क्रिकेट (Cricket) प्रेमियों के लिए मैच से पहले मौसम के बारे में जानना इसलिए जरूरी हो जाता है. क्योंकि कई बार वेदर पूरे मुकाबले का मजा किरकिरा कर देता है. ऐसे कई उदाहरण रहे हैं, जब मैच के दौरान बारिश ने खलल डालने का कोई भी मौका अपने हाथ से नहीं जाने दिया. क्रिकेट के दौरान जब बारिश होती है तो इसका असर मैच पर ही नहीं बल्कि फैस पर भी पड़ता है.
इसका एक नजारा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मैच में भी देखने को मिला. इसके बारे में हम आपको विस्तार से बताएंगे. लेकिन, इसी के साथ ही हम उन 5 बड़े मुकाबलों के बारे में बताने जा रहे हैं. जब मैच बारिश की भेंट चढ़ गया. कौन से रहे वो पांच बड़े महामुकाबले... जानते हैं इस रिपोर्ट के जरिए...
भारत-न्यूजीलैंड WTC मैच 2021
इस लिस्ट में हम सबसे पहले शुरूआत करेंगे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल मुकाबले से, जो 18 जून (2021) को साउथैम्प्टन में शुरू होना था. लेकिन, बारिश ने इस मुकाबले को धोने में कोई कसर नहीं छोड़ी. इस मैच को शुरू कराने के लिए अधिकारियों ने घंटे इंतजार किए. लेकिन, बारिश ने ऐसा तांडव मचाया कि, फैंस की उम्मीदों पर पूरी तरह से पानी फिर गया और मुकाबले के पहले दिन को रद्द करने की घोषणा करनी पड़ी.
साउथैम्प्टन में लगातार हो रही बारिश की वजह से दोनों टीमों के बीच टॉस की भी प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी थी. ऐसे में इस मैच के मौसम को लेकर लोग काफी ज्यादा डरे हुए थे. इस मुकाबले में किसी तरह की खलल ना पड़े उसके लिए आईसीसी ने रिजर्व डे रखा था. इसका इस्तेमाल ऐसे समय में किया गया.
जँहा पर अंत में रिजर्व डे के दिन कीवी टीम ने भारत को 8 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया. ऐसे में इस मैच पर पूरी दुनिया की निगाहें गड़ी हुई थी. क्रिकेट (Cricket) इतिहास में पहली बार टेस्ट चैंपियनशिप खेला गया.
न्यूजीलैंड बनाम दक्षिण अफ्रीका सेमीफाइनल 2015
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर हम उस मुकाबले की याद आपको दिलाने जा रहे हैं जो साल 2015 में न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ऑकलैंड के ईडन पार्क मैदान पर खेला गया था. इस रोमांचक सेमीफाइनल मैच में साउथ अफ्रीका को 4 विकेट से करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा था.
इसके बाद कीवी टीम आईसीसी विश्व कप-2015 के फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रही थी. हालांकि इस मुकाबले में भी बारिश बड़ी बाधा बनी थी. दरअसल दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए बारिश होने से पहले 43 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 281 रन बनाए थे.
लेकिन, इसके बाद आसमानी कहर दो घंटे कर जारी रहा. जिसके बाद मैच को प्रति पारी 43 ओवरों तक सीमित कर दिया गया था. ये दूसरा बड़ा मौका था. जबकि बारिश ने मैच में बुरी तरह से खलल पैदा किया था.
भारत-न्यूजीलैंड वर्ल्ड कप सेमीफाइनल 2019
साल 2019 में मैनचेस्टर में खेले गए वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच को भला कौन भूल सकता है. इस मैच में भी बारिश ने रूकावट पैदा करने में गुंजाइश नहीं छोड़ी थी. न्यूजीलैंड के खिलाफ मैनचेस्टर के सेमीफाइनल में, रन-आउट होने के बाद एमएस धोनी काफी ज्यादा निराश हुए थे और फैंस की उम्मीदों पर पानी फिर गया था.
