भारतीय टीम के 38 साल के तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत का टीम इंडिया में काफी महत्वूर्ण योगदान रहा है. साल 2007 में पहला टी-20 विश्व कप उन्होंने टीम इंडिया के लिए 6 साल खेले हैं. लेकिन,साल 2013 में मैच फिक्सिंग मामले में फंसने के बाद उनके क्रिकेट करियर पर 7 साल का बैन लगा दिया था. हालांकि अब उनकी सजा की अवधि पूरी हो चुकी है, और हाल ही में केरल की तरफ से वो सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी टूर्नामेंट में खेलते हुए देखे गए थे.
भारतीय टीम की 2 ऐतिहासिक जीत का हिस्सा रहे श्रीसंत
हालांकि एस श्रीसंत उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जो भारतीय टीम की की ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण जीत का हिस्सा रहे हैं. साल 2007 के वर्ल्ड कप की बात करें तो महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में पहली बार टीम इंडिया ने शानदार जीत जीत हासिल करते हुए खिताब पर कब्जा किया था.
इस दौरान फाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच जोरदार टक्कर हुई थी. 24 सितंबर साल 2007 को खेले गए मैच में भारत ने गौतम गंभीर की तरफ से बनाए गए सबसे ज्यादा (75) रन की बदौलत पाकिस्तान को 157 रन का लक्ष्य दिया था, इस मैच का हिस्सा तेज गेंदबाज एस. श्रीसंत भी थे.
भारतीय टीम की तरफ से टी-20 वर्ल्ड कप जीते हैं श्रीसंत
यह पहला मौका था जब भारतीय टीम के तेज गेंदबाज आरपी सिंह, अजित आगरकर, जोगिंदर शर्मा की बदौलत टीम इंडिया ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल मैच में जीत पक्की करते हुए पहली बार टीम टी-20 विश्व चैपिंयन बनी थी. इस ऐतिहासिक जीत के गवाह गेंदबाज श्रीसंत भी थे.
इसके साथ ही बात करें वनडे वर्ल्ड कप की, जो दूसरी बार भारत ने धोनी की कप्तानी में इस खिताब को अपने नाम किया था. फाइनल मुकाबला श्रीलंका और टीम इंडिया के बीच खेला गया था. 50 ओवर के मैच में खेलते हुए विरोधी टीम ने भारत को जीत के लिए 6 विकेट के नुकसान पर 248 रन का लक्ष्य दिया.
वनडे वर्ल्ड कप भी जीत चुके हैं एस. श्रीसंत
वर्ल्ड कप फाइनल मुकाबले में तेज गेंदबाज आशीष नेहरा चोटिल हो गए थे इसलिए उनकी जगह टीम में एस. श्रीसंत को उतारा गया था. आखिर में इस समय मौजूदा कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 91 रन की शानदार नाबाद पारी खेलते हुए टीम को मैच जिता दिया था.
इस मुकाबले में तेज गेंदबाज श्रीसंत के अलावा मुनाफ पटेल और जहीर खान भी थे. दिलचस्प बात तो यह है कि 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप के बाद विश्व कप में भले ही भारतीय टीम में अजित आगरकर, जोगिंदर शर्मा, आरपी सिंह, जगह नहीं बना सके लेकिन इस दौरान इस ऐतिहासिक जीत के साक्षी तेज गेंदबाज श्रीसंत बने. वो मात्र एक ऐसे गेंदबाज हैं, जो दोनों ही विश्व कप (टी-20 और वनडे) जीते हैं.