वनडे क्रिकेट के कुछ ऐसा महान खिलाड़ी जो कभी नहीं लगा सके छक्का
Published - 15 May 2020, 05:00 AM

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क्रिकेट, क्रिकेट और सिर्फ क्रिकेट. मौजूदा समय में क्रिकेट के खेल का नशा सभी के सिर चढ़कर बोलता हैं. बच्चा हो या बुढा सभी के ऊपर क्रिकेट की दीवानगी और बेइंतहा प्यार देखते ही बनता हैं. अब बात क्रिकेट की हो रही हो और हम खेल के मैदान में बनने वाले रिकार्ड्स का जिक्र ना करे, ऐसा भला कैसे संभव हो सकता हैं.
क्रिकेट के खेल में आये दिन कई रिकॉर्ड बनते और कई टूटते भी हैं. इस खेल में दर्शकों को सबसे ज्यादा मजा चौके और गगनचुंबी छक्कें देखने में आता हैं. बात अगर छक्कों की करे, तो वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा छक्कें लगाने का रिकॉर्ड पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी (351) के नाम पर दर्ज है.
मगर क्या आपको पता हैं, विश्व क्रिकेट में ऐसे भी खिलाड़ी भी हुए हैं जो एकदिवसीय फॉर्मेट में एक भी छक्का लगाने में असमर्थ रहे हो.
आइये डालते हैं, एक नज़र ऐसा ही कुछ खिलाड़ियों के नाम पर जो वनडे में नहीं लगा सके छक्के :-
# डियोन इब्राहिम
इस सूची में सबसे पहला नाम ज़िम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी डियोन इब्राहिम का आता हैं. 39 वर्षीय दाएं हाथ के बल्लेबाज डियोन इब्राहिम ने ज़िम्बाब्वे के लिए कुल 82 एकदिवसीय मुकाबलें खेले, लेकिन इस दौरान उनके बल्ले से एक भी छक्का नहीं निकला.
डियोन इब्राहिम ने 82 वनडे मैचों की 76 पारियों में बल्लेबाजी की और इस दौरान उनके बल्ले से 20.61 की औसत और 56.81 के स्ट्राइक रेट के साथ 1443 रन आये. वनडे में उनके नाम पर एक शतक और चार अर्द्धशतक भी दर्ज रहे.
अपने पूरे एकदिवसीय करियर में इब्राहिम ने कुल 104 चौके जरुर लगाये लेकिन एक भी छक्का लगाने में असफल रहे. इतना ही हाही अपने खेले 29 टेस्ट मैचों में भी इब्राहिम ने एक भी छक्का नहीं जमाया.
# ज्योफरी बायकॉट
इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और महान खिलाड़ियों में शुमार ज्योफरी बायकॉट का नाम भी इस सूची में शामिल है. ज्योफरी बायकॉट भी उन चुनिन्दा खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, जो एकदिवसीय फॉर्मेट में कभी छक्का नहीं लगा सके.
ज्योफरी बायकॉट ने इंग्लैंड के लिए कुल 36 वनडे मैच खेले और इस दौरान 34 पारियों में उनके बल्ले से 36 की औसत और 53.56 के स्ट्राइक रेट के साथ 1082 रन आये. इस फॉर्मेट में उनके नाम पर एक शतक और 9 अर्द्धशतक भी दर्ज रहे. बायकॉट के बल्ले से 84 चौके जरुर आये, लेकिन वह एक भी छक्का नहीं लगा सके.
वहीं टेस्ट फॉर्मेट की बात करे, तो ज्योफरी बायकॉट ने खेले 108 टेस्ट मैचों में आठ छक्के जमाए. टेस्ट में उनके नाम पर 8114 रन भी दर्ज है.
# कैलम फर्ग्युसन
ऑस्ट्रेलिया के दाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज कैलम फर्ग्युसन का नाम भी इस लिस्ट में शुमार है. कैलम फर्ग्युसन का नाम ऑस्ट्रेलिया के घरेलू क्रिकेट के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में लिया जाता है.
कैलम फर्ग्युसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 30 वनडे मैच खेले और 25 पारियों में 41.43 की औसत और 85.32 की औसत के साथ 663 रन बनाये. एकदिवसीय में उनके नाम पर पांच अर्द्धशतक भी दर्ज रहे. 64 एकदिवसीय चौके लगाने वाले कैलम फर्ग्युसन अपने करियर में एक भी छक्का नहीं लगा सके.
सिर्फ वनडे ही नहीं बल्कि टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय में भी उनके बल्ले से एक भी छक्का नहीं आया. एक टेस्ट में उन्होंने चार बनाये, जबकि तीन T20I मैचों में उनके बल्ले से सिर्फ 16 रन आये.
# मनोज प्रभाकर
इस सूची में अगला नाम भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे अनुभवी ऑलराउंडर में से एक रहे मनोज प्रभाकर का आता हैं. 90 के दशक में मनोज प्रभाकर का टीम इंडिया में बहुत बड़ा नाम माना जाता था. मनोज भी उन खिलाड़ियों में से रहे, जो वनडे में कभी छक्का नहीं लगा सके.
मनोज प्रभाकर ने भारत के लिए 130 वनडे मैचों में शिरकत की और 98 पारियों में उनके बल्ले से 24.12 की औसत के साथ 1858 रन आये. एकदिवसीय में मनोज के नाम पर दो शतक और 11 अर्द्धशतक दर्ज रहे. 130 मुकाबलें खेलने के बाद भी वह छक्का नहीं लगा सके.
आप सभी को बता दे, कि मनोज प्रभाकर के नाम पर वनडे में 157 विकेट लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. 39 टेस्ट मैचों में भी मनोज प्रभाकर सिर्फ चार छक्के ही लगा सके.
# थिलन समरवीरा
इस सूची में सबसे अंतिम नाम श्रीलंका के अनुभवी खिलाड़ियों में से एक दायें हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाज थिलन समरवीरा का आता हैं. समरवीरा भी अपने पूरे वनडे करियर में एक भी छक्का नहीं लगा सके.
कहने को तो थिलन समरवीरा एक टेस्ट स्पेशलिस्ट बल्लेबाज माने जाते थे, लेकिन उन्होंने अपने देश के लिए 53 वनडे भी खेले और 42 पारियों में उन्होंने 862 रन बनाये. वनडे में दो शतक लगाने वाले थिलन समरवीरा एक भी छक्का नहीं लगा सके.
थिलन समरवीरा ने श्रीलंका के लिए 81 टेस्ट मैचों में भी मात्र सात छक्के ही लगाये.
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