ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली जाने वाली प्रतिष्ठित एशेज सीरीज के लिए इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने 17 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। टीम में बेन स्टोक्स, जोफ्रा आर्चर आदि नाम शामिल नहीं हैं। ऐसे में अब टीम के सामने आने के बाद England के कोच क्रिस सिल्वरवुड (Chris Silverwood) ने अपनी रणनीति के बारे में बताया है। उन्होंने कहा है कि वह भारतीय टीम के गेम प्लान से सीखेंगे, क्योंकि टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को उनके घर पर हराया है।
हम कर रहे हैं संघर्ष
8 दिसंबर से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की एशेज सीरीज का पहला मुकाबला ब्रिसबेन में शुरु होगा। इसके लिए इंग्लैंड ने तो टीम घोषित कर दी है, अभी ऑस्ट्रेलिया की टीम का सामने आना बाकी है। इंग्लिश कोच ने कहा,
'हम कड़ा संघर्ष कर रहे हैं। हमें रास्ते में कुछ सफलता मिली है और हमने साबित किया है कि हम भारत के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। मेरे लिए महत्वपूर्ण बात यह है कि हमारे खिलाड़ियों ने देखा है कि दुनिया में सबसे अच्छा कैसे दिखता है और उन्होंने इसके खिलाफ खेला है। उन्होंने महसूस किया है कि उन्होंने भारत को कड़ी टक्कर दी है। हमने उनके खिलाफ सफलता का स्वाद भी चखा है।'
Chris Silverwood ने दिया हेडिंग्ले टेस्ट का उदाहरण
Chris Silverwood ने हेडिंग्ले टेस्ट का उदाहरण देते हुए कहा कि उनकी टीम वापसी करने में सक्षम है। असल में इस साल हुए भारत के इंग्लैंड दौरे पर 1-0 से पीछे रहने के बाद इंग्लैंड ने भारत को 76 रन व 1 पारी से हराया था। इंग्लिश कोच ने कहा,
'हेडिंग्ले टेस्ट को देखिए, जब हम काफी मजबूत वापसी कर रहे थे, जिससे पता चलता है कि हमारे पास 20 विकेट लेने और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का कौशल है, इसलिए मैं इसे एक सकारात्मक तरीके से देखता हूं और यह समूह के लिए मनोबल बढ़ाने जैसा है। खिलाड़ी अब दबाव को बेहतर ढंग से संभालने के लिए अधिक से अधिक ऑप्शन देखते हैं, जो बहुत अच्छा हैं।'
भारत के गेम प्लान से सीखेंगे
भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर टेस्ट सीरीज में लगातार दो बार मात दी है। जो वाकई एक बड़ी उपलब्धि है। अब Chris Silverwood का मानना है कि उनकी टीम भारतीय टीम के गेम प्लान से सीखेगी। उन्होंने कहा,
'मुझे लगता है कि हम एशेज में काफी प्रतिस्पर्धी होंगे। तथ्यों को देखें तो ऑस्ट्रेलिया पिछले कुछ सालों से मजबूत पक्ष रहा है और उसका सम्मान करते हैं, लेकिन हम पिछले छह से सात महीनों से दुनिया की दो सबसे मजबूत टीमों के खिलाफ खेले हैं, जिससे हमने बहुत कुछ सीखा है। हम भारतीय टीम को देखें तो उसने एक गेम प्लान दिखाया है जो ऑस्ट्रेलिया में सफल रहा है, इसलिए हम उनसे सीखेंगे। हमारा दृढ़ विश्वास है कि हम कुछ खास कर सकते हैं।'