Cricket का खेल टेस्ट फॉर्मेट से शुरु हुआ था। इसके बाद वक्त के साथ-साथ खेल में भी बदलाव हुए और वनडे क्रिकेट से होता हुआ अब ये खेल टी20 फॉर्मेट में भी खेला जाता है। भारत में ही नहीं बल्कि विश्व में क्रिकेट की लोकप्रियता काफी अधिक है। शुरुआती दौर में तो सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेला जाता था, लेकिन फिर 1971 में वनडे क्रिकेट की शुरुआत हुई और 1975 में पहला वनडे विश्व कप खेला गया, जिसे वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने अपने नाम किया। मगर आज इस आर्टिकल में हम आपको पहले वनडे विश्व कप के जुड़े एक किस्से को बताएंगे कि कैसे खिलाड़ी बीच मैदान पर ही ठुठरने लगे थे।
विश्व कप से पहले होने लगी थी बर्फबारी
वनडे क्रिकेट का पहला मुकाबला 1971 में मेलबर्न शहर में खेला गया था। इसके बाद 1975 में पहला विश्व कप आयोजित हुआ था, नए टूर्नामेंट को लेकर काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वो कहते हैं ना कि मुश्किलों को पार करके ही उपलब्धियां हासिल होती हैं। ऐसा ही कुछ उस मेगा इवेंट से पहले भी देखने को मिला।
जब विश्व कप शुरू होने से ठीक पहले ही पूरे इंग्लैंड में बर्फबारी होने लगी। वहां बर्फबारी होना, कोई नई बात तो नहीं थी, लेकिन तब इंग्लैंड में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से भी कम रिकॉर्ड किया गया था। तब तो ऐसा लग रहा था कि पता नहीं अब इवेंट खेला जाएगा या नहीं।
क्योंकि देखते ही देखते हालात बेहद गंभीर हो गए। बर्फबारी और ठिठुरने वाली ठंड ने खिलाड़ियों की जान भी मुश्किल में पड़ गई। हालात इतने बिगड़ गए कि इंग्लैंड की काउंटी चैंपियनशिप के दो मुकाबलों को रद्द घोषित करना पड़ा। इतना ही नहीं, मैच खेल रहे खिलाडि़यों पर ठंड का आलम ये रहा कि वो बीच मैच में ही बुरी तरह कांपने लगे। इसके चलते कई मुकाबलों को बीच में ही रोकना पड़ा। ये स्टोरी आज आपके साथ इसलिए शेयर की जा रही है, क्योंकि ये घटना आज ही के दिन 1975 में घटी थी।
टूर्नामेंट में बदल गया था माहौल
इंग्लैंड का मौसम इतना ठंडा था, लेकिन मानो कायनात ही चाहती थी कि विश्व कप का आयोजन पूरी सफलता के साथ हो। हुआ यूं कि मौसम में कुछ ऐसा बदलाव विश्व कप के दौरान देखने को मिला, जिसने सभी को हैरान कर दिया। दरअसल, भयंकर बर्फबारी के जब एक हफ्ते बाद टूर्नामेंट आयोजित हुआ, तो मैच देखने स्टेडियम में पहुंचे फैंस के माथे पर पसीने की बूंदे भी नजर आईं।
यदि मैच की बात करें, तो पहले विश्व कप का फाइनल मुकाबला वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच खेला गया। जिसमें उस दौर की मजबूत विंडीज टीम ने पहला विश्व कप जीतकर खुद को विश्व विजेता बनाया।