इसके बाद भारत की और से रन-चेज की चुनौती भी यहीं समाप्त हो गई थी. उस मैच में अगर धोनी का बल्ला चलता तो शायद ये मुकाबला भारत अपने पक्ष में कर सकता था. लेकिन, कीवी गेंदबाजों के आक्रमण के आगे पूरी टीम महज 221 रन बनाकर धराशायी हो गई थी.
अच्छी पकड़ होने के बाद भी इस मुकाबले को भारत ने गंवा दिया था और वर्ल्ड कप जीतने का सपना टूट गया था. इस मैच को पूरा कराने में दो दिन का समय लगा था. क्रिकेट (Cricket) इतिहास में इसे भी कोई नहीं भुला सका है.
भारत बनाम श्रीलंका चैंपियंस ट्रॉफी 2002
साल 2002 में खेली गई आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी को भला कैसे भुलाया जा सकता है. ऐसा पहली बार हुआ था जब आइसीसी नॉकआउट ट्रॉफी की जगह 2002 में यह टूर्नामेंट आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के नाम से खेला गया था. इस मुकाबले में भारत की जीत पक्की थी. लेकिन, इसके बीच भी बारिश रोड़ा बन गई. जिसके कारण इस मुकाबले में संयुक्त रूप से दोनों टीमों को विजेता घोषित करना पड़ा था.
इस टूर्नामेंट में भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का बल्ला जमकर गरजा था. इस टूर्नामेंट के वो सर्वाधिक स्कोरर रहे. 5 पारियों में उनके बल्ले से एक अर्धशतक और एक शतक समेत 90 की औसत से कुल 271 रन निकले थे. यह मुकाबला दो दिन (29 और 30 सितंबर, 2002) खेला गया.
पहले दिन बारिश के कारण मैच पूरा नहीं हो सका. रिजर्व डे को भी बारिश विलेन साबित हुई. नियम के मुताबिक यदि बाद में खेलने वाली टीम 25 ओवर नहीं खेल पाती तो मैच रद्द माना जाता और यही इस मैच में देखने को मिला. क्रिकेट (Cricket) इतिहास में ऐसा पहली बार देखने को मिला था.
इंग्लैंड बनाम साउथ अफ्रीका सेमीफाइनल 1992
इस लिस्ट में 5वें और आखिरी नंबर पर हम आपको 1992 में खेले गए सेमीफाइनल मैच के बारे में बताते हैं, जो बारिश के कारण प्रभावित हुआ. ये वो दौर था जब पहली बार वर्ल्ड कप खेला गया था. टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका ने सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी की थी. लेकिन, मैच में बारिश ने ऐसी खलल पैदा की थी कि इस मुकाबले को 45 ओवर का कर दिया गया था.
ग्रीम हिक ने 90 गेंद पर 83 रन की पारी खेल स्कोर 45 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 252 रन तक पहुंचा दिया था. उस दौर में ये विनिंग टोटल माना जाता था. अफ्रीका के बल्लेबाजों ने छोटी ही पारियां खेली. लेकिन टीम की मैच में वापसी कराई. सिडनी में खेले गए इस मैच में अफ्रीका का स्कोर 42.5 ओवर में 6 विकेट पर 231 रन था. ब्रायन और रिचर्डसन विकेट पर थे. टीम को जीत के लिए 13 गेंद पर 22 रन की जरूरत थी. लेकिन फिर से बारिश ने मुश्किल पैदा कर दी थी.
बारिश के बाद जब मैच शुरू हुआ तो दक्षिण अफ्रीका के सामने रिवाइज्ड टारगेट रखा गया. इसके मुताबिक उन्हें 7 गेंद पर 21 रन बनाने थे. लेकिन, स्कोरबोर्ड ने गलती की और 1 गेंद पर 22 रन दिखा दिए. नए टारगेट की गणित देख हर शख्स हैरान था. आखिर में 1 गेंद पर टीम से सिर्फ 1 रन बना सकी और 19 रन से हार गई.