारणों के चलते वापस भारत लौट आए थे.

विराट कोहली की कप्तानी पर केविन पीटरसन ने दिया बयान

केविन पीटरसन

इसके बाद इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में टीम के मौजूदा कप्तान की वापसी हो चुकी है, लेकिन पहला मुकाबला हारने के बाद विराट की कप्तानी पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं. काफी सारे फैंस से लेकर कई दिग्गज भी उनकी जगह रहाणे को कमान देने की मांग कर चुके हैं.

ऑस्ट्रेलिया से पहले टीम इंडिया विराट कोहली की मेजबानी में 2 टेस्ट मैच की सारीज को भी हार गई थी. जिसे लेकर लगातार कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स और फैंस अपनी राय रख रहे हैं. इसी सिलसिले में अब इंग्लैंड टीम के पूर्व क्रिकेटर केविन पीटरसन ने भी अपनी राय रखते हुए कोहली का बचाव किया है.

टीम इंडिया के कप्तान में नहीं होना चाहिए बदलाव- केविन पीटरसन

केविन पीटरसन-कोहली

दरअसल काफी समय से टीम इंडिया की कप्तानी को लेकर विवाद उठते रहे हैं, जिस तरह से विराट कोहली की कप्तानी  में टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में हार रही है, इस पर एक लंबी बहस छिड़ी हुई है. जिस पर अब पूर्व  क्रिकेटर पीटरसन ने ‘बेटवे’ के लिए अपने ब्लॉग पोस्ट में लिखा है कि,

‘मैं बिल्कुल भी नहीं चाहता कि भारतीय टीम मैनेजमेंट चीजो में किसी भी तरह का बदलाव करे. लेकिन भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी को लेकर चल रही बहस को दरकिनार करना भी तकरीबन असंभव है’.

कोहली दूसरे टेस्ट में टीम को जीत दिलाने की रखते हैं क्षमता– केविन पीटरसन

केविन पीटरसन

इसके आगे बात करते हुए केविन पीटरसन ने यह भी कहा है कि,

‘अब तक विराट की कप्तानी में भारत यह लगातार चौथी बार टेस्ट मैच हारी है. जबकि अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ  ऐतिहासिक सीरीज जीती है.’

इतना ही नहीं आगे उन्होंने अपने ब्लॉग में इच चर्चा को भटकाव करार दिया है और लिखा है कि,

‘ये चर्चा एक ऐसा डिस्ट्रेक्शन है जिसकी विराट कोहली को ज़रूरत नहीं है, लेकिन वो दूसरे टेस्ट में अपनी टीम को जीत तक पहुंचाने की अपनी लीड़रशिप क्षमता के साथ आगे बढ़ सकते हैं, ताकि इस बहस को रोका जा सके.  ताकि टीम अपने खेल पर पूरी तरह से फोकस कर सके.’